छात्रों का हक मारने वाले प्राइवेट स्कूलों की रिपोर्ट तैयार, विभाग ने जारी किया नोटिस
गुरुग्राम में आरटीई के तहत दाखिले में आनाकानी करने वाले निजी स्कूलों पर शिक्षा विभाग की नजर है। वंचित छात्रों को दाखिला न देने पर कई स्कूलों को नोटिस जारी किया गया है। 470 सीटों में से केवल 92 भरी गईं, जबकि सैकड़ों आवेदन लंबित हैं या खारिज कर दिए गए हैं। रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।

गुरुग्राम में आरटीई के तहत दाखिले में आनाकानी करने वाले निजी स्कूलों पर शिक्षा विभाग की नजर है। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत दाखिला देने में आनाकानी करने पर जिले के कई निजी स्कूल शिक्षा विभाग की निगरानी में हैं। विभाग ने वंचित पृष्ठभूमि के छात्रों को दाखिला न देने पर कई नामी स्कूलों समेत इन निजी स्कूलों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
स्कूलों के जवाब के बाद एक रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेज दी गई है। उच्च अधिकारियों से निर्देश मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, जिले में 529 मान्यता प्राप्त निजी स्कूल हैं। हाल ही में मुख्यालय की एक टीम ने जिला शिक्षा विभाग के साथ मिलकर जिले के कई प्रमुख निजी स्कूलों का निरीक्षण किया और वंचित पृष्ठभूमि के छात्रों के लिए सीटों की उपलब्धता की जानकारी जुटाई।
जिले के निजी स्कूलों को वंचित पृष्ठभूमि के 470 छात्रों के लिए आरटीई की 25% सीटें भरनी थीं, लेकिन केवल 92 छात्रों को ही दाखिला मिला है। नतीजतन, अन्य अभिभावक और बच्चे शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत से ही दाखिले के लिए शिक्षा विभाग और स्कूलों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उनके बच्चों को दाखिला नहीं मिल पा रहा है।
खंड शिक्षा अधिकारी सुदेश राघव ने बताया कि इस सत्र में लगभग 400 बच्चों ने आरटीई के तहत इन स्कूलों में दाखिले के लिए आवेदन किया था।
इन निजी स्कूलों ने 199 छात्रों के आवेदनों का सत्यापन तक नहीं किया है, जबकि 179 आवेदन खारिज कर दिए गए हैं। आरटीई की सीटें न भरने वाले स्कूलों की रिपोर्ट उच्च अधिकारियों को भेज दी गई है।
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