अरावली को बचाने के लिए गुरुग्राम में यूथ कांग्रेस ने किया हवन यज्ञ, पर्वत शृंखला बचाने का लिया संकल्प
गुरुग्राम में यूथ कांग्रेस ने अरावली पर्वत श्रृंखला को बचाने के लिए हवन यज्ञ किया। यूथ कांग्रेस ने अरावली को बचाने और पर्वत श्रृंखला की रक्षा करने का ...और पढ़ें
-1766533817331.webp)
भगवान महावीर चौक के पास शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते कांग्रेसी। सौ. यूथ कांग्रेस
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। अरावली पर्वत शृंखला के संरक्षण की मांग को लेकर हरियाणा प्रदेश यूथ कांग्रेस की ओर से गुरुग्राम में अरावली सत्याग्रह, सद्भावना संकल्प अनशन किया गया। भगवान महावीर चौक के पास मंगलवार दोपहर कार्यकर्ता एकत्रित हुए और शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते हुए अरावली को बचाने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम की शुरुआत चौक पर हवन यज्ञ से की गई। इसमें आहुति डालकर पर्यावरण संरक्षण और अरावली पर्वत शृंखला को सुरक्षित रखने का संकल्प लिया गया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथों में तख्तियां लेकर अरावली बचाने के नारे लगाए और आमजन से इस मुहिम में जुड़ने की अपील की। युवा कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष निशित कटारिया ने कहा कि अरावली केवल पहाड़ों की शृंखला नहीं, बल्कि एनसीआर और उत्तर भारत के लिए जीवनरेखा है।
यदि अरावली को नुकसान पहुंचा तो इसका सीधा असर पर्यावरण, जलस्तर और आमजन के स्वास्थ्य पर पड़ेगा। इस अवसर पर पूर्व मंत्री सुखबीर कटारिया, युवा कांग्रेस सह प्रभारी प्रियंका चंदेलिया, अमित यादव, मनीष खटाना, अनिल, गजेंद्र चौहान, अभिषेक यादव, मुकेश डागर, शिव प्रताप, मोहित तंवर, अमृत उल्लावास, कृष्ण सैनी, राज प्रकाश, हरीश आदि मौजूद रहे।
प्राकृतिक सुरक्षा कवच है अरावली शृंखला: डावर
अरावली शृंखला में 100 मीटर से नीचे की चोटियों को संरक्षण से बाहर करने के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर गुरुग्राम कांग्रेस के शहरी जिलाध्यक्ष पंकज डावर ने कहा कि इस फैसले से अरावली पर संकट आ गया है। हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि अरावली दिल्ली समेत एनसीआर के लिए प्राकृतिक सुरक्षा कवच है।
अरावली की वजह से ही एयर पाल्यूशन, जल की बचत और तापमान को सही रखने में मदद मिलती है। फैसला देशहित, जनहित में बदलना चाहिए। कहा कि अरावली दुनिया की सबसे पुरानी पर्वत शृंखलाओं में से एक है, जो लाखों साल पहले बनी थी। गुजरात से राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली तक करीब 800 किलोमीटर में अरावली शृंखला फैली हुई है। हरियाणा में भिवानी जिले के तोशाम और महेंद्रगढ़ जिले के मधोपुरा को मिलाकर सिर्फ दो ही अरावली की चोटियां 100 मीटर से ऊंची हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।