बुजुर्ग लोग घुटने के दर्द को आयु के साथ रहने वाला न समझें, इसका बेहतर इलाज है
राष्ट्रीय डाक्टर दिवस के मौके पर दैनिक जागरण के गुरुग्राम कार्यालय में आयोजित हेलो जागरण कार्यक्रम में सीके बिरला अस्पताल के हड्डी तथा जोड़ रोग विशेषज्ञ डा. देबाशीष चंदा और डा. नीतिराज सिंह ओबराय ने दोपहर 12 से एक बजे तक दर्जनों लोगों को फोन पर बीमारी संबंधी सलाह दी।

अनियमित जीवनशैली के कारण कम उम्र में ही लोग कई तरह की बीमारियों से घिरते जा रहे हैं। इसमें हड्डियों की समस्या प्रमुख है। वहीं बुजुर्ग लोगों के घुटने में होने वाले दर्द को ना ठीक होने वाली बीमारी समझ लिया जाता है, जबकि यह बीमारी ठीक हो सकती है। लोग सोचते हैं वृद्धावस्था में यह दर्द रहेगा और वह डाक्टर को नहीं दिखाते हैं। डाक्टरों का कहना है कि किसी भी आयु के बुजुर्ग के घुटनों में होने वाले दर्द का इलाज मुमकिन है। हड्डी-घुटने के दर्द की लंबे समय तक अनदेखी करना कोई समाधान नहीं है। कोई बुजुर्ग यह न सोचें कि दर्द होने का मतलब सर्जरी ही कराना है। हर दर्द का इलाज सर्जरी नहीं है। लंबे समय तक डाक्टर को नहीं दिखाकर मरीज बीमारी को बढ़ाता ही है। डाक्टर को दिखाना ही बीमारी का बेहतर इलाज है।
शुक्रवार को राष्ट्रीय डाक्टर दिवस के मौके पर दैनिक जागरण के गुरुग्राम कार्यालय में आयोजित हेलो जागरण कार्यक्रम में गुरुग्राम सीके बिरला अस्पताल के हड्डी तथा जोड़ रोग विशेषज्ञ डा. देबाशीष चंदा और दिल्ली के पंजाबी बाग स्थित सीके बिरला अस्पताल के डा. नीतिराज सिंह ओबराय ने दोपहर 12 से एक बजे तक दर्जनों लोगों को फोन पर बीमारी संबंधी सलाह दी। इस दौरान एनसीआर के शहरों से लोगों ने घुटनों के दर्द को लेकर डाक्टरों से बात की।
कैल्शियम की कमी:
शरीर में अगर कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी है तो हड्डियों में दर्द होना शुरू होगा। हमें खाने में पौष्टिक आहार का अधिक सेवन करना होगा ताकि शरीर में कैल्शियम की कमी न रहे। विटामिन-डी की पूर्ति करने के लिए दवा है, लेकिन अगर सुबह की धूप में कुछ समय बिताया जाए, तो अच्छा लाभ मिलेगा। - हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी है। शरीर में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम पूरा करने के लिए दूध से बनी चीजें- जैसे पनीर, दही के अलावा बादाम, चावल, सोया, हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें।
- हड्डियों को स्वस्थ रखने और मजबूत बनाने के लिए विटामिन-डी बहुत जरूरी है। कैल्शियम को अवशोषित करने के लिए शरीर में विटामिन-डी भरपूर मात्रा में होना चाहिए। सूर्य विटामिन-डी का प्राकृतिक स्त्रोत है।
- मौसम के हिसाब से कुछ चीजें खानी ही चाहिए। इससे शरीर को प्रोटीन मिलता है। हड्डियों को मजबूत रखने के लिए प्रोटीन का सेवन बहुत जरूरी है। अगर किसी की हड्डी टूट जाती है, तो उसे जल्द ठीक करने में प्रोटीन बड़ा लाभ देता है। दूध, पनीर, दही, प्रोटीन अच्छे स्त्रोत है। इसके अलावा कद्दू के बीज, मूंगफली, अमरूद में अच्छा प्रोटीन है।
