गुरुग्राम की हवा सांस लेने लायक नहीं, AQI 295 के पार; प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में
गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर गंभीर बना हुआ है, वायु गुणवत्ता सूचकांक 295 दर्ज किया गया है। प्रदूषित हवा से लोगों को सांस लेने में तकलीफ हो रही है। स्वास्थ्य विभाग ने सैर बंद करने की सलाह दी है। एजेंसियां लापरवाही बरत रही हैं, जिससे प्रदूषण बढ़ रहा है। निर्माण कार्य जारी हैं और कचरा जलाया जा रहा है, जिससे स्थिति और खराब हो रही है। पानी का छिड़काव भी नहीं हो रहा है।
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गुरुग्राम में इस महीने की शुरुआत से ही प्रदूषण का लेवर गंभीर श्रेणी के आसपास।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। गुरुग्राम में इस महीने की शुरुआत से ही प्रदूषण का लेवर गंभीर श्रेणी के आसपास रहा है। रविवार को भी वायु गुणवत्ता सूचकांक 295 दर्ज किया गया। शहर की हवा अभी सांस लेने लायक नहीं है। प्रदूषित हवा में सांस लेने से लोगों को जुकाम, खांसी, खराश, गले और आंखों में जलन की समस्या हो रही है।
गुरुग्राम में इस समय की हवा खराब कैटेगरी में है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के ग्वाल पहाड़ी मानीटरिंग सेंटर में रविवार सुबह एयर क्वालिटी इंडेक्स एक्यूआइ 330 तक पहुंच गया। वहीं प्रदूषण का स्तर कम नहीं होने के चलते स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सुबह व शाम की सैर बंद करने की सलाह दी है।
खासकर बुजुर्ग और गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को बाहर निकलने के लिए मना किया है। अत्यधिक जरूरत होने पर ही लोगों को बाहर जाने की सलाह दी गई है। दूसरी ओर प्रदूषण रोकने के लिए अधिकृत एजेंसियां भी लापरवाही वाले ढर्रे पर हैं। नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, एनएचएआई की सड़कें खराब हालत में हैं और दिनभर सड़कों से उड़ती धूल प्रदूषण का लेवल बढ़ा रही है।
वहीं शहर में ग्रैप तीन के लागू होने के बाद भी कई जगहों पर निर्माण कार्य चल रहे हैं। शहर में न तो पानी का छिड़काव हो रहा है और न ही एंटी-स्माग गन चल रहे हैं। गुरुग्राम, मानेसर, दौलताबाद जैसे इलाकों में कचरा खुले में जलाया जा रहा है। इससे भी हवा में जहर फैल रहा है।

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