शिक्षा को मिलेगी 'उड़ान', शिक्षा मंत्री ने लांच की ब्रिज कोर्स के लिए पुस्तिकाएं
महामारी के दौर में शिक्षा प्रभावित हुई और विद्यार्थी उस बुनियादी शिक्षा से वंचित रह गए जिससे उनकी नींव बनती है। खास तौर पर छोटी कक्षाएं के विद्यार्थी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: महामारी के दौर में शिक्षा प्रभावित हुई और विद्यार्थी उस बुनियादी शिक्षा से वंचित रह गए जिससे उनकी नींव बनती है। खास तौर पर छोटी कक्षाएं के विद्यार्थी पठन-पाठन के मूल स्वरूप से परिचित नहीं हो सके। इसके लिए अब राष्ट्रीय शैक्षणिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी), निपुण भारत और नीति आयोग के संयुक्त प्रयासों से उपचारात्मक कार्यक्रम चलाया जाएगा। उड़ान परियोजना के तहत स्कूलों में ब्रिज कोर्स लागू किया जाएगा। इसके तहत शिक्षकों और विद्यार्थियों के लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) द्वारा पुस्तिकाएं बनाई गई हैं जिसे शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने बुधवार को पंचकूला में लांच किया। इस दौरान एससीईआरटी निदेशक विवेक कालिया मौजूद रहे।
एससीईआरटी के उपनिदेशक डा. सुनील बजाज ने बताया कि ब्रिज कोर्स के जरिए कक्षा चार से कक्षा आठ तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा और उन्हें वह बुनियादी ज्ञान दिया जाएगा तो प्रारंभिक कक्षाओं में आवश्यक होता है। इसके लिए राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) ने इसके लिए एक उपचारात्मक कोर्स तैयार किया है। पिछली कक्षाओं की दक्षता के आधार पर शिक्षकों के लिए शिक्षक निर्देशिका और विद्यार्थियों के लिए छात्र कार्य पुस्तिका तैयार की गई है।
शिक्षक नियमावली और छात्र कार्य पुस्तिकाओं को क्यूआर कोड स्कैन करके भी प्राप्त किया जा सकता है। यह कोड डिजिटल रूप से विद्यार्थियों और शिक्षकों को शिक्षण सामग्री उपलब्ध करवाएगा। एससीईआरटी ने इसके लिए जो प्रारूप तैयार किया है उसमें शिक्षक प्रतिदिन स्कूलों में पहले दो घंटे की उपचारात्मक पाठों को पढ़ाएंगे। प्रधानाध्यापक और जिला अधिकारी शिक्षकों का निरंतर सहयोग करेंगे और सभी कक्षाओं और स्कूलों में शिक्षा की 'उड़ान' सुनिश्चित करेंगे।

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