- हरी सब्जी में पालक, सोयाबीन, संतरे, टमाटर, गाजर, हरी सब्जियां, बादाम और काजू जैसी चीजें खाते रहे। हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए मैग्नीशियम, पोटेशियम भी बहुत जरूरी है और इस सामग्री को सेवन करने में शरीर में पूर्ति होती है।
----- हड्डियों में कमजोरी की पहचान:
- पकड़ कमजोर होना: जब आप कोई चीज या किसी का हाथ पकड़ते हैं और उसे कस कर पकड़ने में परेशानी हो रही है तो समझ लें कि आपकी हड्डी कमजोर हो रही है।
- मसूडों का कमजोर होना: जब शरीर में हड्डियां कमजोर होती हैं तो मसूड़ों पर असर आता है। अक्सर बुजुर्ग लोगों में यह समस्या दिखती है। हमें इसकी अनदेखी नहीं करनी चाहिए।
फास्ट फूड:
पौष्टिक आहार से शरीर को प्रोटीन मिलता है। अगर पौष्टिक आहार नहीं मिलेगा, तो प्रोटीन की कमी हो जाएगी। डाक्टरों का कहना है कि आज युवा बड़ी संख्या में फास्ट फूड का सेवन कर रहे हैं। फास्ट फूड का सेवन पेट भर देता है लेकिन शरीर को प्रोटीन नहीं मिलता। इसी कारण हर रोज इन्हें खाने से हड्डियां कमजोर होती जाती हैं। युवाओं से यही कहना है कि कभी-कभार फास्ट फूड खाना गलत नहीं है लेकिन अधिक दिनों तक खाना शरीर को प्रोटीन नहीं देता है और हड्डियां कमजोर होने के साथ अन्य बीमारियां होने का खतरा रहता है। खिलाड़ी फास्ट फूड के सेवन से दूर रहें। आरामदायक जीवन:
- कई बार ज्यादा आराम भी हड्डियों को कमजोर करता है। अगर आप दिन में कोई मेहनत का काम नहीं करते हैं तो 24 घंटे में कम से कम कुछ व्यायाम जरूर करें। कोई खेल खेलना शुरू कर सकते हैं। सुबह-शाम अच्छी वाक करने से लाभ मिलेगा। दर्दनिवारक दवा:
घुटने के दर्द में अक्सर लोग दर्द से राहत दिलाने के लिए दर्दनिवारक दवा लेते हैं और डाक्टर को नहीं दिखाते। लंबे समय तक दर्द से राहत मिलेगी लेकिन अधिक दर्दनिवारक दवा लेने से किडनी का खतरा बढ़ जाएगा। इसलिए अगर महीने में दो-चार बार दवा खा रहे हैं तो ठीक है लेकिन आप सप्ताह में चार बार दर्दनिवारक दवा खा रहे हैं तो वह आपके स्वास्थ्य के लिए सही नहीं है। इसलिए डाक्टर को दिखाएं और स्वयं दवा न लें। एक बीमारी से राहत के लिए ली गई दवा दूसरी बीमारी बना दे, ऐसी दवा लेने का कोई लाभ नहीं है।
शराब तथा धूमपान:
शराब और धूमपान अन्य कई बीमारियों का कारण बनता है लेकिन हड्डियों के लिए लंबे समय के बाद यह नुकसानदायक साबित होता है। लंबे समय तक असर नहीं दिखने के कारण लोग यह समझने को तैयार नहीं है कि शराब और धूमपान नुकसानदायक होता है।
घुटना बदलना:
आज घुटना बदलने से 30-35 साल तक चलता है। अगर किसी की आयु 60 वर्ष के आसपास है और डाक्टर उसे घुटना बदलने की सलाह देते हैं तो वह 90 साल तक की आयु तक ठीक रहेगा। डाक्टर हर किसी को घुटने बदलने के लिए नहीं कहते। उसे ही कहते हैं जिसे जरूरत है।
