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    मुख्यमंत्री ने किया परिवार पहचान पत्र पोर्टल का शुभारंभ

    By JagranEdited By:
    Updated: Thu, 25 Jul 2019 07:44 PM (IST)

    प्रत्येक परिवार के पहचान पत्र से संबंधित पोर्टल का बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास से शुभारंभ किया। ...और पढ़ें

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    मुख्यमंत्री ने किया परिवार पहचान पत्र पोर्टल का शुभारंभ

    जागरण संवाददाता, गुरुग्राम: प्रत्येक परिवार के पहचान पत्र से संबंधित पोर्टल का बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास से शुभारंभ किया। गुरुग्राम के अधिकारियों ने इस कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए लघु सचिवालय में देखा। इस अवसर पर बताया गया कि सरकार द्वारा प्रदेश के सभी परिवारों के डाटा एकत्र किया जा चुका है। अब इसे अपडेट किया जाएगा। उसके बाद हर परिवार को एक नंबर दिए जाएंगे, जिससे पता चल पाएगा कि वह परिवार कहां रहता है। हर क्षेत्र के लिए अलग नंबरों की सीरीज निर्धारित की गई है। यदि परिवार गांव में रहता है तो उसको दिए जाने वाले पांच अंक शहरी क्षेत्र में रहने वाले परिवारों से भिन्न होंगे।

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    मुख्यमंत्री ने कहा कि डाटा अपडेट होने के बाद प्रदेश में हर परिवार को एक नंबर दिया जाएगा और उसका कार्ड बनेगा। यह कार्ड परिवार के मुखिया के पास रहेगा। मुखिया का नाम कार्ड में सबसे ऊपर लिखा जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि डाटा अपडेट करने के लिए एक परिवार को उसके ब्योरे के अधिकतम दो प्रिट दिए जाएंगे। सीएम ने कहा कि सरकार व्यक्ति की बजाय परिवार को समृद्ध करना चाहती है। जिस परिवार का डाटा में ब्योरा उपलब्ध नहीं है उसे फार्म मिलेगा। जिसे उन्हें भरकर देना होगा। साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि परिवार पहचान पत्र भरने के बाद उसे सरकारी योजनाओं व सेवाओं से जोड़ा जाएगा। ताकि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभार्थी को उसके घर तक पहुंच सके। इसका एक लाभ यह भी होगा कि उन्हें इसके लिए सरकारी कार्यालय में उन्हें नहीं आना पड़ेगा।

    वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि यह डाटा डायनमिक होगा। इसका अर्थ है कि यह परिवार में होने वाले जन्म-मृत्यु को भी साथ-साथ जोड़ या घटाया जाएगा। जन्म का रिकॉर्ड अस्पतालों से मिल जाएगा व मृत्यु का रिकॉर्ड प्राप्त करने के लिए श्मशान व कब्रिस्तानों की भी सूची तैयार की गई है। उन्होंने कहा कि भविष्य में विवाह पंजीकरण को भी इससे जोड़ा जाएगा। जिससे सॉफ्टवेयर में विवाह के बाद लड़की का नाम उसके पैतृक परिवार से कट जाएगा और ससुराल पक्ष में जुड़ जाएगा। वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान उपायुक्त अमित खत्री के साथ अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रजा, सिविल सर्जन डॉ. जेएस पूनिया, खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक मोनिका, जिला शिक्षा अधिकारी प्रेमलता यादव, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी विभु कपूर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।