Gurugram Pollution: साइबर सिटी में लोगों का दम घोंटने लगी जहरीली हवा, दीपावली के बाद क्या होगा हाल?
गुरुग्राम में दीपावली से पहले ही जहरीली हवा लोगों का दम घोंट रही है। खस्ताहाल सड़कों और निर्माण कार्यों से उड़ती धूल प्रदूषण बढ़ा रही है। नोएडा में भी ...और पढ़ें
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संजय गुलाटी, गुरुग्राम। दीपावली से पहले ही जहरीली हवा साइबर सिटी गुरुग्राम के लोगों का दम घोंटने लगी हैं। अभी तो पटाखे जलने की शुरुआत नहीं हुई है तो आप सहज अंदाजा लगा सकते हैं। दीपावली पर पटाखे छुड़ाने के बाद साइबर सिटी का क्या हाल हो सकता है।
ये सवाल हर किसी के जहन में है. रविवार की सुबह सेक्टर 102, 104, 108, 110, 112, 114, 89,84, 83, 86, स्थित सोसायटियों में रहने वाले लोगों की जैसे ही नींद खुली और शुद्ध हवा के लिए खिड़की खोली तो जहरीली हवा देखकर हर कोई हैरान रह गया क्यों कि चारों तरफ स्मॉग ही स्मॉग नजर आया।

हवा में इतना जहर आखिर कैसे घुल गया। आपको बता दें गुरुग्राम के अधिकतर रोड खस्ताहाल हो चुके हैं जिस पर दिनभर धूल के गुबार उड़ाते रहते हैं। लेकिन जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारी आंखें मूंदे बैठे हुए हैं।
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नोएडा में खराब श्रेणी में हवा
दीपावली आते ही शहर की हवा की गुणवत्ता खराब श्रेणी में पहुंच चुकी है। नोएडा शनिवार को देश में तीसरे नंबर पर सबसे प्रदूषित शहरों दर्ज हुआ। सुबह से ही आसमान में प्रदूषण की धुंध छाने लगती है,रात में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ जाता है कि इमारतें नजर नहीं आती हैं। नोएडा का वायु गुणवत्ता सूचकांक 293 और ग्रेटर नोएडा का 248 दर्ज किया गया।
शहर की हवा बेहद खराब श्रेणी में दर्ज की गई। इन दिनों हवा की रफ्तार 5 किमी प्रतिघंटा होने के कारण प्रदूषण की परत जमने लगी है। ऐसे में प्रदूषण की रोकथाम के लिए ग्रेप का पहला चरण की पाबंदियां लागू कर दी गई है,लेकिन नियमों को ताक पर रखकर शहर में निर्माण कार्य भी जारी है।
सड़कों पर उड़ती धूल, किनारों पर कचरे और मिट्टी के ढेर लगे हुए हैं। जिम्मेदार नियमों के उल्लघंन को भी नजरंदाज कर रहे हैं। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक नोएडा के सेक्टर 125 और 116 का प्रदूषण अधिक होने के कारण निवासियों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी है। शनिवार को सेक्टर 125 का एक्यूआइ 318 और सेक्टर 116 का 305 दर्ज किया गया।
इन सेक्टरों की हवा बेहद खराब श्रेणी में पहुंचने से लोगों को घर से मास्क लगाकर निकलना पड़ रहा है। सुबह प्रदूषण की धुंध छाई रहती है। निवासियों का कहना है सोसायटियों के पास निर्माण कार्य चलने के कारण पूरे दिन धूल उड़ती है। निर्माण सामग्री को ग्रीन सीट से कवर किए बिना ही लाया जाता है। इस कारण लगातार प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। सोसायटियों में रहना मुश्किल हो गया है।

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