समय पर सफाई नहीं हुई तो मानसून सीजन में उफनेंगे नाले
मानसून सीजन शुरू होने से पहले अगर बरसाती नालों की सफाई नहीं हुई तो शहर में जलभराव होगा। हकीकत ये है कि कोई भी नाला ऐसा नहीं है जिसकी सफाई की गई हो।

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: मानसून सीजन शुरू होने से पहले अगर बरसाती नालों की सफाई नहीं हुई तो शहर में जलभराव होगा। हकीकत ये है कि कोई भी नाला ऐसा नहीं है, जिसकी सफाई की गई हो। सेक्टरों, कालोनियों से लेकर दिल्ली-जयपुर हाइवे किनारे बने बरसाती नाले कचरे और गंदगी से भरे हुए हैं। नगर निगम गुरुग्राम, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) और जीएमडीए तथा हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण ने नालों की सफाई नहीं की है। नगर निगम और जीएमडीए के अधिकारियों का दावा है कि 15 जून तक नालों की सफाई का कार्य पूरा कर लिया जाएगा, मगर ऐसा करने के लिए भई तैयारियां अभी से करनी होंगी।
इन जगहों पर ध्यान देने की जरूरत
सेक्टर पांच के बरसाती नाले की सफाई पिछले काफी दिनों से नहीं की गई है। पालम विहार रोड के नाले स्लैब हटे हैं और सफाई नहीं होने से इसमें कचरा तथा गाद जमा है। सेक्टर नौ की ड्रेन के ऊपर स्लैब टूट चुके हैं। काफी जगहों की सड़कों की मिट्टी जमा होने के कारण ड्रेन अवरुद्ध हो गई है। - -
नरसिंहपुर में हाइवे और सर्विस लेन हो जाती है जलमग्न
दिल्ली-जयपुर हाइवे किनारे बनी ड्रेन में कचरा जमा है। यह खुली ड्रेन है और इसमें कूड़ा भरा है। बुधवार को हुई हल्की बारिश में भी हाइवे पर कई जगह कुछ देर के लिए जलभराव हो गया था। इस ड्रेन की सफाई की जिम्मेदारी एनएचएआइ की है।
विभागों को करने होंगे ये इंतजाम
- जीएमडीए को लेग-1, लेग-2 और बादशाहपुर ड्रेन की बारिश से पहले सफाई करनी होगी।
- नई क्रीक, चेक डैम बनाने के साथ ही जलभराव के हिसाब से संवेदनशील इलाकों में जलभराव से बचाने के इंतजाम करने होंगे।
- शहर के अंडरपासों में पानी छोड़कर पहले ही ट्रायल करना होगा।
- शिकायतों के निपटान के लिए एक कंट्रोल रूम भी स्थापित करना होगा।

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