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    शराब पीकर गाड़ी चलाने वाला तो भुगतेगा ही, 'साकी' की भी खैर नहीं; गुरुग्राम के Night Clubs को पुलिस का नोटिस

    Updated: Sat, 08 Nov 2025 05:13 PM (IST)

    गुरुग्राम पुलिस ने ड्रिंक एंड ड्राइव के मामलों पर लगाम लगाने के लिए बार-क्लब संचालकों को नोटिस जारी किया है। अब शराब पीकर गाड़ी चलाने पर क्लबों पर भी कार्रवाई होगी। पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने डीजीपी ओपी सिंह को इस नई व्यवस्था की जानकारी दी। डीजीपी ने ट्रैफिक पुलिस को अन्य तरीकों से जांच करने और क्लब संचालकों के साथ समन्वय स्थापित करने का सुझाव दिया है।

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    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। शहर में ड्रिंक एंड ड्राइव के बढ़ते मामलों के बीच गुरुग्राम पुलिस ने नई व्यवस्था की है। इसके तहत शहर के सभी बार-क्लब संचालकों को भी नोटिस जारी किए गए हैं, इसमें उनसे कहा गया है कि अगर उनके यहां से शराब पीकर निकले किसी व्यक्ति ने गाड़ी चलाई तो उनपर भी कार्रवाई होगी।

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    पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने शनिवार को गुरुग्राम पहुंचे डीजीपी ओपी सिंह को पत्रकारों से चर्चा के दौरान इस नई व्यवस्था के बारे में जानकारी दी। पुलिस आयुक्त ने बताया कि जिले के सभी बार-क्लब संचालकों को 168 बीएनएस के तहत नोटिस जारी किए गए हैं।

    इसमें कहा गया है कि क्लब व बार में मौजूद बाउंसरों को यह ध्यान रखना है कि कोई भी व्यक्ति शराब पीकर गाड़ी न ले जाए। इसके लिए उन्हें व्यवस्था करनी होगी। लोगों को गाड़ी न चलाने की सलाह देकर उनके लिए टैक्सी का इंतजाम करना होगा। गाड़ियों की व्यवस्थाएं भी क्लब के बाहर करनी होगी। अगर कोई इसके लिए नहीं मानता है तो उसकी सूचना पुलिस को देनी होगी।

    क्लब संचालकों से बातचीत करने का सुझाव

    डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि नाइट लाइफ, वे ऑफ लाइफ है। गुरुग्राम में दुनिया जहां के लोग काम करते हैं। यहां अधिकतर नौकरीपेशा लोग अकेले रह रहे हैं। वह सप्ताह भर काम करने के बाद थकान उतारने के लिए शुक्रवार को क्लब भी जाते हैं। नाइट लाइफ जीते हैं। ऐसे में जब ट्रैफिक पुलिस रात में नाका लगाकर उनकी जांच करती है तो उन्हें भी अपने आप को परेशान करने जैसा महसूस होता है।

    उन्होंने ट्रैफिक पुलिस से नाका लगाने के अतिरिक्त किसी दूसरे तरीके से इसकी जांच करने और रोकथाम लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसा भी हो सकता है कि पुलिस क्लब संचालकों से बातचीत करे। समन्वय बनाए कि जो लोग शराब पीने आए हैं, उनके लिए घर जाने के लिए क्या व्यवस्था की जा सकती है।

    नाके पर रोकने के दौरान कई बार जाम की स्थिति बन जाती है। खासकर डीजीपी ने कहा कि जब किसी वाहन में महिला मौजूद हो तो वाहन चालक के साथ सम्मान के साथ पेश आना चाहिए। इसके साथ ही ठेके के बाहर लोगों को शराब पिलाने से रोकने के सवाल पर डीजीपी ने कहा कि संबंधित थाना प्रभारियों की इसके प्रति जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।

    शराब ठेके के बाहर लोगों के शराब पीने पर पाबंदी लगाई जाए। उन्होंने शहर में लगने वाले ट्रैफिक जाम को लेकर भी चर्चा की। कहा कि ट्रैफिक पुलिस को इसके लिए ध्यान देना चाहिए। जहां कहीं भी रोड डिजाइन में खामी है, उसे दुरुस्त कराना होगा।

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