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    महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर होगा सबसे ज्यादा जोर: प्रीति भारद्वाज

    By JagranEdited By:
    Updated: Mon, 05 Mar 2018 03:01 AM (IST)

    केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध पर अंकुश लगाने का प्रयास

    महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर होगा सबसे ज्यादा जोर: प्रीति भारद्वाज

    केंद्र से लेकर प्रदेश सरकार महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है। महिला थाने खोले गए हैं। वहीं थानों में महिला हेल्प डेस्क भी खोली जा रही हैं। इसके बावजूद महिलाओं के खिलाफ अपराध कम नहीं हो रहे हैं। गुरुग्राम में विगत एक माह में कई चर्चित मामले सामने आए हैं। कुछ ऐसी भी शिकायतें आई जिन पर पुलिस ने समय रहते गौर नहीं किया। पीड़िता को थानों के चक्कर लगाने पड़े। इन आरोपों को देखते हुए हरियाणा राज्य महिला आयोग अधिक सक्रियता दिखा रहा है। इन्हीं सब बातों पर दैनिक जागरण के प्रतिनिधि महावीर यादव ने हरियाणा राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष प्रीति भारद्वाज से विस्तार से बात की। पेश है बातचीत के मुख्य अंश:

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    - महिला आयोग अपने उद्देश्य में कितना कामयाब रहा है?

    -महिलाओं के साथ किसी भी क्षेत्र में भेदभाव ना हो और महिला किसी भी तरीके से अपने अधिकारों ने वंचित ना रह जाए, यही हमारी कोशिश है। आयोग का मूल उद्देश्य भी यही है कि महिला को अपने पूरे अधिकार मिल सकें। अधिकतर महिलाओं को आयोग के बारे में जानकारी नहीं है। इसके लिए जागरूकता अभियान चलाने की जरूरत है।

    -ग्रामीण क्षेत्रों में लड़कियों को उच्च शिक्षा के लिए परिवार बाहर भेजने में हिचकिचाते है, और वे आगे बढ़ने से वंचित रह जाती हैं?

    - यह बात बिल्कुल सही है। इसके लिए प्रदेश सरकार व मुख्यमंत्री मनोहर लाल बेहद गंभीर हैं। लड़कियों को दूर जाने में दिक्कत होती है। इसके लिए 20 किलोमीटर के दायरे में ही कॉलेज बनाए जा रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में लड़कियों को बाहर भेजने के लिए अभिभावकों को भी प्रेरित किया जाएगा। कम से कम हर लड़की इतना तो पढ़ ले कि वह अपने बच्चों को पढ़ा सके।

    - प्रदेश में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध को रोकने के बारे में आयोग क्या कदम उठा रहा है?

    - इसके लिए पुरुषों की मानसिकता बदलनी होगी। भाजपा सरकार में महिलाओं पर होने वाले अपराधों पर काफी अंकुश लगा है। महिला थाने खोले गए हैं। जहां पर महिला अपनी बात बेहिचक रख सकती है। महिला आयोग भी महिलाओं को अपराध होने पर खुलकर सामने आने के लिए जागरूक करेगा।

    - जेलों में बंद महिलाओं के लिए क्या योजना है?

    - जेलों में बंद महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम किया जाएगा। महिला आयोग ने इस बारे में प्रदेश की कई बड़ी जेलों का दौरा करके महिला कैदियों से बातचीत की है। उन महिलाओं की बातचीत के आधार पर जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा।

    - महिला दिवस पर महिलाओं के आपका क्या संदेश है?

    ृ- महिला अपने आपको अबला ना समझे। महिलाओं को पुरुषों की बराबरी का दर्जा हासिल है। अगर किसी महिला को किसी प्रकार की कोई दिक्कत आती है तो वे अपनी बात महिला आयोग के सामने रख सकती है। महिला आयोग उनकी हर समस्या का समाधान करने को हमेशा तैयार है।

    परिचय:-

    नाम:- प्रीति भारद्वाज

    जन्म स्थान:- दिल्ली

    निवास:- सेक्टर-55 गुरुग्राम

    शिक्षा:- नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया से एलएलएम, दिल्ली विश्वविद्यालय से राजनीति शास्त्र में स्नातकोत्तर, इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट से कारपोरेट लॉ एंव लेबर लॉ में डिप्लोमा।

    कार्य:-सुप्रीम कोर्ट में वर्ष 2000 से 2002 तक सेंटर फार वुमेन डेवलपमेंट स्टडीज में बतौर लीगल रिसचर,

    - वर्ष 2002 से 2004 तक एनएलसआइयू बेंगलुरू में बतौर फैकल्टी फेलो

    अवार्ड एवं पदक : नेशनल लॉ स्कूल ऑफ इंडिया में टॉपर रही और गोल्ड मेडल लिया।

    -इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट में लेबर लॉ में टॉपर रही।