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    थूकने पर रोक का मतलब बीमारी फैलने से रोकना

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 16 Apr 2020 07:20 PM (IST)

    कही पर थू्कने पर रोक लगाना और चालान करने के फैसले को डॉक्टरों ने सही ठहराया है। ...और पढ़ें

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    थूकने पर रोक का मतलब बीमारी फैलने से रोकना

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: कही भी थूकने पर रोक लगाने और चालान करने के फैसले को डॉक्टरों ने सही ठहराया है। डॉक्टरों को कहना है कि अगर कोरोना वायरस से ग्रस्त मरीज कहीं पर थूक देता है तो उससे कोरोना वायरस फैलने का खतरा रहता है। अगर किसी व्यक्ति को बीमारी के कारण थूकना मजबूरी है, तो उसे अपने साथ प्लास्टिक की लॉक वाली थैली साथ रखनी चाहिए। वैसे भी लॉकडाउन के कारण इन दिनों सभी को घर में रहना पड़ रहा है। इस लिए किसी को इस नियम से परेशानी नहीं होनी चाहिए। डॉक्टरों ने कहा कि अगर किसी को मजबूरी में घर से बाहर जाना पड़ रहा है तो वह अपने साथ ऐसी थैली रखे, जिसमें वह थूक सके।

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    - अगर कोरोना वायरस से ग्रस्त कोई व्यक्ति थूकता है तो वह बीमारी को फैला रहा है। अगर किसी बीमार मरीज को बार बार थूक आ रहा है तो वह अपने साथ प्लास्टिक की लॉक वाली थैली साथ में रखे। स्वस्थ व्यक्ति कहीं पर थूकता है तो गंदगी फैलती है और बीमार व्यक्ति के थूकने पर बीमारी दूसरे लोगों में फैलने का खतरा रहता है। थूकने पर जुर्माना सिर्फ कुछ दिनों के लिए है और जब तक लोगों को घरों में रहना है इसलिए किसी के लिए यह नियम ज्यादा परेशानी वाला नहीं है। बहुत बुजुर्ग लोगों को कफ बनता है और उनका थूकना मजबूरी है, तो उन्हें थैली रखनी चाहिए।

    - डॉ. नवीन कुमार, वरिष्ठ फिजिशियन

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    सड़कों पर खुले में थूकने वाले लोग इस बात से बिल्कुल बेपरवाह रहते हैं कि वे अगर किसी भी तरह के संक्रमण से प्रभावित हैं तो वह खुले में थूककर कितनी तेजी से संक्रमण फैला रहे हैं। सभी को समझ लेना चाहिए कि जब हम जमीन पर थूकते हैं तो सबसे पहले हमारे थूक के कण जो कि सूक्ष्मता के कारण हमें नजर नहीं आ रहे होते वे सीधे दूसरे समीप खड़े लोगों पर गिर रहे होते हैं। कभी यही थूक जमीन के ऊपरी सतह पर होने के कारण धूल के साथ मिलकर अप्रत्यक्ष रूप से संक्रमण को फैला रहा होता है। इस महामारी के समय में ही नहीं बल्कि हमेशा के लिए सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर रोक लगनी चाहिए। यदि किसी बीमारी के चलते व्यक्ति को बार-बार थूक आता है तो निश्चित रूप से उसे एक प्लास्टिक की लॉक वाली थैली साथ में रखकर चलना चाहिए ताकि अति आवश्यक हो तो वह थैली में थूके और उसे बाद में सही स्थान पर डिस्पोज करें। अगर कोई बीमार व्यक्ति थूक को अपने अंदर लेता है तो यह उसके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।

    - डॉ. परमेश्वर अरोड़ा, वरिष्ठ आयुर्वेद विशेषज्ञ