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    गुरुग्राम के श्रम निरीक्षक और क्लर्क पर गिरी गाज, रजिस्ट्रेशन के लिए रिश्वत मांगने पर एफआईआर

    Updated: Wed, 02 Jul 2025 04:38 PM (IST)

    गुरुग्राम के श्रम विभाग के दो कर्मचारियों के खिलाफ एसीबी ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है। उन पर व्यवसाय पंजीकरण आवेदन को मंजूरी देने के बदले 5000 रुपये की रिश्वत मांगने और 3500 रुपये नकद लेने का आरोप है। शिकायतकर्ता ने रिश्वत मांगने की रिकॉर्डिंग एसीबी को सौंपी जिसके बाद यह कार्रवाई हुई। आरोपितों के वाइस सैंपल की जांच भी की गई।

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    भ्रष्टाचार के आरोप में श्रम विभाग के दो कर्मियों के खिलाफ एफआइआर

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: एंट्री करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने गुरुग्राम के श्रम विभाग के दो कर्मचारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की है।

    इन पर व्यवसाय पंजीकरण आवेदन को स्वीकृति देने के एवज में पांच हजार की रिश्वत मांगने और साढ़े तीन हजार रुपये नकद लेने का आरोप लगाया गया था।

    एसीबी अधिकारियों के अनुसार एक व्यक्ति ने शिकायत दी थी कि कमर्शियल दुकान के पंजीकरण के लिए उसने श्रम विभाग के पोर्टल पर पांच बार आवेदन किया था। हर बार श्रम निरीक्षक ने बिना किसी वैध कारण के आवेदन को खारिज कर दिया।

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    फीस देने के बावजूद बार-बार रद किया आवेदन

    शिकायतकर्ता ने दिसंबर 2023 में दी गई शिकायत में कहा था कि सभी आवश्यक दस्तावेज जमा करने और पूरा सरकारी शुल्क अदा करने के बावजूद आवेदन बार-बार अस्वीकार कर दिया गया।

    निराधार आपत्तियां उठाई गईं और उन्हें दूर करने के लिए कोई समय नहीं दिया गया। 21 सितंबर 2023 को उन्होंने यह जानने के लिए श्रम विभाग कार्यालय गुरुग्राम का दौरा किया कि उनके आवेदन क्यों खारिज हो रहे हैं।

    इस पर श्रम निरीक्षक मनोज कुमार ने दावा किया कि सरकारी शुल्क कम जमा किया गया है। जब उन्होंने सारे कागजात दिखाए तो उन्होंने दोबारा आवेदन करने और व्यक्तिगत रूप से मिलने के लिए कहा।

    रजिस्ट्रेशन के लिए पांच हजार की रिश्वत मांगी थी

    उसी दिन शिकायतकर्ता ने पोर्टल पर पुनः आवेदन किया। मनोज कुमार और क्लर्क अंकित कुमार ने आवेदन को स्वीकृत करने के लिए पांच हजार की रिश्वत मांगी और 22 सितंबर 2023 को साढ़े तीन हजार रुपये नकद ले लिए।

    शिकायतकर्ता ने पूरी बातचीत को अपने मोबाइल में रिकार्ड कर लिया और रिकार्डिंग अधिकारियों को सौंप दी। जांच अधिकारियों ने आरोपितों के वाइस सैंपल लेकर मधुबन की फारेंसिक लैब भेजे।

    यहां उनकी आवाज मेल खा गई। अप्रैल 2025 में एसीबी ने अपनी रिपोर्ट अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक को भेजी और एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की।

    पिछले सप्ताह सहायक श्रम आयुक्त कार्यालय सर्कल-16 गुरुग्राम में तैनात श्रम निरीक्षक और क्लर्क के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।