Atul Subhash Case: निकिता को नौकरी से बाहर निकालो..., यूजर्स ने सोशल मीडिया पर उठाई आवाज; PM मोदी से की ये मांग
अतुल सुभाष आत्महत्या प्रकरण में सोशल मीडिया पर निकिता को नौकरी से निकालने की मांग उठी है। लोगों का कहना है कि निकिता ने अतुल को आत्महत्या के लिए प्रेरित किया। वहीं कुछ लोग कानून में बदलाव और एक कमेटी के गठन की मांग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की गई है।

विनय त्रिवेदी, गुरुग्राम। बेंगलुरु में एआई इंजीनियर रहे अतुल सुभाष की आत्महत्या के बाद सोशल मीडिया पर शोक की पोस्टों की बाढ़ आ गई है। बेंगलुरु पुलिस ने उनकी पत्नी निकिता व ससुरालराल के लोगों को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अभी भी सोशल मीडिया पर लोगों में काफी गुस्सा है।
वहीं, एक तरफ देशभर के लोग एक्सेंचर कंपनी से निकिता को निकालने की मांग कर रहे हैं, तो दूसरी ओर अतुल सुभाष को मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि देने से संबंधित पोस्ट कर रहे हैं।
निकिता को सेक्टर-57 स्थित जिस ब्लोसम स्टेय्ज पीजी से बेंगलुरु पुलिस गिरफ्तार कर ले गई, वहां पर रविवार पूरे दिन मीडियाकर्मियों का जमावड़ा लगा रहा। कई मीडियाकर्मियों ने जब पीजी के अंदर जाकर संचालक से बातचीत करनी चाही तो उन्होंने मेन गेट को ही लॉक कर दिया। पीजी में रहने वाले लोगों के आने-जाने के लिए मेन गेट पर बायोमीट्रिक लॉक लगाया गया है। दोपहर में जब यहां मीडियाकर्मियों का जमावड़ा था, उस दौरान न तो पीजी की बालकनी में कोई व्यक्ति आया और न ही रोड पर ही।
कंपनी की सीईओ ने लॉक की प्रोफाइल
अतुल सुभाष की आत्महत्या से लोगों में व्यापक आक्रोश है। इसको लेकर लोग सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर बहुराष्ट्रीय कंपनी एक्सेंचर से उनकी पूर्व पत्नी निकिता सिंघानिया को नौकरी से निकालने की मांग कर रहे हैं। कई लोगों ने एक्सेंचर कंपनी पर भी निशाना साधा है।
सोशल मीडिया के अनुसार, कई लोगों ने कंपनी की सीईओ जूली स्वीट से जब इस बारे में सीधे प्रश्न किए तो उन्होंने पहले तो कंपनी के आधिकारिक हैंडल को प्रतिबंधित करने का कदम उठाया, फिर अपनी एक्स (पूर्व में ट्वीटर) प्रोफाइल को भी लॉक कर दिया है।
कानून में बदलाव और कमेटी के गठन की मांग
सामाजिक कार्यकर्ता और एकम न्याय फाउंडेशन की फाउंडर दीपिका नारायण भारद्वाज ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर कहा कि अतुल कुमार सुसाइड केस भारत में किए गए लाखों सुसाइड में से एक है। कई झूठे मामलों में पुरुष अपने आप को बेकसूर साबित करने के लिए सालों तक प्रयास करते रहते हैं, लेकिन कर नहीं पाते। अतुल का केस बहुत ही ज्यादा चिंतनीय है।
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उन्होंने जो अपनी दास्तां बयां की है, वह आज के समय लाखों पुरुषों की आपबीती है। उन्होंने इस मामले में केंद्र सरकार और सुप्रीम कोर्ट से एक कमेटी बनाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि महिला सुरक्षा को लेकर जो कानून बनाए गए थे, कई महिलाएं उनका दुरुपयोग कर रही हैं। रवी नाम के यूजर ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कानून में बदलाव की मांग की है।
लोग महिला की गिरफ्तारी पर खुश
एक्स पर कोहली नाम से एक यूजर ने लिखा कि कई लोग आज महिला की गिरफ्तारी पर खुश हैं, लेकिन यह गिरफ्तारी पहले क्यों नहीं हुई। इसकी वजह से एक जान चली गई। वहीं शोभित नाम के यूजर ने मजाकिया अंदाज में कंपनी पर टिप्पणी की है। लिखा कि जहां पूरा देश दिवंगत अतुल की पत्नी निकिता को बर्खास्त करने की मांग कर रहा है, वहीं एक्सेंचर ने उनके विषैले गुणों और जोड़-तोड़ कौशल से प्रभावित होकर उन्हें प्रबंधकीय पद पर पदोन्नत कर दिया है।
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