गुरुग्राम: मानेसर को जल्द मिलेगा पहला सिटी बस डिपो, सेक्टर 80-95 और 30 गांवों को बड़ी राहत
मानेसर के नाहरपुर-कासन इलाके में पहला सिटी बस डिपो जल्द बनेगा, जिससे गुरुग्राम के सेक्टर 80-95 और मानेसर के 30 गांवों को फायदा होगा। GMDA द्वारका एक्सप्रेसवे के पास भी डिपो बना रही है। पहले भंगरोला में डिपो बनना था, पर जगह की कमी से योजना रद्द हो गई। अब नाहरपुर कसान में 11.3 एकड़ जमीन पर डिपो बनेगा, जिससे 150 बसों की क्षमता बढ़ेगी और लोगों को बेहतर परिवहन मिलेगा।

मानेसर के नाहरपुर-कासन इलाके में पहला सिटी बस डिपो जल्द बनेगा। फाइल फोटो
संदीप रतन, गुरुग्राम। मानेसर का पहला सिटी बस डिपो जल्द ही मानेसर के नाहरपुर-कासन इलाके में बनकर तैयार हो जाएगा। इस डिपो से न्यू गुरुग्राम के सेक्टर 80 से 95 और मानेसर के 30 गांवों के हजारों यात्रियों को काफी सुविधा मिलने की उम्मीद है। अभी, गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन सिटी बस लिमिटेड सेक्टर 10 और सेक्टर 54 में बस डिपो चलाती है, जबकि सेक्टर 48 में इलेक्ट्रिक बसों के लिए एक मॉडर्न डिपो तेजी से बन रहा है।
बढ़ती आबादी, नए सेक्टरों के विस्तार और पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बढ़ती जरूरत को देखते हुए, मानेसर इलाके में एक बड़े डिपो की जरूरत महसूस की जा रही थी। इसके अलावा, गुरुग्राम मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी (GMDA) भी द्वारका एक्सप्रेसवे के किनारे सेक्टर 103 में एक सिटी बस डिपो बना रही है।
बता दें कि मानेसर नगर निगम के हिस्से वाले भंगरोला गांव में नगर निगम की 9.2 एकड़ जमीन पर बस डिपो बनाने के प्रस्ताव को पहले अथॉरिटी ने मंजूरी दे दी थी। लेकिन, इस ज़मीन तक पहुँचने का रास्ता पतला होने की वजह से प्रपोज़ल कैंसिल कर दिया गया और नई जगह तय की गई।
नाहरपुर कसान में 11.3 एकड़ जमीन
नाहरपुर कसान में दो जगहों का सर्वे किया गया है। एक जगह, जिसका साइज़ 11.3 एकड़ है, सिटी बस डिपो के लिए सही पाई गई है। यह ज़मीन HSIDC की है। GMDA अधिकारियों का कहना है कि चीफ़ एग्ज़ीक्यूटिव ऑफ़िसर इस ज़मीन को लेने के लिए HSIDC को प्रपोज़ल देंगे, जिसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी।
- गुरुग्राम में 150 सिटी बसें चलती हैं।
- 400 नई इलेक्ट्रिक बसों को लॉन्च करने का ऐलान किया गया है।
- दो सिटी बस डिपो पहले ही बन चुके हैं।
- चार नए बस डिपो बनाने की तैयारी चल रही है।
नए गुरुग्राम और इंडस्ट्रियल एरिया को फायदा होगा
गुरुग्राम और मानेसर में सेक्टर 81 से 115 के आस-पास के इंडस्ट्रियल और रेजिडेंशियल एरिया को सीधा फ़ायदा होगा। अभी तक बस पार्किंग, मेंटेनेंस और शेड्यूलिंग के लिए ठीक से इंतज़ाम नहीं थे, जिससे बसें अक्सर लेट होती थीं और पैसेंजर की कमी होती थी। नाहरपुर के रहने वाले शिवम का कहना है कि सिटी बस डिपो और बसों की संख्या बढ़ाने की लंबे समय से मांग थी। डिपो समय पर बन जाने से लोगों को पब्लिक ट्रांसपोर्ट का फ़ायदा मिलेगा।
26 रूट पर चल रहीं 150 बसें
अभी, GMCBL 26 रूट पर 150 लो-फ़्लोर सिटी बसें चलाती है। नाहरपुर डिपो बनने से इन बसों की कैपेसिटी बढ़ेगी, रूट की फ़्रीक्वेंसी बेहतर होगी और नए रूट भी शुरू होंगे। कामकाजी लोगों, स्टूडेंट्स और रोज़ाना आने-जाने वालों, खासकर इंडस्ट्रियल एरिया में रहने वालों को इसका सीधा फ़ायदा होगा। गुरुग्राम यूनिवर्सिटी भी कांकरोला के पास है, जिससे सिटी बस सर्विस बेहतर होंगी।
नाहरपुर डिपो में बस पार्किंग, चार्जिंग स्टेशन (ई-बसों के लिए), मेंटेनेंस वर्कशॉप और ड्राइवर सुविधा सेंटर जैसी सुविधाएं डेवलप की जाएंगी। इससे मानेसर और न्यू गुरुग्राम में पब्लिक ट्रांसपोर्ट बढ़ेगा और प्राइवेट गाड़ियों पर निर्भरता कम होगी।

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