Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इलाज क्या करेगी, खुद ही बीमार है घंघौला सीएचसी

    घंघौला सीएचसी में डॉक्टर और अन्य स्टाफ की नियुक्ति न हो पाने से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। न तो लोगों को इलाज मिल पा रहा है और न ही कोई अन्य कार्य। पिछले महीने ही सीएचसी के नए भवन का उद्घाटन हुआ था लेकिन संसाधानों की पूर्ति नहीं हुई। न तो केंद्र में बिजली की सुविधा है और न ही पीने का पानी। चारों तरफ गंदगी का आलम है। रोजाना आसपास के लोग यहां इलाज कराने के लिए आते हैं लेकिन उन्हें बगैर इलाज ही लौटना पड़ता है। उद्घाटन को करीब दो महीने बीत चुके हैं लेकिन संसाधन के नाम पर लोगों को सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। दूर-दराज से आने वाले लोगों को पीने का पानी तक नहीं मिलता है। डॉक्टरों की नियुक्ति न होने से लोगों को निजी अस्पतालों या अन्य जिलों में जाकर इलाज करवाना पड़ता

    By JagranEdited By: Updated: Thu, 13 Sep 2018 06:55 PM (IST)
    इलाज क्या करेगी, खुद ही बीमार है घंघौला सीएचसी

    संवाद सहयोगी, सोहना: घंघौला सीएचसी में डॉक्टर और अन्य स्टाफ की नियुक्ति न हो पाने से ग्रामीणों को काफी परेशानी हो रही है। न तो लोगों को इलाज मिल पा रहा है और न ही कोई अन्य कार्य। पिछले महीने ही सीएचसी के नए भवन का उद्घाटन हुआ था लेकिन संसाधनों की पूर्ति नहीं हुई। न तो केंद्र में बिजली की सुविधा है और न ही पीने का पानी। चारों तरफ गंदगी का आलम है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    रोजाना आसपास के लोग यहां इलाज कराने के लिए आते हैं लेकिन उन्हें बगैर इलाज ही लौटना पड़ता है। उद्घाटन को करीब दो महीने बीत चुके हैं लेकिन संसाधन के नाम पर लोगों को सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। दूर-दराज से आने वाले लोगों को पीने का पानी तक नहीं मिलता है। डॉक्टरों की नियुक्ति न होने से लोगों को निजी अस्पतालों या अन्य जिलों में जाकर इलाज करवाना पड़ता है।

    -

    नया भवन तो मिल गया लेकिन डॉक्टर नहीं मिले। पति की मौत हो गई है। दो महीने से मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए धक्के खा रही हूं लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा है।

    - हरबती देवी, घंघौला

    - पोते को तेज बुखार है। दवा लेने के लिए आए हैं लेकिन यहां कोई डॉक्टर ही नहीं है। जब यहां डॉक्टर की नियुक्ति नहीं करनी तो अस्पताल क्यों बना दिया।

    - भूरा, घंघौंला

    -

    दो दिन से बुखार है। जैसे तैसे इलाज के लिए अस्पताल आया हूं लेकिन यहां इलाज देने वाला कोई नहीं है।

    - मम्मन, कलवाका

    -

    यहां स्टाफ की कमी है लेकिन जो कर्मचारी हैं वह अपना काम कर रहे हैं। हरबती के पति के मृत्यू प्रमाण पत्र की रसीद कट चुकी है। इंटरनेट काम नहीं कर रहा है, जैसे ही नेट काम करेगा उनका काम हो जाएगा।

    - कुलदीप घंघौला, मल्टीपरपज हेल्थ सुपरवाइजर। -

    केंद्र में जल्द ही तमाम सुविधा मुहैया करा दी जाएंगी। एक चिकित्सक की नियुक्ति करा दी है। स्टाफ कम है। जिला स्तर से लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत कराया हुआ है।

    - नवल किशोर, वरिष्ठ चिकित्सक