दर्द ठीक किया जा सकता है:
डा. देबाशीष चंदा ने कहा कि हेलो जागरण के दौरान देखने को मिला है कि 60 तथा इससे अधिक आयु वालों में घुटने के दर्द को लेकर शिकायत मिल रही है। मैं उन्हें यही कहना चाहता हूं कि सभी का दर्द ठीक होने वाला है। यह सोचकर न रहें कि इस आयु में दर्द ठीक नहीं होगा। अधिकतर लोगों ने जांच नहीं कराई है। सभी को दर्द के कारण अलग-अलग हो सकते हैं। इस आयु में दर्द होना आम बात हैं और उसकी अनदेखी न करें। डाक्टर की सलाह पर वह दर्द ठीक हो जाएगा।
विटामिन-डी कम होने के लक्षण:
- हाथ और कंधों, पैरों में दर्द रहना
- चेहरे का रंग पीला पड़ जाना
- जीभ में दाने या फिर लाल हो जाना
- मुंह में छाले की समस्या
- आंखों की रोशनी कम होना
- डिप्रेशन, कमजोरी और सुस्ती महसूस करना
- सांस फूल जाना
- सिरदर्द और कान बजना
- भूख कम लगना
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. डाक्टर साहब मैं वालीबाल का खिलाड़ी हूं और खेलते समय घुटने में हल्का दर्द होता है।
- खिलाड़ियों में ऐसी शिकायत होती है। खेलने के बाद घुटने की एक्सरसाइज करना बहुत जरूरी है। बहुत से खिलाड़ी खेलने के बाद घुटनों की एक्सरसाइज नहीं करते हैं, जबकि जिन्हें हल्का दर्द होने लगता है, उन्हें एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। यह राय-सलाह सिर्फ वालीबाल खिलाड़ियों के लिए ही नहीं, यह सभी खेलों के खिलाड़ियों के लिए है। अक्सर वालीबाल, फुटबाल, हाकी, एथलीट, बैडमिटन, लान टेनिस खेलने वाले खिलाड़ियों में ऐसी शिकायत रहती है। वह अपनी एक्सरसाइज जरूर करें। . डाक्टर साहब मैं दिल्ली से रोहतास बोल रहा हूं। मेरी आयु 63 साल है और घुटनों में दर्द रहता है। क्या दर्द खत्म हो सकता है?
- देखिए आपको दर्द कुछ महीने से शुरू हुआ है। आपने कहीं पर जांच भी नहीं कराई है। आप किसी डाक्टर के पास जाएं और उसे दिखाएं। अभी दर्द शुरुआती दौर में है तो जल्द ठीक भी किया जा सकता है। आप वाक कर रहे हैं लेकिन घुटनों की एक्सरसाइज नहीं कर रहे हैं। आपको वाक करने के बाद घुटनों की एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। इससे लाभ मिलेगा लेकिन पहले डाक्टर को जरूर दिखा लें। . डाक्टर साहब मेरा तीन साल का बेटा है और उसके घुटने आपस में मिले हुए हैं। क्या उसका इलाज है।
- अभी वह बच्चा है। आप उसके शरीर में विटामिन-डी की कमी मत रहने दिजिए। विटामिन-डी का स्तर अधिक रखें। विटामिन-डी का स्तर जितना अधिक रखेंगे, उसे उतना ही लाभ मिलेगा और विटामिन-डी ही ठीक करेगा। जब उसकी आयु छह साल की होगी, तो वह हर हाल में ठीक हो चुका होगा। अगर वह ठीक नहीं होता है तो उसका आपरेशन करने से ठीक हो जाएगा। अक्सर हम बच्चे के घुटने को ठीक होने का छह-सात वर्ष तक इंतजार करते हैं। . डाक्टर साहब मैं पूजा बोल रही हूं। मेरी उम्र 14 साल है। चलते समय मेरे घुटने आपस में मिलते हैं। क्या इसका इलाज है?
