औद्योगिक क्षेत्र की ग्रीन बेल्ट में बनने लगा कचरे का ढेर
पिछले साल 24 दिसंबर को मानेसर नगर निगम क्षेत्र की सफाई व्यवस्था का कार्य नगर निगम के अंतर्गत आ गया है। नगर निगम ने ठेकेदारों के माध्यम से यहां सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कार्य शुरू कर दिया है लेकिन अभी तक कचरे को डालने के लिए जगह तय नहीं की गई है।

जागरण संवाददाता, मानेसर : पिछले साल 24 दिसंबर को मानेसर नगर निगम क्षेत्र की सफाई व्यवस्था का कार्य नगर निगम के अंतर्गत आ गया है। नगर निगम ने ठेकेदारों के माध्यम से यहां सफाई व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कार्य शुरू कर दिया है लेकिन अभी तक कचरे को डालने के लिए जगह तय नहीं की गई है। इससे आइएमटी मानेसर में हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कारपोरेशन (एचएसआइआइडीसी) द्वारा विकसित ग्रीन बेल्ट को ही कचरे का ढेर बनाना शुरू कर दिया है। करीब एक एकड़ में फैली इस जगह पर क्षेत्र से कचरा एकत्रित किया जाता है और यहां से इसे डंपर के माध्यम से उठाया जाता है। पिछले कुछ समय में यहां काफी मात्रा में कचरा एकत्रित हो गया है। इससे दूर तक बदबू आती रहती है। कई बार इस बारे में गांव बास कुशला और भांगरौला के ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों को शिकायतों वाट्सएप के माध्यम से भेजी है। ग्रामीणों का कहना है कि एनजीटी और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के नियमों के खिलाफ ग्रीन बेल्ट में कचरा डाला जा रहा है। इससे क्षेत्र में वातावरण भी खराब हो रहा है। यहां काफी समय से कचरा डाला जाता रहा है लेकिन एचएसआइआइडीसी के अधिकारियों को शिकायत करने के बाद पटौदी रोड और सेक्टर आठ के कोने पर कचरा डालना बंद करा दिया था। अब फिर यहां दोनों जगह काफी मात्रा में कचरा डाला जा रहा है। कई बार अनजान लोगों द्वारा इसमें आग भी लगा दी जाती है, जिससे प्रदूषण स्तर बढ़ रहा है। इस सड़क किनारे गांव ढाणा, भांगरौला और बास कुशला के ग्रामीण सैर के लिए आते हैं। अब यहां हमेशा बदबू आती रहती है, जिसके कारण लोगों ने यहां आना बंद करना पड़ा। बास कुशला गांव के लोगों का कहना है कि गांव बास कुशला के चारों तरफ कचरा डाला जा रहा है। यह हमारे लिए काफी बड़ी परेशानी है। राकेश चौहान, इंद्रजीत सिंह, नवीन और गगन चौहान ने बताया कि गांव में आइएमटी की तरफ शमशान घाट के सामने भी कचरा डाला जा रहा है। यहीं पर महिला पुलिस थाना भी बना हुआ है। यहां आने वाले लोगों को परेशानी होती है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। इसके अलावा सेक्टर आठ और बास कुशला गांव के बीच बने रोड किनारे भी कचरा डाला जा रहा है। रिहायशी क्षेत्र से घरेलू और गांव से निकलने वाले दूसरे कचरे को उठाकर बाहर सड़क किनारे डाल दिया जाता है।
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