गुरुग्राम में साइबर ठगों ने महिला समेत तीन लोगों से ठगे 5 लाख, आप न करें ऐसी गलती
गुरुग्राम में साइबर ठगों ने एक महिला सहित तीन लोगों से 5 लाख रुपये की ठगी की। महिला को पार्ट टाइम जॉब के नाम पर फंसाया गया जबकि दो अन्य लोगों के खाते से पैसे निकाले गए। पीड़ितों ने मानेसर साइबर थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस साइबर अपराध की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर ठगों ने गुरुग्राम में रहने वाली महिला समेत तीन लोगों से पांच लाख रुपये की ठगी कर ली। महिला से आनलाइन पार्ट टाइम जाब के नाम पर सवा दो लाख रुपये ट्रांसफर कराए गए। इसके अलावा दो व्यक्तियों के खाते से करीब तीन लाख रुपये निकाल लिए गए। पीड़ितों ने मानेसर साइबर थाने में केस दर्ज कराया है।
गुरुग्राम के सेक्टर 83 में रहने वाली अदिति सक्सेना ने साइबर थाना मानेसर को दी शिकायत में कहा कि बीते दिनों उनके पास वाट्सएप से मैसेज आया। इसमें उन्हें पार्ट टाइम आनलाइन जाब का आफर दिया गया था।
जब उन्होंने जानकारी मांगी तो उन्हें टेलीग्राम एप पर एक ग्रुप से जोड़ दिया गया। यहां उनसे कहा गया कि उन्हें होटल और रेस्टोरेंट की रेटिंग आनलाइन देनी है। इसके नाम पर उन्हें पैसे दिए जाएंगे।
साइबर ठगों ने टास्क के नाम पर उन्हें पहले कुछ रुपये भी दिए, लेकिन बाद में टास्क के नाम पर निवेश कर मोटा मुनाफा करने की बात कहकर उनसे कई बार में दो 2 लाख 28 हजार रुपये जमा करवा लिए। जब अदिति ने पैसे वापस मांगे तो उनसे और रुपये जमा करने के लिए कहा गया।
दूसरी ओर भोड़ाकला गांव में रहने वाले हरीश कुमार ने शिकायत में कहा कि किसी ने उनके बैंक खाते से 1 लाख 80 हजार रुपये निकाल लिए। ठगों ने उनके अमेजान एप की फेक आईडी बनाई और उसके माध्यम से कई बार में यह रुपये निकाले गए।
उन्होंने कहा कि उन्हें इसके बारे में जानकारी नहीं मिली थी। जब उन्होंने बैंक खाता चेक किया तब यह रुपये काटने की जानकारी सामने आई। कहा कि उनके आइसीआइसीआइ बैंक अकाउंट से 90 हजार और एक्सिस बैंक के अकाउंट से 90000 निकाले गए।
वहीं ठगों ने मानेसर के सेक्टर एक में रहने वाले राजेंद्र सिंह के बैंक खाते से भी एक लाख रुपये निकाल लिए गए। उन्होंने कहा कि वह निजी कंपनी में ड्राइवर हैं। उनका केनरा बैंक में खाता है वह न तो यूपीआई एप चलते हैं और न ही स्मार्टफोन रखते हैं।
\उनके पास की-पैड वाला फोन है। लेकिन 25 अगस्त को उनके पास उनके बैंक खाते से एक लाख रुपये कटने का मैसेज आया। न तो उन्होंने किसी को ओटीपी दिया और न ही उन्हें किसी तरह का फोन आया। ठगी के मामलों में साइबर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
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