- आपका आपरेशन करना होगा। फिर घुटने ठीक हो जाएंगे। यह कोई ऐसी बीमारी तथा समस्या नहीं है कि ठीक नहीं हो सके। . डाक्टर साहब मेरी आयु 30 वर्ष है और मेरे कंधों तथा हाथों में दर्द रहता है, जबकि मैं एक्सरसाइज भी करता हूं और जूस, हरी सब्जी का सेवन करता हूं।
- आप अपना विटामिन-डी की जांच कराएं। आपको दर्द विटामिन-डी की कमी के कारण हो रहा है। आप जांच कराएंगे, तो स्वयं पाएंगे कि विटामिन-डी बहुत कम है। जांच कराने के साथ विटामिन-डी की पूर्ति करने वाले कैप्सूल खाएं। . डाक्टर साहब मेरा नाम विनोद है। मैं पलवल से बोल रह हूं। मेरी आयु 78 साल हैं और मैं थोड़ी दूर भी नहीं चल पाता। क्या घुटने बदलने की जरूरत है।
- यह सब जांच करने की जरूरत है। बिना देखे कुछ नहीं कहा जा सकता। जरूरी नहीं है कि घुटने बदलने की जरूर हो। आपका कहना है कि आपको दर्द कई वर्षो से है और अब यह बढ़ गया है। दर्द के कारण अब आप चल नहीं पा रहे हैं। आपको सलाह है कि आप चलना बंद मत कीजिए। किसी लाठी के सहयोग से चलते रहिए। इससे आपको लाभ मिलेगा। अगर आप चलना बंद कर देंगे, तो यह अधिक खराब हो जाएगा। डाक्टर को दिखाने में देरी न करें। . डाक्टर साहब क्या विटामिन-डी और विटामिन बी-12 की कमी होने से शरीर में दर्द रहना शुरू हो जाता है।
- अगर शरीर में विटामिन-डी और विटामिन बी-12 की कमी है तो कंधों, हाथ में दर्द बहुत रहेगा। इसकी जांच कराते रहना चाहिए। . डाक्टर साहब मेरे घुटनों में दर्द रहता है क्या मुझे सीढ़ी चढ़ना और जमीन पर बैठने से बचना चाहिए।
- देखिए, बीमारी को देखने से ही बताया जा सकता है। बहुत लोगों को हम सलाह देते हैं कि आप सीढ़ी कम चढ़ना तथा बिल्कुल न चढ़ना। ऐसे ही उसे जमीन पर बैठने से मना कर देते हैं लेकिन यह हर किसी को सलाह नहीं देते हैं मरीज की बीमारी की स्थिति देखकर देते हैं। . मेरा नाम अर्जुन सिंह है और आयु 70 साल। डाक्टर साहब कुछ दिन पहले मैं खेत में काम कर रहा था तब मेरी कम में दर्द हुआ था। अब मेरा एक पैर में सूनापन है।
- आपने अभी तक किसी डाक्टर को नहीं दिखाया है। उसे तुरंत दिखाएं। इसके संबंध में अधिक नहीं बता सकता। आप तुरंत डाक्टर को दिखाएं। . डाक्टर साहब मुझे करीब 20 साल पहले कंधे पर चोट लगी थी। उस समय अपने आप ठीक हो गया था। अब कई बार हल्का हल्का दर्द होता है। क्या उसे कारण हो रहा है।
- हो सकता है उसी चोट के कारण हो रहा हो। आप डाक्टर को दिखा लें और जरूरी नहीं कि उसी चोट के कारण हुआ है। अन्य कारण भी हो सकते हैं। . डाक्टर साहब एक युवा को हर रोज कितनी एक्सरसाइज करनी चाहिए।
- अगर आप नौकरी, बिजनेस के कारण समय नहीं दे पा रहे हैं तो हर रोज कम से कम 30 मिनट अच्छी एक्सरसाइज करें। इससे हड्डी मजबूत रहेगी। हर किसी को 24 घंटे में आधा घंटे तक एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। इसमें आप दौड़ सकते हैं, बैडमिटन, फुटबाल, हाकी, लान टेनिस खेल सकते हैं। इससे आपकी हड्डी मजबूत होंगी और अन्य बीमारियों से भी बचाव होगा। . डाक्टर साहब मेरा नाम रोशन है और मैं अधिक समय कंप्यूटर पर काम करता हूं। मेरी गर्दन में दर्द रहता है।
