Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    282 करोड़ से सुधरेगी दिल्ली-जयपुर हाईवे की हालत, इन समस्याओं का भी होगा समाधान

    दिल्ली-जयपुर हाईवे पर 282 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। इसके तहत चार नए फ्लाईओवर नौ फुट ओवरब्रिज और सर्विस रोड का चौड़ीकरण किया जाएगा। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि इससे गुरुग्राम और रेवाड़ी में यातायात सुगम होगा। हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि बुनियादी ढांचे के विकास में अभूतपूर्व प्रगति हुई है।

    By Vinay Trivedi Edited By: Rajesh Kumar Updated: Tue, 26 Aug 2025 07:34 PM (IST)
    Hero Image
    दिल्ली-जयपुर हाईवे पर 282 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। दिल्ली से जयपुर बॉर्डर तक हाईवे की हालत जल्द ही सुधरने वाली है। हाईवे पर चार नए फ्लाईओवर, नौ फुट ओवरब्रिज, सर्विस रोड का चौड़ीकरण और नालों का सुधार होगा। इसके लिए 282 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इससे इस हाईवे से गुजरने वाले वाहन चालकों और अन्य लोगों को जाम मुक्त और सुरक्षित यातायात मिलेगा। केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और हर्ष मल्होत्रा ​​ने मंगलवार दोपहर डिजिटल माध्यम से गुरुग्राम में एनएचएआई की 282 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का शिलान्यास किया।

    सेक्टर 44 स्थित अपैरल हाउस में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि गुरुग्राम और रेवाड़ी न केवल हरियाणा बल्कि पूरे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। दोनों जिले औद्योगिक और व्यापारिक गतिविधियों के प्रमुख केंद्र हैं और यही कारण है कि इस मार्ग से प्रतिदिन लाखों वाहन गुजरते हैं।

    उन्होंने कहा कि लगातार बढ़ता यातायात दबाव, जाम और बरसात के दिनों में जलभराव जैसी समस्याएं लंबे समय से नागरिकों के सुचारू आवागमन में बड़ी बाधा बन रही थीं। इसके साथ ही, चिन्हित स्थानों पर राष्ट्रीय राजमार्ग पार करना पैदल यात्रियों के लिए एक गंभीर चुनौती थी, जिसके कारण कई दुर्घटनाएं हुईं।

    राव ने कहा कि एनएच-48 पर आकार ले रही नई परियोजनाएँ न केवल जाम और दुर्घटनाओं से राहत दिलाएँगी, बल्कि आने वाले समय में आधुनिक यातायात व्यवस्था की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी। इन परियोजनाओं में चार नए फ्लाईओवर, नौ फुट ओवरब्रिज, सर्विस रोड का चौड़ीकरण और नालों का सुधार शामिल हैं।

    इन सभी सुविधाओं के पूरा होने के बाद, गुरुग्राम और रेवाड़ी में यातायात पहले से कहीं अधिक सुगम, सुरक्षित और व्यवस्थित हो जाएगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता और दृढ़ संकल्प का ही परिणाम है कि आज गुरुग्राम और आसपास के नागरिकों को गंतव्य से गंतव्य तक तेज़, सुरक्षित और सीधी कनेक्टिविटी की सुविधा मिल रही है।

    भारत ने बुनियादी ढांचे के विकास की गति पकड़ी: हर्ष मल्होत्रा

    केंद्रीय राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ​​ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व ने 11 वर्षों में देश के बुनियादी ढाँचे के विकास की दिशा और दशा दोनों बदल दी है। आज सड़क, रेलवे, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में ऐसी प्रगति हुई है, जिसकी पहले कल्पना करना भी मुश्किल था।

    उन्होंने बताया कि आज़ादी से लेकर वर्ष 2014 तक पूरे देश में केवल 91 हज़ार किलोमीटर राष्ट्रीय राजमार्गों का निर्माण हुआ था, जबकि पिछले 11 वर्षों में ही 60 हज़ार किलोमीटर से ज़्यादा राष्ट्रीय राजमार्ग जनता को समर्पित किए जा चुके हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एनएचएआई के बजट में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। वर्ष 2014 से अब तक इसमें लगभग 550 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

    इस अवसर पर गुरुग्राम की मेयर राजरानी मल्होत्रा, मानेसर के मेयर डॉ. इंद्रजीत यादव, एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी मोहम्मद सैफी, परियोजना निदेशक योगेश तिलक, तकनीकी प्रबंधक ओमेंद्र और उप प्रबंधक प्रकाश तिवारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

    परियोजना के अंतर्गत ये कार्य किए जाएंगे

    • 267 करोड़ रुपये की लागत से 58.8 किलोमीटर लंबे खंड पर सर्विस रोड का व्यापक सुधार, नई संरचनाओं का निर्माण और सड़क सुरक्षा उपाय किए जाएँगे।
    • पचगांव चौक, राठीवास, धारूहेड़ा में हीरो कंपनी के पास और सहलवास में 4 नए फ्लाईओवर बनाए जाएँगे।
    • 2.26 किलोमीटर नई सर्विस रोड, 7.2 किलोमीटर पीक्यूसी रोड और 30.95 किलोमीटर लंबी सड़क का सुधार किया जाएगा।
    • जलभराव की समस्या से स्थायी निजात पाने के लिए 18.05 किलोमीटर नई आरसीसी नालियाँ बनाई जाएँगी।
    • 40.64 किलोमीटर लंबी मौजूदा खुली नालियों को ढका और मजबूत किया जाएगा।
    • 500-500 मीटर पर वर्षा जल संचयन संरचनाएँ बनाकर भूजल पुनर्भरण को बढ़ावा दिया जाएगा।
    • यातायात सुविधा के लिए 32 नए प्रवेश और निकास द्वार बनाए जाएँगे।
    • 2,475 साइनबोर्ड
    • 800 डिलीनेटर
    • 29,613 रोड स्टड
    • 34 ट्रैफिक इम्पैक्ट एटेन्यूएटर
    • 3 हाई मास्ट लाइटें लगाई जाएँगी।
    • पर्यावरण संरक्षण के लिए राजमार्ग के किनारे 15,000 पौधे भी लगाए जाएंगे।

    नौ स्थानों पर बनेंगे फुट ओवरब्रिज

    यातायात और पैदल यात्रियों की सुरक्षा को सुदृढ़ करने के लिए, 15 करोड़ रुपये की लागत से नौ स्थानों पर फुट ओवरब्रिज (एफओबी) बनाए जाएँगे। इनमें शिकोहपुर, मानेसर (एनएसजी कैंप के पास), बिनौला, राठीवास, मालपुरा, जयसिंहपुरखेड़ा, सिधरावली, खरखरा और खजूरी शामिल हैं।

    प्रत्येक एफओबी को वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों और दोपहिया वाहनों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए विशेष रूप से रैंप और सीढ़ियों के साथ डिज़ाइन किया जाएगा।