एक नवंबर से उठेंगे देव, मांगलिक कार्यों की होगी शुरुआत; दो महीने रहेंगे शुभ मुहुर्त
गुरुग्राम में देव उठनी एकादशी 1 नवंबर को मनाई जाएगी, जिससे शुभ कार्यों की शुरुआत होगी। भगवान विष्णु के जागने के बाद विवाह और गृह प्रवेश जैसे मांगलिक कार्य शुरू होंगे। नवंबर और दिसंबर में शादियों के कई शुभ मुहूर्त हैं। एकादशी तिथि 1 नवंबर को शुरू होकर 2 नवंबर को समाप्त होगी।

देव उठनी एकादशी एक नवंबर को मनाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, गुरुग्राम। देव उठनी एकादशी एक नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन से भगवान विष्णु योगनिद्रा से जागते हैं और धरती पर शुभ कार्यों की शुरुआत होती है। इसके साथ ही शादी-विवाह, गृह प्रवेश और अन्य मांगलिक कार्य किए जा सकेंगे। इसे प्रबोधिनी या देवोत्थान एकादशी भी कहा जाता है। दीवाली के बाद एक बार फिर शादी-विवाह की खरीदारी को लेकर बाजार तैयार हो रहे हैं। लोगों ने खरीदारी भी शुरू कर दी है।
आचार्य पुरोहित संघ के अध्यक्ष पंडित अमरचंद भारद्वाज का कहना है कि इस साल फिर से देवउठनी एकादशी से शादियों को सीजन शुरू होगा। साल के आखिरी दो महीने नवंबर और दिसंबर में शादियों के कई शुभ मुहूर्त बन रहे हैं।
एकादशी तिथि प्रारंभ 1 नवंबर को सुबह 9 बजकर 11 मिनट से होगा, जो कि 2 नवंबर को सुबह 7 बजकर 31 मिनट पर समाप्त होगी। 1 नवंबर को गृहस्थ और 2 नवंबर को वैष्णवों के लिए देवउठनी एकादशी है। हिंदू धर्म में शादी-विवाह, सगाई, गृह-प्रवेश, मुंडन संस्कार समेत सभी मांगलिक कार्य शुभ मुहूर्त देखकर ही किए जाते हैं।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।