- अधिक समय कंप्यूटर पर काम करने के कारण ही आपकी गर्दन में दर्द है। आप कंप्यूटर को इतनी ऊंचाई पर रखें, जिससे आपकों गर्दन झुका कर काम न करना पड़े। दूसरा आप सुबह वाक करने के साथ गर्दन की एक्सरसाइज जरूर करें। आपको एक सप्ताह बाद आराम मिलेगा। हर रोज ऐसा करते रहने से भविष्य में दर्द नहीं होगा। कंप्यूटर हमारी सीट से नीचे होता है और हम झुक देखते रहते हैं। यही हमारी गर्दन में दर्द का कारण है। . डाक्टर साहब जब मैं दौड़ता हूं तो मेरे घुटने के नीचे के हिस्से में दर्द रहता है।
- यह कोई बीमारी नहीं है। कई बार ऐसा होता है। आप अगर सड़क पर दौड़ते हैं तो कच्चे रास्ते पर दौड़ना शुरू करें। शायद आपको लाभ मिलेगा। जब आपको दर्द हो तो बर्फ लगाएं, इससे राहत मिलेगी। दूसरा दौड़ने का स्टाइल बदल लें। अपने प्रशिक्षक से पूछेंगे, तो वह आपको बताएंगे। उससे आपको आराम मिलेगा। . मेरा नाम विक्रम है। मेरी आयु 65 साल है। डाक्टर साहब मेरे पैर-टखने में दर्द रहता है।
- अगर आपको कभी कुछ चोट लगी थी तो उसके कारण हो रहा होगा। अगर चोट नहीं लगी है तो आप डाक्टर को दिखाएं। एक्सरे कर दर्द का कारण देखा जाएगा। ऐसा कम ही लोगों को होता है लेकिन आप का कहना है कि तीन महीने से दर्द हो रहा है। डाक्टर से मिलने के बाद ही स्थित स्पष्ट होगी। . डाक्टर साहब क्या फिजियोथेरेपिस्ट हड्डी दर्द को ठीक करने में सही है।
- देखिए, कई बार मरीज को ऐसी चोट होती है कि उसे फिजियोथेरेपिस्ट की हर रोज जरूरत होती है। मरीज को हड्डी रोग विशेषज्ञ ही सलाह देते हैं कि वह फिजियोथेरेपिस्ट को दिखाएं। यहां एक बात जरूर कहना चाहूंगा कि हड्डी रोग के संबंध में हड्डी रोग विशेषज्ञ से जरूर दिखा ले और डाक्टर की सलाह पर ही फिजियोथेरेपिस्ट के पास जाएं। . डाक्टर साहब मेरी कमर में दर्द रहता है। कई जगह दिखाया आराम नहीं हुआ।
- कमर दर्द का कारण क्या है पहले उसे जान लें। जिस कार्य के कारण कमर का दर्द हो रहा है उसे न करें। दर्द से राहत पाने के लिए कुछ एक्सरसाइज भी होती है। वह कर सकते हैं। डाक्टर को जरूर दिखा लें, ताकि स्पष्ट हो जाए कि दर्द किस कारण हो रहा है। . डाक्टर साहब मेरा नाम लोकेश और आयु 19 साल है। मैं एथलीट हूं और मेरे घुटनों में दर्द रहता है।
- इस आयु में दर्द नहीं होना चाहिए लेकिन आप डाक्टर से दिखा लें। शायद आपको घुटनों की एक्सरसाइज की अधिक जरूरत है। वैसे आप एथलीटिक प्रशिक्षण करने के बाद घुटनों की एक्सरसाइज करेंगे, तो दर्द में आराम मिलेगा। चिता करने की जरूरत नहीं है। यह कभी कभार हो जाता है। . डाक्टर साहब मेरा नाम रोहित है और आयु 25 साल है। खेलते समय गिर गया था ओर अब मेरे कूल्हे में हल्का दर्द रहता है।
- आपको चोट गंभीर नहीं है। क्योंकि आप अब भी खेल रहे हैं और आपको खेलने में किसी तरह की परेशानी नहीं है। अगर आपको गिरे हुए अधिक दिन नहीं हुए हैं तो घबराने की जरूर नहीं है। क्योंकि यह स्वयं ठीक हो जाएगा। वैसे इसकी कुछ एक्सरसाइज है। उन्हें करने से लाभ मिलेगा। फिर भी आपको लगता है तो एक एक्सरे कराकर डाक्टर को दिखा लें। . डाक्टर साहब मैं जब खेलना शुरू करता हूं तो मेरे घुटनों में दर्द रहता है लेकिन जब शरीर गर्म हो जाता है तो दर्द नहीं होता।
- इसी लिए खेलने से पहले वार्मअप करने के लिए हल्की एक्सरसाइज कर लें। शरीर गर्म होने के बाद खेलते हुए फिर शरीर में कोई खिंचाव नहीं आएगा और दर्द भी नहीं होगा। -मीडिया मार्केटिंग इनिशिएटिव
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