Gurugram Water Supply: गुरुग्राम में पानी की किल्लत होगी दूर, चंदू बुढेड़ा प्लांट की पांचवीं यूनिट होगी शुरू
Gurugram Water Supply गुरुग्राम में पेयजल आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए चंदू बुढेड़ा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाई जा रही है। पांचवीं यूनिट के शुरू होने से प्लांट की क्षमता 500 एमएलडी हो जाएगी जिससे नए सेक्टरों में पानी की आपूर्ति सुधरेगी और गर्मी में पानी की किल्लत कम होगी। जीएमडीए द्वारा बसई प्लांट को भी अपग्रेड करने की योजना है।

संदीप रतन, गुरुग्राम। साइबर सिटी में पेयजल नेटवर्क को मजबूत किया जा रहा है। इस साल अप्रैल में चंदू बुढेड़ा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की चौथी नई यूनिट चालू होने के बाद अब मार्च 2026 में पांचवीं यूनिट को शुरू करने की तैयारी है। इस यूनिट का 50 प्रतिशत निर्माण हो चुका है।
इस यूनिट के तैयार होते ही प्लांट की क्षमता बढ़कर 500 एमएलडी हो जाएगी। नई यूनिट से शहर के नए सेक्टरों को पेयजल आपूर्ति होगी और गर्मी के दिनों में भीषण पेयजल संकट को नहीं झेलना पड़ेगा।
गुरुग्राम मेट्रोपालिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) द्वारा वाटर ट्रीटमेंट प्लांटों की क्षमता बढ़ाने का कार्य किया जा रहा है। गर्मी के दिनों में खासतौर पर मई-जून में शहर में भारी पेयजल किल्लत हो जाती है। नहरी पेयजल की आपूर्ति होने से लोगों को मजबूरन पानी के टैंकर खरीदने पड़ते हैं।
बता दें कि शहर की आबादी लगभग 40 लाख हो चुकी है और लगातार बढ़ रही है। हर साल पानी की मांग आपूर्ति से ऊपर पहुंच जाती है। जीएमडीए द्वारा बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता बढ़ाने की भी तैयारी की जा रही है। दोनों प्लांटों के अपग्रेड होने से पेयजल की कमी नहीं रहेगी।
दो प्लांट से मिलता है नहरी पेयजल
नहरी पानी की आपूर्ति सिंचाई विभाग जीएमडीए के चंदू बुढेड़ा और बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को करता है। इन दानों प्लांटों की क्षमता फिलहाल 670 एमएलडी है। यह बल्क वाटर सप्लाई है।
इन दोनों प्लांटों से शहर के बूस्टिंग स्टेशनों को पानी मिलता है, जोकि नगर निगम गुरुग्राम के हैं। यहां से आगे फिर पानी शहर के घरों में पहुंचता है। गर्मी के सीजन में पानी की मांग 700 एमएलडी से ऊपर पहुंच जाती है।
600 बोरवेल भी बुझा रहे प्यास
पानी की कमी को पूरा करने के लिए नगर निगम गुरुग्राम के लगभग 600 बोरवेल भी बने हुए हैं, जिनसे पेयजल आपूर्ति कर पानी की कमी को पूरा किया जाता है। गर्मी के दिनों में प्लांट पूरे लाेड पर चलते हैं।
- 40 लाख शहर की जनसंख्या है।
- 400 एमएलडी चंदू बुढ़ेड़ा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता है।
- 270 एमएलडी बसई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की क्षमता है।
- 670 एमएलडी दोनों प्लांट की कुल क्षमता है।
- 700 एमएलडी से ज्यादा गर्मी में पानी की मांग हो जाती है।
- 600 बोरवेल नगर निगम के हैं।
- 100 एमएलडी अतिरिक्त पेयजल चंदू बुढेड़ा की पांचवी यूनिट से मिलेगा।
सेक्टर 58 से 80 तक मिलेगा पेयजल
जीएमडीए के अधिकारियों का कहना है कि चंदू बुढेड़ा वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की पांचवी यूनिट के बनने से सेक्टर 58 से 80 तक के सेक्टरों को अतिरिक्त पेयजल की आपूर्ति होगी। नए सेक्टरों में इसके बाद बाेरवेल चलाने की जरूरत नहीं रहेगी। इन सेक्टरों में लाखों की आबादी वाली बड़ी सोसायटी बन चुकी हैं।
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