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    Gurugram News: जल्दबाजी में बदमाशों का पैर पड़ने से बजे सिक्योरिटी अलार्म, बच गए 1200 ग्राहकों के गहने

    Updated: Mon, 18 Aug 2025 10:51 AM (IST)

    गुरुग्राम में मणप्पुरम गोल्ड लोन की शाखा में फिल्मी अंदाज में डकैती हुई। सिक्योरिटी अलार्म बजने से 1200 ग्राहकों के जेवर बच गए। बदमाश ऑडिटर बनकर आए और साढ़े नौ लाख की नकदी व जेवरों के पैकेट लूट लिए। पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है। ग्राहकों को इंश्योरेंस के तहत पैसे वापस करने का आश्वासन दिया गया है।

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    मणप्पुरम गोल्ड लोन शाखा में फिल्मी स्टाइल में डकैती हुई थी।

    विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शीतला माता रोड स्थित शाखा में बिल्कुल फिल्मी अंदाज में प्लानिंग के साथ डकैती डाली गई। हालांकि, जल्दबाजी में लॉकर रूम में मौजूद सिक्योरिटी अलार्म पर बदमाशों का गलती से पैर पड़ गया और अलार्म बज उठे, इससे उन्हें वहां से भागना पड़ा।

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    इससे लॉकर में रखे करीब 12 सौ से ज्यादा अन्य ग्राहकों के जेवर सुरक्षित बच गए। अलार्म बजने से पहले हथियार के बल पर बदमाशों ने लॉकर रूम से करीब दो सौ से ढाई सौ जेवरों के पैकेट अपने बैग में रख लिए थे। वह ये जेवर और साढ़े नौ लाख की नकदी लेकर फरार हो गए।

    खुद को बताया था ऑडिटर

    शीतला माता रोड स्थित यह शाखा बिल्डिंग के दूसरे तल पर है। शाखा के कर्मचारियों ने शनिवार शाम जो हुआ उसके बारे में जानकारी देते हुए बताया कि शाम करीब छह बज रहे थे, इसी दौरान फार्मल कपड़े पहने एक व्यक्ति शाखा के अंदर आया। उसने अपने आप को ऑडिटर बताया।

    आईडी कार्ड दिखा तो कर्मचारियों ने उसे केबिन में बिठा दिया। उसने चाय मंगवाई। इसी दौरान उसका एक और साथी ऊपर आया। जब तक चाय आती, तब तक दोनों सिगरेट पीने के बहाने नीचे गए और तीन अन्य साथियों को ऊपर ले आए। सभी के पास आईडी कार्ड थे।

    यहां शाखा में तैनात लोगों को भरोसा हो गया। कर्मचारियों ने यह भी कहा कि शाखा में अक्सर जांच के लिए इस तरह के अधिकारी आते रहते हैं, इसलिए उन्हें इन पर शक नहीं हुआ।

    बदमाशों ने पहले कहा कि उन्हें कैश काउंटर देखना है। इसके बाद कहा कि उन्हें लॉकर रूम का भी ऑडिट करना है। यह लॉकर रूम सेंट्रलाइज्ड होता है और जब मुख्य शाखा से इसमें पासवर्ड डाला जाता है तो ही यह खोला सकता है।

    शाखा कर्मचारियों ने मुख्य शाखा में फोन किया और उन्हें ऑडिटरों के बारे में जानकारी दी। मुख्य शाखा में तैनात कर्मचारियों ने सीसीटीवी कैमरे से देखा, जब उन्हें सबकुछ ठीक लगा तो उन्होंने लॉकर रूम खोल दिया।

    लॉकर रूम खुलते ही तीन बदमाश अंदर आ गए। कर्मचारी भी अंदर ही थे। इन्होंने सभी पर पिस्टल तान दी। रैक खोलकर ये लोग जेवरों के पैकटों को बैग में भरने लगे। लॉकर रूम के अंदर सीसीटीवी नहीं है, इसलिए मुख्य शाखा में इसकी जानकारी नहीं मिल पाई।

    करीब पांच मिनट तक बदमाश लूटपाट करते रहे। जल्दबाजी में इन्हीं बदमाशों में से किसी एक का पैर लॉकर रूम के गेट के पास लगे सिक्योरिटी अलार्म पर लग गया। इससे सुरक्षा अलार्म बज उठे। कर्मचारियों ने इस पर इन्हें पकड़ने की कोशिश की तो इन्होंने दो कर्मचारियों के सिर पर पिस्टल की बट से हमला किया।

