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    Cough Syrup: रोक के बाद कफ सीरप की सप्लाई शुरू, स्वास्थ विभाग ने खांसी की दवाई पर लगाया था प्रतिबंध

    Updated: Thu, 20 Nov 2025 05:48 PM (IST)

    फतेहाबाद में 55 दिनों से रुकी कफ सिरप की सप्लाई स्वास्थ्य विभाग ने फिर शुरू कर दी है। ठंड बढ़ने से मरीजों की संख्या बढ़ रही थी और अस्पतालों में दवाइयों की कमी हो रही थी। दैनिक जागरण ने इस मुद्दे को उठाया, जिसके बाद विभाग ने कार्रवाई की। 

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    Cough Syrup: रोक के बाद कफ सीरप की सप्लाई शुरू। सांकेतिक फोटो

    जागरण संवाददाता, फतेहाबाद। जिले में पिछले 55 दिनों से रुकी हुई कफ सीरप की सप्लाई आखिरकार स्वास्थ्य विभाग ने पुनः शुरू कर दी है। ठंड बढ़ने के साथ खांसी-जुकाम के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही थी, जिसके चलते अस्पतालों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर मरीजों को दवाइयों की कमी का सामना करना पड़ रहा था।

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    दैनिक जागरण ने इस गंभीर मुद्दे को प्रमुखता से उठाया था, जिसके बाद विभाग हरकत में आया और सप्लाई प्रक्रिया को तुरंत बहाल किया गया। ये दवाइयां सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों व उप-स्वास्थ्य केंद्रों पर कफ सिरप की खेप भेज दी गई है।

    स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के अनुसार, कुछ बैचों में गुणवत्ता संबंधी संदेह के चलते विभाग ने एहतियातन कफ सिरप की सप्लाई पर अस्थायी रोक लगा दी थी। नए बैच की टेस्टिंग और मंजूरी मिलने तक वितरण बंद रहा। इस बीच तापमान में अचानक गिरावट आने से खांसी-जुकाम वाले मरीजों की संख्या में तेजी आई और कई जगह दवाइयों की कमी महसूस की गई।

    इन दिनों जिले के सरकारी अस्पतालों में खांसी के मरीजों की संख्या रोजाना 20 से 30 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। खासकर सुबह-शाम ठंड अधिक होने से बच्चों और बुजुर्गों पर इसका सबसे ज्यादा असर देखा जा रहा था।

    स्वास्थ्य केंद्रों पर कफ सिरप के अभाव में पैरासिटामोल और स्टीम थैरेपी ही विकल्प के रूप में सुझाए जा रहे थे, लेकिन लगातार बढ़ती भीड़ ने स्थिति को गंभीर कर दिया। जागरण द्वारा इस समस्या को उजागर किए जाने के बाद विभाग ने तेजी दिखाते हुए नए बैच की दवाइयों की आपूर्ति तुरंत शुरू कर दी।

    गर्भवती महिलाओं के लिए भेजी गईं पांच लाख कैल्शियम गोलियां

    कफ सिरप की सप्लाई के साथ ही स्वास्थ्य विभाग ने जिले के सभी उप-स्वास्थ्य केंद्रों पर करीब पांच लाख कैल्शियम की गोलियां भी भेजी हैं। यह गोलियां मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं व स्तनपान करवाने वाली माताओं को दी जानी हैं।

    एनएचएम के दिशा-निर्देशों के तहत गर्भवती महिलाओं को आयरन-फोलिक एसिड के साथ कैल्शियम का नियमित सेवन अनिवार्य माना गया है। लेकिन हाल ही में सब-सेंटरों पर कैल्शियम टैबलेट्स की भी कमी की शिकायतें सामने आ रही थीं।

    अब जिला स्वास्थ्य विभाग ने पर्याप्त मात्रा में स्टाक उपलब्ध करवा दिया है, जिससे आगामी महीनों में किसी तरह की कमी नहीं रहेगी। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि जिले में हर महीने लगभग 9 हजार से 10 हजार गर्भवती व धात्री माताओं को कैल्शियम की आवश्यकता होती है। ऐसे में पांच लाख गोलियों की सप्लाई अगले कई महीनों की जरूरतों को पूरा करने में सहायक होगी।

    इन आंकड़ों पर डाले नजर

    कितने रुपये की देनदारी: 1.50 करोड़ रुपये
    कितने रुपये का बजट मांगा: 3 करोड़
    तीन महीने पहले कितना बजट मिला: 50 लाख
    कफ सिरप की दवाइयां आई: 5000 शीशिया

    ये दवाइयां भी नहीं

    दर्द निवारक दवाइयां।
    बीपी की दवाइयां।
    नशा मुक्ति केंद्र की दवाइयां।


    कफ सिरप की दवाइयां आ गई है। जिससे राहत मिली है। पिछले दिनों इसकी सप्लाई रूक गई थी। सर्दी के मौसम में खांसी के मरीज बढ़ जाते है जिससे राहत मिलेगी। - डा. बुधराम, सिविल सर्जन।