गुरुग्राम में मलेरिया ने तोड़ा पांच साल का रिकॉर्ड, ये लक्षण दिखते ही तुरंत हो जाएं सावधान
गुरुग्राम में मलेरिया के मामलों में पिछले पांच सालों में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सतर्क रहने और मच्छरों से बचाव के उपाय करने की सलाह दी है। बुखार, सिरदर्द जैसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने को कहा गया है। मच्छरों से बचाव और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

सांकेतिक तस्वीर
वरुण त्रिवेदी, गुरुग्राम। जिला स्वास्थ्य विभाग डेंगू पर कंट्रोल करने में कामयाब रहा, लेकिन मलेरिया से जंग में पिछड़ गया। इस बार मलेरिया के मरीजों का आंकड़ तेजी से बढ़ा है, जिससे जिले में मलेरिया का पिछले पांच साल का रिकार्ड टूट गया। इस वर्ष सबसे ज्याद मलेरिया के आठ संक्रमित मिल चुके हैं। इससे पहले 2019 में 15 मरीज मलेरिया से संक्रमित मिले थे। हालांकि राहत की बात यह है कि अभी तक किसी मरीज की मौत नहीं हुई है।
जिले में जलभराव व गंदगी से निजात नहीं मिल पा रही है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशों के बाद भी मलेरिया पर रोक लगने के बजाय संक्रमित पाए जा रहे हैं। यह स्थिति तब है जबकि इन संक्रमितों में जिले के प्रवासी बाशिंदों का रिकॉर्ड शामिल नहीं किए जा रहे हैं। उधर, सरकार ने मलेरिया खत्म करने के लिए
स्वास्थ्य विभाग के लक्ष्य का समय बढ़ा दिया है। इसको लेकर अब सरकार ने मलेरिया को जड़ से खत्म करने का लक्ष्य 2030 तक रखा है। पिछले सात सालों में जिले में 31 मलेरिया के केस रिपोर्ट हुए हैं। इस दौरान वर्ष 2022 और 2023 में संक्रमितों की संख्या शून्य रही जबकि वर्ष 2024 में सिर्फ दो केस आए थे। इस वर्ष अब तक संक्रमितों की संख्या चार गुना बढ़कर आठ हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि सीजन अभी गया नहीं है। लोगों को एहतियात बरतनी होगी।
21 लाख से अधिक संदिग्ध मरीजों की मलेरिया जांच
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. जयप्रकाश राजरीवाल ने बताया कि एंटी लार्वा व फीवर मास सर्व अभियान के तहत जनवरी 2025 से अब तक 18 लाख 49 हजार 866 घरों व सार्वजनिक स्थानों की जांच की जा चुकी है।
इसके अलावा 21 लाख तीन हजार 626 संदिग्ध मरीजों की रक्त पट्टिका लेकर मलेरिया जांच के लिए भेजी जा चुकी हैं। स्वास्थ्य टीमें ने दवा का छिड़काव करके मलेरिया एवं डेंगू का लार्वा नष्ट किया जबकि 9 हजार 297 संबंधित व्यक्तियों को नोटिस जारी किए गए हैं।
मादा मच्छर के काटने के 6 से 8 दिन बाद शुरू होते मलेरिया के लक्षण
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी डेंगू और मलेरिया के लक्षणों को नजरअंदाज नहीं करने और बरसात के मौसम में सावधानी बरतने की सलाह दी है। मलेरिया के लक्षण मादा मच्छरों के काटने के 6 से 8 दिन बाद शुरू होते हैं। इसमें ठंड लगकर बुखार का आना और बुखार के ठीक होने पर पसीना आता है। इसके अलावा मरीज को थकान, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, पेट की परेशानी, उल्टियां, बेहोशी, एनीमिया, त्वचा में पीला पन आदि लक्षण महसूस होने पर जांच कराना बेहतर है।
बीते वर्षों में ये रहा मलेरिया का ग्राफ
वर्ष..........मलेरिया मरीज
2019.....15
2020.....04
2021.....02
2022.....00
2023.....00
2024.....02
2025.....08 (अब तक)
मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अलर्ट हैं। विभाग के पास जांच और उपचार की पूरी व्यवस्था है। दवा का छिड़काव व फांगिंग की जा रही है। मच्छर जनित बीमारियों से रोकथाम के लिए लोगों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है ताकि मलेरिया के मच्छर को हराया जा सके।
- डॉ. अलका सिंह, सिविल सर्जन, गुरुग्राम

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