Gurugram Weather Update: चार डिग्री लुढ़का तापमान, पर तपिश बरकरार; जानें शहर में कब होगी बारिश
गुरुग्राम में भीषण गर्मी से मामूली राहत मिली है लेकिन लू का खतरा अभी भी बना हुआ है। अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है लेकिन दोपहर में गर्म हवाओं ने जनजीवन को प्रभावित किया। जिला प्रशासन ने लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है जिसमें हल्के कपड़े पहनने पर्याप्त पानी पीने और धूप में निकलने से बचने की सलाह दी गई है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। भीषण गर्मी से शहरवासियों को शुक्रवार को थोड़ी राहत जरूर मिली, लेकिन लू जैसे हालात अब भी बने हुए हैं। अधिकतम तापमान बृहस्पतिवार की तुलना में करीब चार डिग्री लुढ़ककर 38.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम तापमान 30.7 डिग्री रहा। हालांकि तापमान में गिरावट आई, मगर दोपहर के समय गरम हवाओं और तेज धूप ने जनजीवन प्रभावित किया। दोपहर में सड़कें और बाजार सुनसान नजर आए। लोग जरूरी काम होने पर ही घरों से निकले।
मौसम विभाग के अनुसार 16 जून को क्षेत्र में बूंदाबांदी हो सकती है, जिससे तापमान में और गिरावट आने की उम्मीद है।
जिला आपदा एवं प्रबंधन प्राधिकरण के अध्यक्ष एवं डीसी अजय कुमार ने कहा कि गर्मी के मौसम में हवा के गर्म थपेड़ों और बढ़े हुए तापमान से लू (हीट वेव) लगने का खतरा बढ़ जाता है, खासकर धूप में घूमने वालों, खिलाड़ियाें, बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों को लू लगने का डर ज्यादा रहता है। लू लगने पर उसके इलाज से बेहतर है, हम लू से बचे रहें यानी बचाव इलाज से बेहतर है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनहित में लू से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की गई है, जिसका सभी को पालना्र करते हुए स्वास्थ्य सुरक्षा बनाए रखनी है।
हीट वेव से बचाव के लिए अपनाएं ये उपाय
डीसी ने बताया कि हीट वेव से बचाव के लिए गर्मी में हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें, अपना सिर ढककर रखें, कपड़े, हैट अथवा छतरी का उपयोग करें, पर्याप्त मात्रा में पानी पीएं-भले ही प्यास न लगी हो, ओआरएस (ओरल रीहाइड्रेशन साल्यूशन), घर में बने पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल का मांड) नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन कर तरोताजा रहें।
बच्चों को वाहनों में छोड़कर न जाएं उन्हें लू लगने का खतरा हो सकता है, नंगे पांव बाहर न जाएं, गर्मी से राहत के लिए हाथ का पंखा अपने पास रखें, काम के बीच में थोड़ा-थोड़ा विश्राम लें, खेत खलिहान में काम कर रहे हैं तो समय-समय पर पेड़ या छाया में ही आसरा लें। गर्मी के मौसम में जंक फूड का सेवन न करें।
ताजे फल, सलाद तथा घर में बना खाना खाएं। खासतौर से दोपहर 12 बजे से दाेपहर तीन बजे के बीच धूप में सीधे न जाए। यदि बच्चे को चक्कर आए, उल्टी घबराहट अथवा तेज सिरदर्द हो, सीने में दर्द हो अथवा सांस लेने में कठिनाई हो तो चिकित्सक को दिखाएं।
अपने जानवरों का हीट वेव से ऐसे बचाव करें
डीसी ने बताया कि जानवरों को छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पीने का पानी दें, उन्हें घर के भीतर रखें, पीने के पानी के दो बाउल रखें ताकि एक में पानी खत्म होने पर दूसरे से वे पानी पी सकें, यदि उन्हें घर के भीतर रखा जाना संभव न हो तो उन्हें किसी छायादार स्थान में रखें, जहां वे आराम कर सकें।
ध्यान रखें कि जहां उन्हें रखा जाए वहां दिनभर छाया रहे, अपने पालतू जानवर का खाना धूप में न रखें, जानवरों को किसी बंद जगह में न रखें, यदि आपके पास कुत्ता है तो उसे गर्मी में न टहलाएं, उन्हें सुबह और शाम को घुमाएं जब मौसम ठंडा हो, कुत्ते को गर्म सतह (पटरी, तारकोल की सड़क, गर्म रेत) पर न टहलाएं, किसी भी स्थिति में जानवर को वाहन में न छोड़ें।
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