Gurugram Health News: एक माह तक चलने वाला Anaemia उन्मूलन अभियान शुरू, ढाई लाख लोगों की होगी जांच
एक माह तक चलने वाले इस एनीमिया उन्मूलन अभियान के दौरान करीब ढाई लाख लोगों की जांच का लक्ष्य रखा गया है। इसका मुख्य उद्देश्य एनीमिया की रोकथाम समय पर पहचान और प्रभावी उपचार सुनिश्चित करना है। इस दौरान जिनमें 11 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन पाया जाएगा उन्हें खून बढ़ाने की गोलियां दी जाएंगी।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। जिले में मंगलवार काे एनीमिया उन्मूलन अभियान की शुरुआत हो गई। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की ओर से एनीमिया यानी खून की कमी से पीड़ित लोगों की पहचान कर उन्हें आयरन की गोलियां वितरित की जाएंगी।
एक माह तक चलेगा यह अभियान
नोडल अधिकारी के मुताबिक, एक माह तक चलने वाले इस अभियान के दौरान करीब ढाई लाख लोगों की जांच का लक्ष्य रखा गया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य एनीमिया की रोकथाम, समय पर पहचान और प्रभावी उपचार सुनिश्चित करना है।
एनीमिया की समय पर जांच से न केवल बीमारी की रोकथाम संभव है, बल्कि यह महिलाओं व बच्चों के समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। आमजन अभियान के दौरान स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचकर जांच अवश्य करवाएं।
-डॉ. अलका सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी
कार्यक्रम की मुख्य गतिविधियों में जांच, उपचार, संवाद, पुनः खोज और लक्षित हस्तक्षेप (टारगेट) पर केंद्रित होंगी। इस दौरान जिनमें 11 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन पाया जाएगा, उन्हें खून बढ़ाने की गोलियां दी जाएंगी।
जरूरत होने पर दवा भी दी जाएगी
इसके लिए जिले के सभी सीएचसी, पीएचसी और उपमंडलीय अस्पतालों को लक्ष्य निर्धारित कर दिए गए हैं। स्कूलों में बच्चों की भी जांच की जाएगी और जरूरत होने पर उन्हें दवा दी जाएगी। अभियान के तहत लोगों को एनीमिया के लक्षण, बचाव और इलाज के प्रति जागरूक भी किया जाएगा।
छह श्रेणियों की जनसंख्या को करेंगे कवर
- 6 माह से 59 माह तक के बच्चे
- 5 से 9 वर्ष तक के बच्चे
- 10 से 19 वर्ष के किशोर-किशोरियां
- प्रजनन आयु की महिलाएं (15-49 वर्ष)
- गर्भवती महिलाएं
- धात्री (स्तनपान कराने वाली) महिलाएं
इसके अतिरिक्त पिछले अभियानों में जिन रोगियों की हीमोग्लोबिन कम पाई गई थी, उन्हें विशेष रूप से ट्रैक कर उपचार और फालोअप लिया जाएगा।
चाय व कॉफी को खाने के तुरंत बाद लेने से करें परहेज
नोडल अधिकारी डॉ. रश्मि बत्रा ने बताया कि कम हीमोग्लोबिन वाले मरीजों को हरी पत्तेदार सब्जियां, चुकंदर, गुड़, अनार, खजूर आदि आयरन युक्त खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए। साथ ही चाय व कॉफी जैसे पेय पदार्थों को भोजन के तुरंत बाद लेने से परहेज करना चाहिए क्योंकि ये आयरन के अवशोषण में बाधक होते हैं।
एनीमिया के लक्षण
- कमजोरी व थकान
- त्वचा पीली होना
- सांस लेने में दिक्कत
- सिर दर्द, चक्कर आना
- घबराहट व बाल झड़ना
- हाथ-पैरों में दर्द
बचाव के उपाय
- समय-समय पर जांच कराते रहें
- संतुलित, पौष्टिक और प्रोटीनयुक्त आहार लें
- खट्टे फलों का सेवन करें
- नियमित व्यायाम व योग अपनाएं
- विटामिन और फोलिक एसिड की गोलियां लें
सीएमओ की अपील- स्वास्थ्य केंद्रों में करवाएं जांच
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अलका सिंह ने आमजन से अपील करते हुए कहा कि एनीमिया की समय पर जांच से न केवल बीमारी की रोकथाम संभव है, बल्कि यह महिलाओं व बच्चों के समग्र स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। आमजन अभियान के दौरान स्वास्थ्य केंद्रों पर पहुंचकर जांच अवश्य करवाएं।
उन्होंने खास अपील करते हुए कहा कि गर्भवती महिलाएं नियमित रूप से खून की जांच करवाएं, यदि किसी महिला में खून की कमी पाई जाती है, तो आयरन की गोलियां और पौष्टिक आहार लेने की भी सलाह दी जाएगी।
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