नवरात्रि के तीसरे दिन जागा खाद्य सुरक्षा विभाग, आठ दुकानों पर मारा छापा; 16 नमूने जांच के लिए भेजे
शारदीय नवरात्रि के तीसरे दिन गुरुग्राम में खाद्य सुरक्षा विभाग ने आठ दुकानों पर छापा मारा। कुट्टू और सिंघाड़े के आटे में मिलावट की आशंका पर 16 नमूने लिए गए और जांच के लिए भेजे गए। मिलावटखोर नवरात्रि से पहले ही मिलावटी आटा बाजार में खपा चुके थे। विशेषज्ञों का कहना है कि कुट्टू का पुराना आटा फूड प्वाइजनिंग का कारण बन सकता है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। शारदीय नवरात्र में उपवास रखने वाले परिवारों में अब तक कुट्टू और सिंघाड़े का मिलावटी आटा बड़ी मात्रा में पहुंच चुका है। जिले के प्रमुख बाजार की तो बात छोड़िए गली-मोहल्लों की छोटी दुकानों पर भी कुट्टू और सिंघाड़े का मिलावटी खुला आटा धड़ल्ले से बिक रहा है।
खाद्य सुरक्षा विभाग सुस्ती का आलम यह है कि विभाग ने नवरात्र के तीसरे दिन आठ दुकानों में छापामार कार्रवाई। इस दौरान मिलावट की आशंका पर सरसों के तेल, गुड़, बुरा, कुट्टू-सिंघाड़े का आटा व शबूदाना आदि खाद्य सामग्री के 16 सैंपल भरे।
सभी नमूनों को परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। तब तक लोग अपने रिक्स पर इन दुकानों से उक्त खाद्य सामग्री की लेकर खाते रहेंगे।
नवरात्र में मिलावटी कुट्टू और सिंघाड़े का आटा बाजार में खपाने के लिए मिलावटखोर कई सप्ताह पहले से ही सक्रिय हो गए थे। दरअसल, मिलावटखोर सिस्टम की चाल को अच्छे से पहचानते हैं। वह जानते हैं कि सख्ती किसी भी त्योहार पर पहले से नहीं होती बल्कि खाद्य सुरक्षा विभाग की टीमें तब सक्रिय होती हैं, जब लोग बड़ी संख्या में खरीदारी कर चुके होते हैं। इस बार नवरात्र पर भी यही देखने में आ रहा है।
बुधवार को नवरात्र के तीसरा दिन खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम लेकर छापामारी के लिए निकली जबकि उपवास रखने वाले ज्यादातर लोगों ने नवरात्र शुरू होने से एक दिन पहले ही पूजा सामग्री के साथ ही आहार सामग्री भी खरीद ली। यानी छापामार अभियान शुरू होने से पहले ही मिलावटखोर सैकड़ों कुंटल मिलावटी कुट्टू और सिंघाड़े का आटा बाजार में खपा चुके हैं।
इन खाद्य सामग्रियों के भरे नमूने
मिलावाट की आशंका पर सरसों क तेल व कुट्टू के आटे का एक-एक, गुड़ व सिंघाडे के आटे के दो-दो, बुरा व शाबूदाना के तीन-तीन और सामक के चार नमूने भरे गए। इन्हें जांच के लिए करनाल लैब भेजा गया है।
कुट्टू के मिलावटी आटे से नुकसान
खाद्य विशेषज्ञों की मानें तो कुट्टू का आटा तैयार होने के दो महीने के अंदर ही इस्तेमाल कर लेना चाहिए। बाजार में खुला बिक रहा आटा लेने से बचना चाहिए। इन दिनों मौसम में नमी का स्तर है जिससे अधिक पुराने और खुले आटे में एफ्लोटाक्सिन नामक विषाणु जन्म ले लेता है, जो फूड प्वाइजनिंग का कारण बनता है।
डॉक्टर की सलाह
पैकेट बंद कुट्टू का आटा ही खरीदें। साथ ही यह देख लें कि उसके निर्माण की तिथि दो माह से अधिक पुरानी न हो। विश्वसनीय दुकान से अच्छे ब्रांड का ही आटा लें। - डा. काजल कुमुद, वरिष्ठ फिजीसियन, नागरिक अस्पताल
तीन परिवार के 10 लोगों की बिगड़ी थी हालत
शहर में खराब कुट्टू का आटा खाने से लोगों के बीमार होने की घटनाएं कई बार प्रकाश में आ चुकी हैं। मार्च 2024 को सेक्टर-14 थाना क्षेत्र के राजीव नगर गली नंबर तीन में रहने वाले तीन परिवार के 10 लोग महाशिवरात्रि पर कुट्टू के आटे की पकौड़ी खाकर बीमार हो गए थे। इनमें तीन बच्चे भी शामिल हैं। सभी को नागरिक अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था। सेक्टर-14 थाने में शिकायत के बाद खाद्य सुरक्षा विभाग हकरत में आया था। खाद्य सुरक्षा अधिकारी डा. रमेश चौहान ने जांच शुरू की थी। विभाग ने जनरल स्टोर से कुट्टू आटा, चीनी और शहद के नमूने भरे थे।
खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम 8 दुकानों पर छापामार कार्रवाई की गई है। इस दौरान शेल्टा कालोनी की मुख्य रोड पर स्थित स्वामी एजेंसीज के पास वैध एफएसएसएआई लाइसेंस नहीं मिला। मिलावट की आशंका के चलते नवरात्र में लोकप्रीय कुट्टू व सिंघाडे के आटे समेत अन्य खाद्य सामग्री के 16 सैंपल भरे गए हैं। जांच रिपोर्ट में मिलावट मिलती है तो दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। - डॉ. रमेश चौहान, खाद्य सुरक्षा विभाग, गुरुग्राम
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