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    ये कैसी दोस्ती! उधार दिए 2 लाख नहीं मिले तो दो दोस्तों को किया किडनैप, खाली ऑफिस में बनाया बंधक

    Updated: Tue, 09 Dec 2025 10:08 AM (IST)

    गुरुग्राम में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। दो दोस्तों ने एक व्यक्ति को 2 लाख रुपये उधार दिए थे। जब उन्हें पैसे वापस नहीं मिले, तो उन्होंने ...और पढ़ें

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    मानेसर क्राइम ब्रांच की गिरफ्त में अपहरण करने वाले दोनों आरोपित। सौ. पीआरओ

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। तीन महीने पहले एक दोस्त को दिए दो लाख रुपये वापस न मिलने पर एक युवक ने दोस्त और उसके साथी को ग्रेटर नोएडा बुलाया। यहां से दोनों को गुरुग्राम के खेड़कीदौला लाया और उन्हें दो अन्य लोगों को सौंपकर अपहरण कर लिया। दोस्त के परिवार से पहले एक लाख और फिर पांच लाख रुपये की डिमांड की गई।

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    एक खाली ऑफिस में बंधक बनाकर रखे गए दोनों अपहृत दोस्त मौका पाकर आरोपितों को चंगुल से छूटकर हाईवे पर आ गए और परिवार को इसकी जानकारी दी। परिवार की शिकायत पर मानेसर क्राइम ब्रांच की टीम ने मामले में अपहरण करने वाले दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया। साजिश रचने वाला मुख्य आरोपित अभी फरार है।

    मयंक ने रची थी अपहरण की साजिश

    पुलिस के मुताबिक पकड़े गए आरोपितों की पहचान उत्तर प्रदेश के अयोध्या के दानिश और दिल्ली के ओखला नगर के रहने वाले रियान के रूप में की गई। जिसने अपहरण की साजिश रची, उसका नाम मयंक बताया गया है। इस मामले में शिकायतकर्ता रोहतक के रहने वाले व्यक्ति ने खेड़कीदौला थाने में रविवार को केस दर्ज कराया था।

    उन्होंने बताया था कि उनके बेटे राहुल और उसका एक दोस्त कृष्णा नोएडा में पढ़ाई करते हैं। इन दोनों का एक कॉमन दोस्त मयंक है। बताया जाता है कि राहुल ने मयंक से करीब तीन महीने पहले दो लाख रुपये उधार लिए थे। मयंक अपने रुपये बार-बार वापस मांग रहा था, लेकिन रुपये नहीं मिले।

    रुपये को लेकर ही मयंक ने राहुल और कृष्णा को बातचीत के लिए छह दिसंबर की दोपहर ग्रेटर नोएडा बुलाया। यहां से वह दोनों को एक गाड़ी से गुरुग्राम के खेड़कीदौला लेकर आया। यहां उसने दोनों साथियों दानिश और रियान के साथ मिलकर दोनों को बंधक बना लिया और होटल हयात के पास खाली ऑफिस में रखा।

    इसके बाद राहुल के फोन से परिवार को फोन कर पहले एक लाख रुपये मांगे गए। फिर कुछ घंटे बाद पांच लाख रुपये लेकर खेड़कीदौला बुलाया गया। परिवार ने पुलिस को बताया कि रविवार अलसुबह किसी तरह राहुल और कृष्णा उनके चंगुल से छूट गए और रामपुरा फ्लाइओवर के पास आ गए। इसके बाद उन्होंने परिवार को इसकी जानकारी दी।

    दोनों युवकों की बरामदगी के बाद परिवार की शिकायत पर जांच करते हुए मानेसर क्राइम ब्रांच की टीम ने रविवार रात रियान और दानिश को सेक्टर 37डी द्वारका एक्सप्रेसवे के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि अभी साजिश रचने वाला मंयक फरार चल रहा है। जल्द ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पूछताछ में पता चला कि जिस आफिस में दोनों युवकों को रखा गया था, वह दानिश और रियान के जानकार का था।