Haryana News: खस्ताहाल सड़कों को लेकर आंख मूंदे बैठा विभाग, लोगों के लिए मुश्किल हुआ सफर, लोगों ने की शिकायत
भिरडाना क्षेत्र में सड़कों की हालत खस्ता होने से लोगों का सफर जोखिम भरा हो गया है। जगह-जगह गड्ढों के कारण दुर्घटनाएं हो रही हैं। भिरडाना से माजरा जाने वाली सड़क सबसे ज्यादा खराब है। ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी विभाग से शिकायत की है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सड़क सुधार कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे धरना देंगे।

संवाद सूत्र, भिरडाना। क्षेत्र की अधिकांश सड़कों की जर्जर हालत ने लोगों का सफर जोखिम भरा बना दिया है। जगह-जगह पड़े गड्ढों के कारण आए दिन हादसे हो रहे हैं। राहगीर घायल हो रहे हैं और वाहनों को भी भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। हैरानी की बात यह है कि कुछ सड़कों का निर्माण कुछ ही समय पहले हुआ था। उस समय निम्न गुणवत्ता की वजह से वे भी टूट-फूट कर खतरनाक बन चुकी हैं।
भिरडाना से माजरा जाने वाली सड़क पर स्थिति सबसे ज्यादा दयनीय है। बिजलीघर के पास पीडब्ल्यूडी विभाग ने मिट्टी के ढेर लगवाकर सड़क को बाधित कर दिया है। मिट्टी पर उगी घास इस बात की गवाही दे रही है कि यह ढेर लंबे समय से वहीं पड़ा है। ग्रामीणों ने कई बार पीडब्ल्यूडी के कनिष्ठ अभियंता कुलदीप जांगड़ा को समस्या से अवगत कराया, लेकिन आज तक समाधान नहीं हुआ।
शुक्रवार सुबह भिरडाना से फतेहाबाद जा रहे सुनील और रमेश इसी मिट्टी से फिसलकर घायल हो गए। इस घटना से आक्रोशित लोगों ने मौके पर रोष प्रदर्शन किया और सड़क से मिट्टी हटाने और लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
सिर्फ गड्ढे ही नहीं, सड़क किनारे उगी झाड़ियों ने भी यातायात में बाधा डालनी शुरू कर दी है। झाड़ियों की वजह से सड़क की चौड़ाई कम हो गई है, जिससे वाहन चालकों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने कई बार विभाग से सफाई और मरम्मत की अपील की, लेकिन अधिकारी मौन बने हुए हैं। लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर एक सप्ताह के भीतर सड़क सुधार कार्य शुरू नहीं हुआ, तो वे पीडब्ल्यूडी कार्यालय के बाहर धरना देंगे। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार करोड़ों रुपये सड़कों के निर्माण पर खर्च कर रही है, फिर भी विभाग की लापरवाही के कारण जनता को परेशान होना पड़ रहा है।
इन सड़कों की हालत सबसे खराब
भिरडाना–माजरा, भूथनकला–आठवां मील, नाढोडी–हसंगा, हडौली–जांडवाला सोत्तर, बडोपल–झलनिया, काजलहेड़ी–खजूरी जांटी, अहरवा–शेखुपुर सौत्र और अयाल्की–रजाबाद सड़कों पर सबसे अधिक गड्ढे हैं।
हमारी कोशिश रहती हैं सभी दुर्घटना प्वाइंट्स को खत्म किया जाए। इसके लिए टीमें लगी हुई है। अगर कोई कर्मचारी कोताही करता है तो निश्चित तौर पर उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।-हेमन्त कुमार, कार्यकारी अभियंता, पीडब्ल्यूडी।

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