हरियाणा के समृद्धि की पटकथा लिख रहा है गुरुग्राम
आज हरियाणा की गिनती देश के समृद्ध राज्यों में होती है। यह प्रदेश तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। यहां वह सब कुछ है जो व्यक्ति के जीवन स्तर को ऊंचा उ ...और पढ़ें

यशलोक सिंह, गुरुग्राम :
आज हरियाणा की गिनती देश के समृद्ध राज्यों में होती है। यह प्रदेश तेजी से विकास के पथ पर अग्रसर है। यहां वह सब कुछ है जो व्यक्ति के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए आवश्यक है। एक नवंबर, 1966 को जब इसका गठन हुआ तब से लेकर वर्ष 2021 तक का इसका सफर चुनौतियों और सफलताओं की कहानियों से भरपूर है। कृषि प्रधान प्रदेश के रूप में इसने अपनी शुरुआत की। आज खेती-किसानी के साथ-साथ औद्योगिक मामलों में भी यह देश के सिरमौर राज्य के रूप में अपनी दमदार उपस्थिति दर्ज करा रहा है। यहां विकास की जीवंतता और आधुनिकता हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करती है। प्रदेश को इन सब खूबियों से भरने का काम साइबर सिटी के नाम से मशहूर गुरु द्रोण की धरती गुरुग्राम द्वारा किया जा रहा है। यह हरियाणा की समृद्धि में लगातार चार चांद लगा रहा है। प्रदेश के कुल राजस्व का 50 प्रतिशत से भी अधिक अकेले यह जिला प्रदान करता है। निश्चित रूप से आज यह कहा जा सकता है कि बिना गुरुग्राम के विकसित हरियाणा की कल्पना ही नहीं की जा सकती है।
गुरुग्राम की गिनती हरियाणा के अघोषित राजधानी के रूप में हो होती है। यह आर्थिक गतिविधियों का सबसे बड़ा केंद्र है। यहां उद्योग, आइटी-आइटीईएस, मल्टीनेशनल और कारपोरेट कंपनियों का हब है। आइटी-बीपीओ, आटोमोबाइल से लेकर परिधानों तक के निर्यात में यह प्रदेश का ही नहीं देश का एक अग्रणी राज्य है। गुरुग्राम एक वैश्विक रोजगार प्रदाता जिला है। जहां देश ही नहीं दुनिया भर के देशों के लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होते हैं। इसके साथ ही रियल एस्टेट, हेल्थ टूरिज्म और एजूकेशन हब के रूप में भी अपनी पहचान भी यह बना चुका है। वर्ष 1966 के गुरुग्राम और आज के गुरुग्राम में भारी अंतर आ चुका है। इसका फायदा पूरे प्रदेश को मिला है। यहां का इको सिस्टम ऐसा है कि यदि प्रदेश सरकार देश और विदेश से औद्योगिक निवेश लाने के लिए प्रयत्न करती है तो वहां हरियाणा का चेहरा गुरुग्राम के माध्यम से ही प्रदर्शित किया जाता है।
परिवहन के मामले में गुरुग्राम हरियाणा का सबसे अग्रणी शहर है। डीएमआरसी मेट्रो, रैपिड मेट्रो, गुरुगमन बस और सिटी बस सेवा से परिवहन व्यस्था सु²ढ़ हुई है। हालांकि अभी इसमें और अधिक सुधार और विकास की जरूरत है। पुराने गुरुग्राम में मेट्रो विस्तार, पाड टैक्सी, कैटरपिलर ट्रेन चलाने की योजना और रिजनल रैपिड ट्रांसपोर्ट ट्रांजिट सिस्टम के विकास को लेकर लगातार बातें चल रही हैं। यदि यह योजना भी परवान चढ़ गई तो गुरुग्राम की परिवहन व्यवस्था और भी गतिशील हो जाएगी। फाइव तथा सेवन स्टार होटलों की लंबी चेन यहां है। देश-विदेश के लोग यहां आते रहते हैं। यहां 60 से अधिक माल और शापिग कांप्लेक्स यहां आधुनिकता की अलख जगा रहे हैं। मेडिकल हब के रूप में गुरुग्राम तेजी से उभर रहा है। कुवैत, लेबनान, लीबिया, ईरान, ईराक, सऊदी अरब, अफगानिस्तान और पकिस्तान सहित अन्य देशों के लोग इलाज के लिए यहां आ रहे हैं।
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एक नवंबर, 1966 को हरियाणा एक अगल राज्य के रूप में देश के नक्शे पर आया। आज यह देश के प्रमुख विकसित और औद्योगिक राज्यों में से एक है। इसमें गुरुग्राम का सबसे बड़ा योगदान है। यही कारण है कि इसे प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहा जाता है।
--जेएन मंगला, अध्यक्ष, गुरुग्राम इंडस्ट्रियल एसोसिएशन।
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प्रदेश के विकास का आइना यदि देखना है तो गुरुग्राम आना होगा। यह हर प्रकार से सक्षम है। यहां उद्योग, कारपोरेट, मल्टीनेशनल कंपनियों की अच्छी खासी संख्या है। यह जिला प्रदेश के विकास में लगातार प्रमुख भुमिका निभाता आ रहा है।
--एसके आहूजा, महासचिव, गुड़गांव चैंबर आफ कामर्स एंड इंडस्ट्री
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इसलिए गुरुग्राम खास
- देश की 60 प्रतिशत फार्च्यून-500 कंपनियों के कार्यालय गुरुग्राम में
- जिले में 252 फार्च्यून-500 कंपनियां
- कारपोरेट कंपनियों के बड़े हब के रूप में पहचान
- प्रदेश के कुल राजस्व का 50 प्रतिशत से अधिक देने वाला जिला
- ई-कामर्स कंपनियों का बड़ा हब
- अंतरराष्ट्रीय उर्जा संगठन का मुख्यालय
- राष्ट्री पक्षी उद्यान सुल्तानपुर की उपस्थिति
- देश का सबसे बड़ा आटोमोबाइल हब
- देश के तीन बड़े साफ्टवेयर एक्सपोर्टर
- दुनिया का पांच प्रतिशत बीपीओ वर्कफोर्स यहां कार्यरत
- डीएमआरसी और रैपिड मेट्रो की उपस्थिति
- अंतरराष्ट्रीय स्तर के अत्याधुनिक अस्पताल
- रियल एस्टेट का बड़ा हब
- अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से सीधी कनेक्टिविटी
- प्रति व्यक्ति आय मामले में देश का तीसरा शहर
- 70 प्रतिशत विकास दर वाला जिला
- स्टार्टअप के रूप में बड़ी पहचान
- हिद महासागर पर नजर रखने के लिए यहां आइमैक सेंटर
- प्रदेश के कुल आटोमोबाइल निर्यात में 96 प्रतिशत की हिस्सेदारी
- देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड
- नालेज प्रोसेसिग आउटसोर्सिंग के क्षेत्र में तेजी से उभरता शहर
- प्रदेश का सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता जिला
- एजूकेशन हब में तौर पर उभार

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