गुरुग्राम में दो युवकों ने की आत्महत्या, मानसिक तनाव बना सुसाइड का कारण
गुरुग्राम में मानसिक रूप से परेशान दो युवकों ने अलग-अलग स्थानों पर आत्महत्या कर ली। पालम विहार में नरेंद्र नामक युवक ने ससुराल में फांसी लगाई, वह मूल रूप से झांसी का रहने वाला था। वहीं, सुखराली गांव में मनीष नामक 21 वर्षीय श्रमिक ने भी फांसी लगाकर जान दे दी। पुलिस दोनों मामलों की जांच कर रही है, आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
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जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गुरुग्राम में अलग-अलग जगहों पर मानसिक रूप से परेशान दो युवकों ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया। आत्महत्या के सटीक कारण सामने नहीं आ पाए। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पहली घटना पालम विहार थाना क्षेत्र की है। यहां धर्म कॉलोनी में ससुराल आए 27 वर्षीय नरेंद्र नाम के युवक ने मंगलवार सुबह फंदा लगा लिया। नरेंद्र मूल रूप से यूपी के झांसी जिले के सिकंदरा गांव के रहने वाले थे। यह पत्नी के साथ सेक्टर 104 में रहते थे और एक निजी कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड थे।
बताया जाता है कि कुछ महीनों पहले गर्भवती होने पर पत्नी को उन्होंने गांव भेज दिया था। इस समय वह अकेले थे। इनके साले मनीष कुमार ने बताया कि सोमवार दोपहर उनके जीजा नरेंद्र उनके घर आए। उन्होंने मानसिक रूप से परेशान होने की जानकारी दी। वह रातभर यहीं रुके। जब मंगलवार सुबह सभी लोग सो रहे थे तो उन्होंने कमरे में फंदा लगा लिया।
दूसरी ओर सेक्टर 17-18 थाना क्षेत्र के सुखराली गांव में किराये से रहने वाले 21 वर्षीय मनीष ने सोमवार शाम फंदा लगाकर जान दे दी। वह मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के फुगाना गांव के रहने वाले थे।
पुलिस के मुताबिक, आसपास के लोगों ने घटना की जानकारी कंट्रोल रूम में दी थी। अभी आत्महत्या के कारण सामने नहीं आ पाए हैं। कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है। युवक गुरुग्राम में श्रमिक का काम करता था।

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