ईडब्ल्यूएस परिवारों ने समस्याओं को लेकर डीसी एवं डीटीपीई को सौंपा ज्ञापन
सेक्टर-37 डी स्थित एनबीसीसी ग्रीन व्यू सोसायटी के ईडब्ल्यूएस फ्लैट मालिक दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है लेकिन सुनवाई करने वाला कोई नहीं है।

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: सेक्टर-37 डी स्थित एनबीसीसी ग्रीन व्यू सोसायटी के ईडब्ल्यूएस फ्लैट मालिक दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर है लेकिन सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। शुक्रवार को ईडब्ल्यूएस फ्लैटों में रहने वाले लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला उपायुक्त निशांत यादव से मुलाकात कर अपनी समस्याओं का ज्ञापन सौंपा। इसके बाद लोग जिला नगर योजनाकार (डीटीपीई) मधोलिया से भी मिले और समस्याओं का समाधान करने की गुहार लगाई।
निवासियों का कहना है कि उनके फ्लैटों को खाली कराए छह माह से अधिक समय हो चुका है लेकिन आज तक न तो एनबीसीसी की तरफ से उन फ्लैटों की मरम्मत शुरू कराई गई है और न ही लोगों को उनमें शिफ्ट होने दिया जा रहा है। लोगों की दलील है कि बहुमंजिला टावर वाले फ्लैटों में परेशानी है जबकि ईडब्ल्यूएस फ्लैट छोटे टावर हैं।
ज्ञापन देने पहुंचे अमित कुमार, महेश का कहना है कि कंपनी ने फ्लैट खाली कराते समय केवल छह माह का किराया दिया था जो कि अब खत्म हो चुका है और आगे के किराए के लिए एनबीसीसी अधिकारी कोई जवाब नहीं दे रहे है। विशेष बात यह है कि आधे परिवारों को तो आज तक किराए का एक पैसा भी नहीं मिला। यदि अभी कुछ भी नहीं होता तो कम से कम ईडब्ल्यूएस परिवारों को आगे का किराया दिलवाया जाए।
बता दें कि टाउन एंड कंट्री प्लानिग के महानिदेशक की तरफ से एनबीसीसी को नोटिस देकर तलब किया जा चुका है। एनबीसीसी के अधिकारियों की तरफ से बताया गया है कि आइआइटी रुड़की की तरफ से इस सोसायटी को रहने के हिसाब से असुरक्षित घोषित किया चुका है। जल्द ही इसे तोड़ने की दिशा में काम शुरू किया जाएगा। महानिदेशक ने एक माह के भीतर टावरों को तोड़ने की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए थे और नए रिहायशी टावरों का निर्माण होने तक सभी आवंटियों को समय पर किराया देने के भी आदेश दिए है। एनबीसीसी ग्रीन व्यू सोसायटी के ईडब्ल्यूएस फ्लैट मालिकों की तरफ से शिकायत प्राप्त हुई है। जल्द ही इस संबंध में एनबीसीसी अधिकारियों से बातचीत कर समस्याओं का समाधान कराया जाएगा।
अमित मधोलिया, डीटीपी एन्फोर्समेंट, टाउन प्लानिग
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