गुरुग्राम में ठगी का भंडाफोड़, आरटीओ की फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजकर लगाते थे चूना; दो गिरफ्तार
गुरुग्राम साइबर पुलिस ने आरटीओ की फर्जी वेबसाइट का लिंक व्हाट्सऐप पर भेजकर ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी अलवर जिले के पवन और विक्की हैं। पुलिस ने इन्हें राजस्थान के भिवाड़ी से पकड़ा और इनके पास से मोबाइल फोन बरामद किए। जांच में पता चला कि ठगी की रकम कमीशन पर बेचे गए बैंक खातों में ट्रांसफर हुई थी।

आरटीओ के फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजकर ऑनलाइन ठगी करने का दो आरोपी गिरफ्तार।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। साइबर पुलिस ने व्हाट्सएप पर आरटीओ के फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजकर आनलाइन ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान जिला अलवर के गांव घटाल निवासी पवन (33) और विक्की (28) के रूप में हुई है।
साइबर पुलिस को बीती 27 अगस्त को आरटीओ की फर्जी वेबसाइट का लिंक भेजकर मोबाइल फोन हैक करके साइबर ठगी करने की शिकायत मिली थी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की। एसीपी साइबर अपराध प्रियांशु दीवान की अगुवाई में निरीक्षक अमित कुमार ने जांच पड़ताल के बाद सजीक सुराग पर 23 अक्टूबर को पुलिस टीम के साथ राजस्थान के भिवाड़ी में छापा मारा।
पुलिस ने वारदात के आरोपित पवन और विक्की को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से दो मोबाइल बरामद किए हैं। पुलिस ने आरोपितों को अदालत में पेश करके न्यायिक हिरासत में भेजा दिया। अभियोग में जांच जारी है।
कमीशन में उपलब्ध करा रहे थे बैंक खाते
पुलिस की जांच में सामने आया कि ठगी गई राशि में से चार लाख रुपये आरोपित पवन के बैंक खाते में ट्रांसफर हुए थे। आरोपित पवन ने यह बैंक खाता दूसरे आरोपित विक्की को बैंक खाते में ट्रांसफर होने वाली राशि के 10 प्रतिशत कमीशन पर बेचा दिया था, आरोपित विक्की ने यह बैंक खाता किसी अन्य व्यक्ति को खाते में ट्रांसफर होने वाली राशि के 20 प्रतिशत कमीशन पर बेच दिया था। आरोपित पवन भिवाड़ी में ई-मित्र की दुकान चलाता है।

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