गुरुग्राम में कारों ने घटा दी शहर की रफ्तार, GMDA के ट्रैफिक सर्वे में सामने आया जाम और प्रदूषण का बड़ा कारण
गुरुग्राम में ट्रैफिक की समस्या गंभीर है। जीएमडीए के सर्वे के अनुसार, शहर की सड़कों पर 4.47 लाख कारों का दबाव है, जिससे औसत गति 30 किमी/घंटा से भी कम हो गई है। सार्वजनिक परिवहन की कमी से निजी वाहनों पर निर्भरता बढ़ी है। जीएमडीए चौराहों पर अंडरपास और फ्लाईओवर बनाने की योजना बना रहा है, जिसमें मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के पास 80 करोड़ का अंडरपास भी शामिल है। 2031 तक शहर की आबादी 42.5 लाख होने का अनुमान है।

संदीप रतन, गुरुग्राम। शहर की सड़कों पर 4.47 लाख कारों का दबाव रहता है। यही कारण है कि शहर की मुख्य सड़कों पर दिनभर लोग ट्रैफिक जाम से जूझते हैं। गुरुग्राम मेट्रोपालिटन डेवलपमेंट अथारिटी (जीएमडीए) द्वारा करवाए गए सर्वे में पता चला है कि प्रतिदिन लगभग चार लाख 47 हजार 519 कारें एनसीआर और आसपास के जिलों से गुरुग्राम में प्रवेश करती हैं।
शहर के 953 किलोमीटर लंबे नेटवर्क (जिसमें एक्सप्रेसवे, सर्विस रोड और आंतरिक सड़कें शामिल हैं), पर वाहनों की औसत रफ्तार 30 किलाेमीटर प्रति घंटे से भी कम रह गई है। इसके कारण तेजी से वाहन नहीं निकल पाते हैं और लोगों को परेशानी होती है।
सर्वे के अनुसार सिटी बसें और सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पर्याप्त न होने के कारण निजी वाहनों पर निर्भरता बढ़ी है, जिसका सीधा असर जाम और प्रदूषण पर पड़ रहा है। इन दिनों वाहनों के धुएं और इनके चलने के दौरान सड़कों पर धूल उड़ने से एयर क्वालिटी इंडेक्स 300 से ऊपर दर्ज किया जा रहा है।
इन सड़कों पर भारी ट्रैफिक जाम की स्थिति
- गोल्फ कोर्स रोड
- मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो जंक्शन
- सेक्टर 27–29–43–44 जंक्शन
- बख्तावर चौक
- ओल्ड दिल्ली रोड
- न्यू रेलवे रोड
- ओल्ड रेलवे रोड
- राजीव चौक
- राजीव चौक से सोहना चौक
- झाड़सा चौक
- सेक्टर 29 रोड
- सेक्टर 44 रोड
- गैलेरिया रोड
75 प्रतिशत चौराहों पर पीक आवर में जाम
ट्रैफिक सर्वे में पता चला है कि 75 फीसदी से अधिक इंटरसेक्शन पर पीक आवर में जाम की स्थिति बनी रहती है, जिससे यात्रियों का समय बर्बाद होता है। ईंधन की बर्बादी होती है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जीएमडीए ने शहर में कई चौराहों पर अंडरपास और फ्लाईओवर बनाने की योजना तैयार की है, ताकि वाहनों का आवागमन बिना रुकावट हो सके और भीड़भाड़ वाले क्रासिंग पर दबाव कम किया जा सके।
- 953 किलोमीटर लंबा सड़क नेटवर्क शहर के दायरे में है।
- 20 से ज्यादा चौराहों और सड़कों पर लंबा ट्रैफिक जाम लगता है।
- 8 बजे सुबह से 11 बजे और शाम को पांच बजे से दस बजे तक ट्रैफिक जाम लगता है।
- 200 से ज्यादा चौराहों और सड़कों को सुधारने की योजना है।
- 2031 तक शहर की आबादी 42.5 लाख होने का अनुमान है।
80 करोड़ से बनेगा अंडरपास
मिलेनियम सिटी सेंटर मेट्रो स्टेशन के आसपास भीड़ कम करने के लिए लगभग 80 करोड़ की लागत से नए अंडरपास का प्रस्ताव तैयार किया गया है, जिसकी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करवाई जा रही है।
जीएमडीए के एक्सईएन अमित गोदारा ने बताया कि इन प्रोजेक्ट का उद्देश्य ट्रैफिक को ग्रेड सेपरेटेड सुविधा देना, यात्रा समय घटाना, नेटवर्क की दक्षता बढ़ाना और सड़कों को सुरक्षित बनाना है। प्रोजेक्ट साइट पर काम शुरू होने के बाद इसे लगभग 24 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
प्रतिदिन 71.5 लाख यात्री सफर करेंगे
गुरुग्राम मानेसर अर्बन कांप्लेक्स प्लान 2031 के अनुसार वर्ष 2031 तक शहर की आबादी 42.5 लाख होने का अनुमान है। 2041 तक आबादी 55 लाख होने की संभावना है। 2041 में प्रतिदिन 71.5 लाख यात्री सफर करेंगे।
शहर में बनेंगे 35 ग्रेड सेपरेटर
साइबर सिटी की ट्रैफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए 35 ग्रेड सेपरेटर बनाए जाएंगे। इसके अलावा 3 आरओबी-आयूबी और 200 इंटरसेक्शन में सुधार करने का प्लान है।
बख्तावर चौक, सती चौक, सेक्टर 45-46-44 क्षेत्र के चौराहे के साथ अन्य चौराहों को दुरुस्त करने तथा यहां पर फ्लाईओवर व अंडरपास बनाने की योजना तैयार की जा रही है। इससे शहर में प्रतिदिन लगने वाले ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी।

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