टाउन प्लानिग महानिदेशक ने पांच सोसायटियों में स्ट्रक्चर आडिट की दी स्वीकृति
डीटीपी एन्फोर्समेंट ने बुधवार को इन पांच कालोनियों में लगातार स्ट्रक्चर से संबंधित शिकायतें मिलने का हवाला देते हुए महानिदेशक कार्यालय को ई-मेल भेजकर स्ट्रक्चर आडिट करवाने की स्वीकृति मांगी थी।

संवाद सहयोगी, नया गुरुग्राम: टाउन एंड कंट्री प्लानिग महानिदेशक कार्यालय की तरफ से बृहस्पतिवार को सेक्टर-107 स्थित एम3एम वुडशायर, सेक्टर-108 स्थित रहेजा वेदांता, सेक्टर-109 स्थित रहेजा अथर्वा, ब्रिस्क लुंबिनी, सेक्टर-110ए स्थित महिन्द्रा ओरा सोसायटी का स्ट्रक्चर आडिट कराने के आदेश जारी किए है। आदेश के पालन को लेकर महानिदेशक कार्यालय से गुरुग्राम एसटीपी, डीटीपी प्लानिग एवं एन्फोर्समेंट को दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
चिटेल्स पैराडिसो सोसायटी में हुए हादसे को देखते हुए अब विभाग किसी प्रकार की लापरवाही करने के मूड में नहीं हैं। इसी को देखते हुए डीटीपी एन्फोर्समेंट ने बुधवार को इन पांच कालोनियों में लगातार स्ट्रक्चर से संबंधित शिकायतें मिलने का हवाला देते हुए महानिदेशक कार्यालय को ई-मेल भेजकर स्ट्रक्चर आडिट करवाने की स्वीकृति मांगी थी। बृहस्पतिवार को महानिदेशक केएम पांडुरंग की तरफ से इसकी स्वीकृति दे दी गई है।
जारी पत्र में कहा गया है कि चिटेल्स पैराडिसो सोसायटी में आइआइटी दिल्ली की तर्ज पर आइआइटी रुड़की से स्ट्रक्चर आडिट कराने की बात कही गई है। आडिट में स्ट्रक्चर स्टेबिलिटी, निर्माण की गुणवत्ता, भवन सामग्री सही अनुपात के हिसाब से इस्तेमाल हुई या नहीं, इस्तेमाल किए गए सरिया की गुणवत्ता व इस्तेमाल की गई अन्य सामग्री की बारीकी से जांच हो।
एम3एम वुडशायर
सेक्टर-107 स्थित एम3एम वुडशायर सोसायटी में कुल 19 टावर हैं जिनमें लगभग 995 फ्लैट है और वर्तमान में करीब 700 परिवार रह रहे है। 2020 से निवासी बेसमेंट में सीपेज को लेकर शिकायत कर रहे है लेकिन बिल्डर प्रबंधन कोई सुनवाई नहीं कर रहा। आरडब्ल्यूए प्रधान ओमप्रकाश मीना का कहना है कि टाउन प्लानिग विभाग के साथ लगभग 400 पेजों की शिकायत दर्ज कराई हुई है। बिल्डर प्रबंधन के प्रवक्ता का कहना है कि वुडशायर के निवासियों द्वारा स्ट्रक्चरल आडिट की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए, कंपनी ने मेसर्स ब्यूरो वेरिटास को काम दे दिया गया है।
रहेजा अथर्वा एवं वेदांता
इन सोसायटियों की हालत भी चिटेल्स से ज्यादा खराब है। डीटीपी प्लानिग की तरफ से तीनों सोसायटियों में खराब गुणवत्ता को लेकर संबंधित थाने में एफआइआर तक दर्ज कराई हुई है लेकिन बावजूद इसके आज तक बिल्डर प्रबंधन ने टाउन प्लानिग विभाग को कोई ठोस जवाब नहीं दिया। इन सोसायटियों के लोग डर के साये जीने को मजबूर है। यहां लगातार प्लास्टर गिर रहे है। टावरों में दरारे आ चुकी है। इसी प्रकार से महिन्द्रा ओरा एवं ब्रिस्क लुंबिनी में भी स्ट्रक्चरों की हालत भयावह स्थिति में है। स्ट्रक्चर से जुड़ी कमियों को लेकर महानिदेशक के निर्देश पर करीब 60 सोसायटियों की विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर अगले 30-45 दिनों में महानिदेशक कार्यालय को भेज दी जाएगी। निरीक्षण के समय आरडब्ल्यूए और बिल्डर प्रबंधन प्रतिनिधियों को शामिल किया जाएगा।
आरएस बाठ, डीटीपीई

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