Delhi University: दिल्ली यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर की नौकरी दिलवाने के नाम पर 26 लाख ठगे, जानें पूरा मामला
Gurugram Job Scam दिल्ली विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर की नौकरी दिलाने के नाम पर गुरुग्राम की एक महिला से 26 लाख रुपये की ठगी की गई। आरोपितों ने महिला के परिवार को जाल में फंसाकर यह ठगी की। महिला को कई बार यूनिवर्सिटी की ई-मेल आईडी से ई-मेल भी भेजे गए। जब महिला कागजों की जांच के लिए यूनिवर्सिटी पहुंची तो उसे धोखाधड़ी का पता चला।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। दो लोगों ने गुरुग्राम के डूंडाहेड़ा गांव निवासी एक महिला को दिल्ली यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर की नौकरी दिलवाने के नाम पर 26 लाख रुपये की ठगी कर ली। आरोपितों ने साजिश रचकर महिला के परिवारवालों को जाल में फंसाया।
कई बार यूनिवर्सिटी की ई-मेल आईडी से महिला के पास ई-मेल भेजे गए। आरोपितों के कहे अनुसार जब महिला कागजों की जांच कराने के लिए यूनिवर्सिटी पहुंची तो धोखाधड़ी का पता चला। रुपये वापस मांगने पर उन्होंने जान से मारने की धमकी दी।उद्योग विहार थाने में बुधवार को धोखाधड़ी का केस दर्ज किया गया।
महिला के भाई ने उद्योग विहार थाना पुलिस को दी शिकायत
महिला के भाई अंकुर राव ने उद्योग विहार थाना पुलिस (Gurugram Police) को दी शिकायत में कहा कि उनकी बहन पूजा यादव शादीशुदा हैं। वह 2023 में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी में सहायक प्रोफेसर पद के लिए भी इंटरव्यू दिया, लेकिन इसमें वह फेल हो गईं।
रवि ने बताया कि उनकी नूंह के ताउड़ू निवासी ओमकार यादव से जान पहचान थी। वह अक्टूबर 2023 में उनके घर आया। उसने बातों-बातों में पूजा की नौकरी के बारे में पूछा। जब उसे इंटरव्यू क्लीयर न होने के बारे में बताया तो उसने कहा कि उसकी दिल्ली यूनिवर्सिटी में उच्च अधिकारियों से जान पहचान है।
आरोपितों ने पूजा के परिवारवालों को दिखाए कई नौकरी के खत
वह पूजा का इंटरव्यू क्लीयर कराकर नौकरी पर लगवा देगा। इसके बाद उसने रोहतक के सांपला निवासी संदीप कुमार व अन्य लोगों से मिलवाया। नौकरी लगवाने के लिए 32 लाख रुपये मांगे गए। झांसे में लेने के लिए आरोपितों ने पूजा के परिवारवालों को कई नौकरी के लेटर दिखाए।
रवि ने शुरुआत में 15 लाख रुपये ट्रांसफ कर दिए। इंटरव्यू की ई-मेल आने पर पांच लाख रुपये दिए गए। अप्रैल 2024 तक आरोपितों को 26 लाख रुपये दे दिए गए। इस दौरान पूजा के मेल पर यूनिवर्सिटी की ई-मेल आइडी से कई बार मेल आए। कभी इंटरव्यू तो कभी कागजों की जांच की मेल भेजी गई।
जब अप्रैल 2024 में कागजों की जांच के लिए पूजा व रवि कैंपस में पहुंचे तो उन्हें धोखाधड़ी का पता चला। इस पर उन्होंने ओमकार से रुपये वापस मांगे। कई महीनों तक आरोपित पैसे देने के लिए टाल-मटोल करते रहे। अंत में रुपये वापस मांगने पर उन्होंने जान से मारने की धमकी दी। थाना पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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