सरसों की बिजाई के लिए किसान करें अनुकूल मौसम का इंतजार
जागरण संवाददता फतेहाबाद केंद्र सरकार ने सरसों का समर्थन मूल्य पिछले 6 सालों में दोगुना
जागरण संवाददता, फतेहाबाद :
केंद्र सरकार ने सरसों का समर्थन मूल्य पिछले 6 सालों में दोगुना कर दिया। ऐसे में सरसों की खेती अब मुनाफे का सौदा हो गई है। सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर सरसों की सरकारी खरीद ने किसानों की तकदीर बदलने में काफी सहायता की है। वैसे भी अब मार्केट में सरसों समर्थन मूल्य से 400 रुपये अधिक यानी 5 हजार रुपये प्रति क्विंटल तक बिक रही है। ऐसे में किसान सरसों की बुआई करने के लिए आतुर है। लेकिन कृषि विभाग के अनुसार अब सरसों की बुआई करने का अनुकूल समय शुरू होने वाला है। किसान आगामी 13 अक्टूबर से सरसों की बुआई कर सकते है। इसके बाद सरसों का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस तक आ जाएगा। वहीं गेहूं की बुआई अक्टूबर महीने के आखिर में यानी 28 से शुरू करें।
कृषि विशेषज्ञों के अनुसार अब दिन का अधिकतम तापमान 37 से 38 डिग्री सेल्सियस तक बना हुआ है। वहीं न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस तक है। जो बहुत अधिक है। जब अधिकतम तापमान 34 डिग्री से कम हो जाए तब सरसों की बिजाई के लिए अनुकूल समय होता है। इसी तरह गेहूं की बिजाई 28 डिग्री सेल्सियस आने के बाद ही शुरू करनी चाहिए। जमीन में नमी की मात्रा कम होने पर बीज की मात्रा बढ़ा देनी चाहिए।
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जिले में गत वर्ष 8 हजार हेक्टेयर में थी सरसों :
जिले में गत वर्ष 8 हजार हेक्टेयर में सरसों की खेती की गई थी। इस बार यह रकबा पढ़ने का अनुमान है। कृषि विभाग के अनुसार इस बार यह रकबा बढ़ेगा। सरकार ने सरसों की सरकारी खरीद से किसानों को सरसों बोने का हौंसला दे दिया है। पहले सरकार की सिर्फ गेहूं की सरकारी खरीद करती थी। अब सरसों की भी सरकारी खरीद होने से किसानों को काफी फायदा मिला है।
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कुछ किसानों ने सरसों की बुआई शुरू कर दी है। लेकिन सरसों की बिजाई के लिए अनुकूल तापमान नहीं है। फिलहाल अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस तक बना हुआ है जो अधिक है। उम्मीद है कि आगामी सप्ताह में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से कम हो जाएगा। ऐसे में मौसम अनुकूल होने पर किसान बिजाई करें। वहीं बीज को उपचारित जरूर करें, ताकि फसल में बीमारी का प्रकोप कम हो।
- डा. भीम सिंह कुलड़िया, एसडीओ, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग।
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