गुरुग्राम में ACB की बड़ी कार्रवाई, दो लाख की रिश्वत लेते चुनाव तहसीलदार को किया गिरफ्तार
गुरुग्राम में एसीबी ने चुनाव तहसीलदार रोहित सुहाग को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने विधानसभा चुनाव 2024 में इस्तेमाल गाड़ियों के भुगतान के लिए एनओसी देने के बदले रिश्वत मांगी थी। उनके सहायक सौरभ के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है, जो फरार है। शिकायत एक ट्रांसपोर्टर ने दर्ज कराई थी, जिसके बाद एसीबी ने कार्रवाई की।

दो लाख रुपये लेते चुनाव तहसीलदार गिरफ्तार।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। विधानसभा चुनाव के दौरान लगाई गई गाड़ियों की पेमेंट के लिए एनओसी देने के बदले रिश्वत लेने का मामला सामने आया है। गुरुग्राम में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने चुनाव तहसीलदार रोहित सुहाग को दो लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया है।
इस मामले में उसके सहायक सौरभ के खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है। वह फिलहाल फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसीबी छापेमारी कर रही है।
एसीबी के अनुसार बीते दिनों शहर के एक ट्रांसपोर्टर ने आफिस में आकर शिकायत दर्ज कराई थी। इसमें उन्होंने कहा था कि वह ट्रांसपोर्ट का काम करते हैं। वर्ष 2024 के विधानसभा चुनाव में उपायुक्त गुरुग्राम कार्यालय की तरफ से उसकी गाड़ियां चुनाव के काम में लगाई गई थीं। उसे सरकार की ओर से तय दर पर भुगतान करना था।
भुगतान बिल उपायुक्त आफिस की तरफ से पुलिस आयुक्त कार्यालय भेजा गया। पुलिस विभाग से बिलों की अदायगी करवाने के लिए चुनाव कार्यालय से एनओसी लेनी आवश्यक होती है। एनओसी के लिए वह चुनाव तहसीलदार रोहित सुहाग और उसके सहायक सौरभ से चुनाव कार्यालय में मिले। आरोप है कि दोनों ने एनओसी के लिए साढ़े तीन लाख रुपये की नकद रिश्वत मांगी। समझौते के बाद दो लाख रुपये में एनओसी देने के लिए राजी किया गया।
एसीबी अधिकारियों के अनुसार शिकायत मिलने के बाद जाल बिछाया गया और शिकायतकर्ता को रुपये देने के लिए भेजा गया। इसके बाद एसीबी टीम ने लघु सचिवालय की पार्किंग से दो लाख रुपये की नकदी के साथ आरोपित तहसीलदार को पकड़ लिया। एसीबी ने तहसीलदार रोहित सुहाग व सहायक सौरभ के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा के तहत केस दर्ज किया है।

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