    भागने के दौरान इन्होंने कैश काउंटर से करीब साढ़े नौ लाख रुपये भी बैग में रख लिए। कर्मचारियों ने कहा कि अगर अलार्म नहीं बजता तो शायद बदमाश शाखा के लॉकर में रखा सारा सोना लूट ले जाते। अलार्म बजने तक वह जो बैग में रख पाए, वह सब ले गए। शाखा के सूत्रों के अनुसार उस समय यहां पर करीब 1400 से 1500 पैकेट जेवरों के रखे हुए थे।

    दिनभर चलता रहा लूटे गए गहनों का आकलन

    मणप्पुरम फाइनेंस लिमिटेड कंपनी का मुख्यालय केरल के त्रिशूर में है। घटना की जानकारी मिलने के बाद मुख्य शाखा से अधिकारी गुरुग्राम पहुंचे। उन्होंने रविवार को पूरे दिन लॉकर रूम में रखे जेवरों का ऑडिट किया।

    यहां यह देखा गया कि कितने ग्राहकों के क्या-क्या जेवर गायब हैं। फिलहाल बदमाशों द्वारा ले जाए गए जेवरों का सटीक आंकड़ा सामने नहीं आ पाया है। शाखा कर्मचारियों ने इतना जरूर बताया कि बदमाश वहां से 200 से 250 के बीच जेवरों के पैकेट लेकर गए हैं।

    बताया कि एक पैकेट में एक ग्राहक के जेवर होते हैं। इसमें आधा तोला भी हो सकता है और दो से तीन तोला जेवर भी हो सकते हैं। इसलिए यह कहना मुश्किल होगा कि कितने तोले जेवर बदमाश ले गए। यह पूरी तरह से आकलन के बाद ही बताया जा सकता है।

    पांच में एक व्यक्ति की थी सरदार की वेशभूषा

    शाखा में काउंटर पर कई सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इसलिए इन बदमाशों के चेहरे साफ तौर पर सीसीटीवी में कैद हो गए। हालांकि, भागते समय बदमाशों ने यहां लगे सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ने की कोशिश की, लेकिन जल्दबाजी में वह तोड़ नहीं पाए। कर्मचारियों ने बताया कि पांच बदमाशों में से एक व्यक्ति ने सरदार की वेशभूषा बना रखी थी। उसके सिर पर पगड़ी भी बंधी थी।

    रास्ते के सीसीटीवी खंगाल रही पुलिस

    घटना के बाद सेक्टर पांच थाना पुलिस, पालम विहार और सेक्टर 10 क्राइम ब्रांच की टीमें मामले की जांच कर रही हैं। यहां मौजूद कर्मचारियों से पूछताछ के साथ ही आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी देखी जा रही है।

    यह देखा जा रहा है कि बदमाश शाखा से निकलकर किस रास्ते से भागे। बताया जाता है कि बदमाश आटो से आए थे और इन्होंने आटो को दूर ही खड़ा कर दिया था। पुलिस आसपास के सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से उस आटो की भी तलाश कर रही है।

    बदमाशों के साथ मिलीभगत का शक

    जिस तरह से इस वारदात को अंजाम दिया गया, उससे ऐसा लगता है कि इन बदमाशों को मणप्पुरम के कामकाज का अंदाजा पहले से ही था। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस घटना में पुराने कर्मचारियों या इस समय कंपनी में काम कर रहे लोगों पर भी बदमाशों के साथ मिलीभगत का शक जताया जा रहा है।

    जानकारी के मुताबिक मैनेजर छुट्टी पर थीं। जन्माष्टमी का पर्व होने के कारण शाखा में भी अवकाश होना था। लेकिन हेड आफिस की तरफ से हरियाणा सर्कल के सभी कर्मचारियों की छुट्टी कैंसिल करके उन्हें ऑफिस बुलाया था।

    अपने जेवरों के बारे में पूछने के लिए पहुंचते रहे ग्राहक

    शाखा में लूटपाट की घटना से चिंतित गुड़गांव गांव की रहने वाली एक महिला रविवार दोपहर शाखा में पहुंची। इन्होंने बीते सप्ताह ही अपना मंगलसूत्र रखकर 30 हजार रुपये लोन लिया था। इन्होंने आते ही शाखा कर्मचारियों से अपने गहने के बारे में पूछताछ की।

    शाखा कर्मचारियों ने इन्हें भी बताया कि अभी फिलहाल आंकलन चल रहा है। अगर किसी ग्राहक का जेवर चला भी जाएगा तो कंपनी इंश्योरेंस के तहत उसके जेवर का पूरा पैसा वापस करेगी।