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    फतेहाबाद के बनगांव की बेटी ने एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीता रजत पदक, जानें संघर्ष की कहानी

    By Jagran NewsEdited By: Naveen Dalal
    Updated: Sun, 16 Oct 2022 02:08 PM (IST)

    फतेहाबाद के बनगांव की बेटी ने चौथी यूथ एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 50.15 मीटर भाला फेंक कर रजत पदक जीता है। रजत पदक विजेता दीपिका ने कहा कि पिता सुशील कुमार छोटे किसान है। बताया कि दीपिका साधारण किसान परिवार से संबंध रखती है।

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    एशियन चैंपियनशिप में 50.15 मीटर भाला फेंक जीता पदक।

    फतेहाबाद, जागरण संवाददाता। कुवैत में आयोजित चौथी यूथ एशियन एथलेटिक्स चैंपियनशिप बनगांव की बेटी दीपिका ने 50.15 मीटर भाला फेंक कर रजत पदक जीतते हुए देश का नाम रौशन किया है। पहले स्थान पर ताइपे की पिनहंसूं चू ने 52.70 मीटर का थ्रो कर स्वर्ण पदक जीता। तीसरे स्थान पर कोरिया की यंग श्योक्जु ने 48.61 मीटर की थ्रो कर कांस्य पदक विजेता बनी।

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    यूथ नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रिकार्ड के साथ जीता था स्वर्ण पदक

    एशियन चैंपियनशिप का आयोजन 13 से 16 अक्टूबर तक किया गया। यूथ एशियन रजत पदक दीपिका के गुरु हनुमान सिंह ने बताया कि दीपिका ने यूथ नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप 17 सितंबर से 19 सितंबर तक आयोजित हुई भोपाल मध्यप्रदेश में 51.84 मीटर की थ्रो के साथ नया नेशनल रिकार्ड बनाकर भारतीय यूथ एशिया टीम में स्थान पक्का किया था।

    बंद पड़ी मुर्गी फार्म में की थी तैयारी

    खेल विभाग में डीपीई के पद पर कार्यरत हनुमान सिंह गांव बनगांव के आरोही माडल स्कूल में कार्यरत है। उन्होंने बताया कि दीपिका साधारण किसान परिवार से संबंध रखती है। वे अपने खिलाड़ियों को गांव के पास बंद पड़ी मुर्गी फार्म में तैयारी करवाते है। करीब पांच साल पहले दीपिका भी वहां पर खेलने के लिए आई। इससे बाद रूटीन में अभ्यास शुरू कर दिया। उसके बाद उन्होंने कई नेशनल स्तर पर पदक जीते। खेलों इंडिया में नेशनल रिकार्ड बनाया। खुद के रिकार्ड को उन्होंने यूथ नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तोड दिया। खेलों इंडिया में चयन होने के बाद अब उसको स्कालरशिप मिलनी भी शुरू हो गई। जो आगामी 8 वर्षों तक मिलेगी।

    12वीं की छात्रा, पढ़ाई में भी प्रदर्शन उत्कृष्ट

    दीपिका अपने गांव में बने आरोही माडल स्कूल में ही 12वीं कक्षा की छात्रा हैं। रजत पदक विजेता दीपिका ने कहा कि पिता सुशील कुमार छोटे किसान है। माता राजबाला गृहणी है। लेकिन सुशील व राजबाला ने तीन बेटियों के बाद बेटे की चाह में परिवार को बड़ा नहीं किया। दीपिका की बड़ी बहन उषा व छोटी बहन मुन्नी हैं। हनुमान सिंह बताते है कि दीपिका खेलों के साथ पढ़ाई में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 10वीं में मेरिट प्राप्त की थी।

    एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने दी बधाई

    दीपिका के पदक जीतने पर एथलेटिक्स हरियाणा के अध्यक्ष एवं वर्तमान ऐलनाबाद से विधायक अभय सिंह चौटाला, कार्यकारी अध्यक्ष हनुमान सिंह भादू, महासचिव राजकुमार मिटान व प्रवक्ता सत्यवीर धनखड़ ने शुभकामना दी है। उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। उन्होंने कहा कि दीपिका ने अपने कोच हनुमान से मिले खेल ज्ञान के कौशल प्रतिभा दिखाते हुए रजत पदक जीतकर हरियाणा राज्य का नाम एशिया महाद्वीप के नक्शे में स्वर्ण अक्षरों में लिख दिया है।

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