दिल्ली-जयपुर हाईवे और नरसिंहपुर में जलभराव से मिलेगी राहत, हाईवे की ड्रेन से जुड़ी 750 मीटर लंबी नई ड्रेन
दिल्ली-जयपुर हाईवे पर नरसिंहपुर में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए 750 मीटर लंबी नई ड्रेन बनाई गई है। इस ड्रेन को हाईवे की ड्रेन से जोड़ा गया है जिससे पानी बादशाहपुर ड्रेन तक पहुंचेगा। इस नई व्यवस्था से मानसून में जलभराव से राहत मिलने और यातायात सुचारू होने की उम्मीद है। पहले पंप से पानी निकाला जाता था पर अब नई ड्रेन जल निकासी में मदद करेगी।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। दिल्ली-जयपुर हाईवे स्थित नरसिंहपुर में इस मानसून में जलभराव की समस्या से राहत मिलने की उम्मीद है। जलभराव से निपटने के लिए बनाई गई 750 मीटर ओपन (खुली) ड्रेन का कनेक्शन हाईवे की ड्रेन से जाेड़ दिया गया है। अब हाईवे की ड्रेन का पानी नई ड्रेन के माध्यम से बादशाहपुर ड्रेन तक पहुंचेगा और जलभराव की समस्या नहीं होगी।
जीएमडीए के एक्सईएन विक्रम सिंह ने बताया कि हाईवे की ड्रेन को नई ओपन ड्रेन से जाेड़ने का कार्य पूरा कर लिया गया है। एनएचएआइ द्वारा हाईवे की ड्रेन से गाद निकालने का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद वर्षा के दौरान तेजी से पानी की निकासी हो सकेगी।
बता दें कि मानसून के दिनों में यहां पर भारी जलभराव होता है और गाड़ियां तक इसमें डूब जाती हैं। दिल्ली-जयपुर हाईवे पर नरसिंहपुर में जलभराव होने से हीरो होंडा चौक से खेड़कीदौला टोल प्लाजा तक दस किलोमीटर लंबा ट्रैफिक जाम लगता है।
नरसिंहपुर में पंप लगाकर निकाला जाता है पानी
हाईवे पर आवाजाही पूरी तरह से प्रभावित होती है। दस -दस घंटे तक भी कई बार ट्रैफिक बाधित होता है। एनएचएआई, जीएमडीए और नगर निगम नरसिंहपुर में पंप लगाकर पानी की निकासी करते हैं। लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं होने के कारण परेशानी हो रही थी।
नरसिंहपुर में हाईवे किनारे औद्योगिक क्षेत्र है और वर्षा होते ही कंपनियों के परिसर में पानी भर जाता है। इससे कर्मचारियों को आवाजाही में परेशानी होती है। कंपनी मालिक भी गेट पर रेत के कट्टे भरकर लगाते हैं ताकि ज्यादा पानी अंदर न जाए। अब ओपन ड्रेन बनने से उम्मीद है कि इस बार जलभराव नहीं होगा।
दस साल बाद हुआ प्रयास, मानसून में होगी टेस्टिंग
नरसिंहपुर में जलभराव की दस साल पुरानी समस्या पर अब प्रशासन ने जमीनी स्तर पर समाधान के लिए प्रयास किए हैं। ड्रेन के निर्माण के लिए एचएसआइआइडीसी ने भी अपनी जमीन दी है। ओपन ड्रेन से पहले नरसिंहपुर में होने वाले जलभराव की निकासी पंप व पाइप की सहायता से होंडा चौक के समीप बादशाहपुर ड्रेन में की जा रही थी।
नरसिंहपुर में जमीन की उपलब्धता की दिशा में पिछले एक महीने से प्रयास किए जा रहे थे लेकिन कोर्ट में मामला होने के चलते यहां पर जलनिकासी के वैकल्पिक मार्ग पर मंथन किया गया। वैकल्पिक ड्रेन निर्माण मार्ग पर एक निजी भूमालिक से भी सहमति ली गई। अब मानसून सीजन शुरू होने वाला है और एक अच्छी वर्षा होने के बाद ही नई ड्रेन की टेस्टिंग हो जाएगी।
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