Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    40 साइबर ठगों से पूछताछ कर गुरुग्राम पुलिस ने 16,393 शिकायतों का किया निपटारा, 77 करोड़ की ठगी का मामला

    Updated: Mon, 08 Sep 2025 06:39 PM (IST)

    गुरुग्राम पुलिस ने साइबर ठगी के मामलों में बड़ी कार्रवाई करते हुए 40 ठगों को गिरफ्तार किया है। इन ठगों ने फर्जी प्रोफाइल और डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से 77 करोड़ से अधिक की ठगी की थी। पुलिस ने आरोपियों से लाखों रुपये बरामद किए हैं और आगे की जांच जारी है। साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर से मिली जानकारी के बाद ये खुलासा हुआ।

    Hero Image
    40 साइबर ठगों से पूछताछ और डाटा से 16,393 शिकायतों का पर्दाफाश

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर ठगी के विभिन्न मामलों की जांच के दौरान पिछले महीनों पकड़े गए 40 साइबर ठगों से पूछताछ और इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर से मिले डाटा के आधार पर 16 हजार से ज्यादा शिकायतों का पर्दाफाश किया गया है। इन आरोपितों ने पूरे भारत के लोगों से 77 करोड़ 38 लाख रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एसीपी साइबर क्राइम प्रियांशु दीवान ने बताया कि गुरुग्राम साइबर पुलिस टीम ने बीते दिनों 40 साइबर ठगों को अलग-अलग जगहों से पकड़ा था। इनमें अप्रैल में अजय कुमार, मो. अनस, जतिन, प्रणय प्रताप, रियाजू, राजवीर, प्रवीण, नरेंद्र, मुकेश मारू, मोहक गोस्वामी, विकास को पकड़ा गया।

    वहीं मई में आकाश, रवि कुमार, प्रवीण राजेंद्र बोरकर, कपिल, सुमित, प्रकाश चंद्र, रजत, विकास उर्फ विक्की, सुनील कुमार उर्फ लक्ष्मण, दीपक उर्फ मोनू, ताहिर नसीम को गिरफ्तार किया गया। जून व जुलाई में दीपक, रणदीप, नवीन कुमार, दीपांशु, धीरज, राहुल, सुरेंद्र सिंह उर्फ सूरज, मितेश रमनलाल, अशोक कुमार, खुशबू कुमारी, सौरव को पकड़ा गया।

    अगस्त में सुरजीत दिनकर, भूमकांति शिवा सुब्रह्मण्यम प्रदीप, रचूरी कृष्णा, पूपांडी बी, शिवा शुभ्रमणि, युवराज रामराज, नसीबा जौहर की गिरफ्तारी की गई थी। इनके पास से बरामद किए गए छह मोबाइल फोन का इंडियन साइबर क्राइम कोर्डिनेशन सेंटर से डाटा निकलवाया गया। जांच में पता चला कि आरोपितों के विरुद्ध देशभर में लगभग 77 करोड़ 38 लाख रुपये की ठगी के संबंध में कुल 16,393 शिकायतें और 532 केस दर्ज हैं।

    इन आरोपितों ने फर्जी इंटरनेट मीडिया प्रोफाइल, सेक्सटाॅर्शन, निवेश के माध्यम से और फर्जी पुलिस अधिकारी बनकर डिजिटल अरेस्ट के माध्यम से धोखाधड़ी की थी। इन आरोपितों के पास से 85 लाख 43 हजार 822 रुपये भी बरामद किए गए थे।