शेयर बाजार में निवेश के नाम पर बुजुर्ग से 58 लाख ठगे, पूर्व बैंक मैनेजर समेत दो गिरफ्तार
Gurugram Cyber Fraud गुरुग्राम के सेक्टर 90 में एक बुजुर्ग साइबर ठगी का शिकार हुए। शेयर बाजार में निवेश के नाम पर उनसे 58 लाख रुपये ठगे गए। पुलिस ने आगरा से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जो साइबर ठगों को बैंक खाते बेचते थे। आरोपियों से पूछताछ जारी है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। शेयर बाजार में निवेश के नाम पर सेक्टर 90 में रहने वाले 77 वर्षीय बुजुर्ग से साइबर ठगों ने 58 लाख रुपये की ठगी कर ली। 31 मई को पीड़ित की तरफ से मानेसर थाने में धोखाधड़ी का केस दर्ज होने के बाद साइबर पुलिस ने आगरा से एक पूर्व बैंक मैनेजर समेत दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। इन्होंने साइबर ठगों को बैंक खाता बेचा था।
सेक्टर 90 में रहने वाले बुजुर्ग ने पुलिस को बताया कि वह विदेशी कंपनी में कंसल्टेंट का काम करते हैं। कई सालों से शेयर बाजार में निवेश कर रहे थे।11 मई को अंजान नंबर से उनके वाट्सएप पर मैसेज आए थे। मैसेज करने वाले लोगों ने खुद को उस ट्रेडिंग एप का प्रतिनिधि बताया, जिसके माध्यम से वह ट्रेडिंग करते थे।
उन्होंने सीधे कंपनियों में पैसा लगाने और मोटा मुनाफा कमाने का लालच देकर रुपये ट्रांसफर कराए। 11 से 31 मई के बीच उनसे कई बार में 58 लाख रुपये जमा करा लिए गए। जब उन्होंने रुपये निकालने की कोशिश की तो नहीं निकाले जा सके। इस पर उन्हें धोखाधड़ी का अहसास हुआ।
एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने बताया कि पकड़े गए आरोपितों की पहचान उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले आयुष कुमार और विवेक पाठक के रूप में की गई। पुलिस जांच व पूछताछ में पता चला कि बुजुर्ग से ठगी गई राशि में से 25 लाख रुपये विवेक पाठक के बैंक खाते में ट्रांसफर किए गए थे।
विवेक ने यह बैंक खाता आयुष को बेचा था। इसके बदले विवेक आयुष से बैंक खाते में ट्रांसफर होने वाली राशिईका दो प्रतिशत कमीशन लेता था। आयुष आगरा में आईडीएफसी बैंक में पहले मैनेजर था। इसने पिछले साल निजी कारणों से नौकरी छोड़ दी थी।
खाता खुलाने के दौरान ही विवेक आयुष के संपर्क में आया था। आयुष ने विवेक के खाते को अपने एक अन्य साथी के माध्यम से चार प्रतिशत कमीशन पर साइबर ठगों को बेचा था। पुलिस ने आरोपितों के पास से दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
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