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    Gurugram Crime: जिगोलो सर्विस बुलाने वालों को दिखाया साइबर क्राइम का डर, सेक्सटॉर्शन गिरोह ने ठगे लाखों रुपये

    By Jagran NewsEdited By: Abhi Malviya
    Updated: Fri, 16 Jun 2023 05:48 PM (IST)

    एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि चार जून को एक व्यक्ति ने पुलिस चौकी झाड़सा में शिकायत दी थी कि किसी ने एक वेबसाइट के माध्य ...और पढ़ें

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    पुलिस इन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश कर आगामी पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी।

    गुरुग्राम, जागरण संवाददाता। सदर थाना पुलिस ने अंतरराज्यीय सेक्सटॉर्शन गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के दो मुख्य समेत तीन आरोपितों को जयपुर से धर दबोचा। तीनों ने तीन साल में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, बिहार, मध्यप्रदेश समेत अन्य राज्यों में सौ से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाकर उनसे लाखों रुपये ठग लिए। पुलिस इन्हें शनिवार को कोर्ट में पेश कर आगामी पूछताछ के लिए रिमांड पर लेगी।

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    एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने पत्रकारों से बातचीत में बताया कि चार जून को एक व्यक्ति ने पुलिस चौकी झाड़सा में शिकायत दी थी कि किसी ने एक वेबसाइट के माध्यम से उनसे संपर्क किया और जिगोलो की सर्विस मांगी। मोबाइल फोन पर संपर्क करके उन्हें सेक्टर-39 स्थित साइबर पार्क बुलाया गया। यहां इन्हें एक कार में बिठा लिया।

    कार में दो लोगों ने अपना-अपना परिचय पत्रकार और पुलिसकर्मी के रूप में कराया। इसके बाद उन्हें साइबर क्राइम के नाम पर जेल भेजने का डर दिखाकर 50 हजार रुपये ठग लिए। सदर पुलिस ने केस दर्ज करते हुए डीसीपी ईस्ट नीतीश अग्रवाल के नेतृत्व में टीम बनाई।

    दूसरे दिन ही पांच जून को जांच के बाद आरोपित कार ड्राइवर सुनील को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। रिमांड के दौरान पूछताछ में उसने अपने गिरोह के बारे में जानकारी दी। पुलिस ने उसके पास से वारदात में इस्तेमाल की गई स्विफ्ट डिजायर कार भी बरामद की। इसके बाद सदर पुलिस ने गिरोह के दोनों मुख्य आरोपितों को भी 15 जून को जयपुर से गिरफ्तार कर लिया। उनकी पहचान जयपुर निवासी 29 वर्षीय मोहित कुमार टांक व 37 वर्षीय देवकीनंदन के रुप में हुई।

    तहलका न्यूज चैनल में करता था स्टिंग आपरेशन

    एसीपी ने बताया कि मोहित कुमार टांक मूल रूप से जयपुर का रहने वाला है। जयपुर में ही बतौर टूरिस्ट गाडड का काम करता था। करीब नौ वर्ष पहले यह एक डिस्को में काम करने के लिए मुंबई गया था। डिस्को में ही उसकी मुलाकात तहलका चैनल के मालिक इब्राहिम शेख से हुई।

    अग्रेंजी भाषा पर अच्छी पकड़ होने के कारण यह मुंबई में इब्राहिम शेख के साथ मिलकर अच्छे रुतबे वाले लोगों का स्टिंग आपरेशन करने लगा। 2020 में कोरोना के कारण लाकडाउन होने के बाद मोहित जयपुर वापस आ गया।

    आरोपित ने जयपुर में बनाया गिरोह

    पुलिस पूछताछ में मोहित ने बताया कि जयपुर में ही उसके नजदीक किराए पर रहने वाले देवकीनंदन व सुनील के साथ मिलकर उसने जबरन उगाही करने के लिए गिरोह बनाया। गिरोह के लोग विभिन्न बेवसाइट्स रेंटमैन, स्कोका, लाकएंटो, जिगोलो व मसाज-रिपब्लिक आदि के माध्यम से युवकों को टारगेट करते और उन्हें सर्विस के लिए बुलाते थे।

    इसके बाद जहां भी जिस शहर में वारदात करते थे, वहां शिकार को कार में बिठाकर नजदीकी पुलिस थाने के पास ले जाते थे। यहां पहले से देवकीनंदन खड़ा होता था। इसके बाद वह कार में आकर अपने आप को पुलिसकर्मी बताता और साइबर क्राइम के नाम पर जेल भेजने की धमकी देता। इसी माेडस आपरेंडी के तहत गिरोह ने सौ से ज्यादा लोगों को ठगी का शिकार बनाया।

    एक महीने के बाद छोड़ देते थे शहर

    आरोपितों ने पुलिस पूछताछ में पूरे देश में अलग-अलग शहरों दिल्ली, जयपुर, बेलगांव, मंबई, अहमदाबाद, गुरुग्राम, पटना, लखनऊ में सैंकड़ों वारदात को अंजाम देने की बात कुबूल की है। आरोपितों ने बताया कि जब गिरोह द्वारा की गई वारदात का पीड़ित को आभास हो जाता और वो इनकी शिकायत पुलिस में करने के लिए कहता तो गिरोह के लोग उस व्यक्ति को रुपये देकर उसके साथ समझौता कर लेते थे।

    यह भी बताया कि एक महीने तक एक शहर में वारदात के बाद गिरोह के लोग दूसरे शहर में चले जाते थे। एसीपी क्राइम वरुण दहिया ने बताया कि तीनों आरोपितों को शनिवार को कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। इस दौरान उनसे उनके गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ की जाएगी। गिरोह में कुछ युवतियों के भी शामिल होने की बात पता चली है।