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    फतेहाबाद में बिना डिग्री के चल रहा था अस्पताल, एक दिन अचानक पहुंच गई सीएम फ्लाइंग की टीम; उसके बाद जो हुआ...

    Updated: Tue, 07 Oct 2025 09:02 AM (IST)

    सीएम फ्लाइंग की टीम ने रतिया में सिद्धू अस्पताल पर छापा मारा जहाँ बिना डिग्री के अस्पताल चलाने की शिकायत थी। मौके पर भर्ती मरीजों के कोई दस्तावेज नहीं मिले और दवाइयाँ सील कर दी गईं। अस्पताल संचालक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई है। स्वास्थ्य विभाग ने बिना लाइसेंस डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है। फतेहाबाद में अन्य अस्पतालों की छानबीन जारी है।

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    बिना डिग्री अस्पताल पर सीएम फ्लाइंग का छापा, दवाइयां सील।

    संवाद सूत्र, रतिया। सोमवार सुबह सीएम फ्लाइंग की टीम ने स्वास्थ्य विभाग, ड्रग विभाग और पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई करते हुए शहर के नए बस स्टैंड के पीछे पालिका बाजार स्थित सिद्धू अस्पताल में छापा मारा।

    शिकायत थी कि यह अस्पताल बिना डिग्री के चल रहा है और मरीजों का इलाज किया जा रहा है। कार्रवाई के बाद क्षेत्र के अन्य अस्पताल संचालकों में हड़कंप मच गया। मौके पर आधा दर्जन मरीज एडमिट पाए गए, जिनकी एडमिशन फाइल नहीं बनाई गई थी।

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    सीएम फ्लाइंग की टीम में हिसार रेंज की इंचार्ज सुनैना, स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर प्रणव और प्रवीण कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर धीरज कुमार तथा शहर थाना पुलिस शामिल थे। उन्होंने अस्पताल के दस्तावेजों की जांच की। अस्पताल संचालक जोगिंद्र ने बताया कि यह अस्पताल बीएमएस डॉक्टर नरेश जिंदल चला रहे हैं।

    लेकिन जांच में नरेश जिंदल ने स्पष्ट किया कि वह सिर्फ नर्सिंग स्कूल चलाते हैं, अस्पताल नहीं।अस्पताल में एडमिट करने और बैड लगाने की अनुमति नहींकार्रवाई में स्वास्थ्य विभाग ने अस्पताल में पाई गई सभी दवाइयों को सील कर दिया।

    अधिकारी सुनैना ने बताया कि शिकायत में यह भी कहा गया था कि अस्पताल में एडमिट करने और बैड लगाने की अनुमति नहीं है। मौके पर मौजूद जोगिंद्र के पास स्वयं की डिग्री नहीं थी। इस पर स्वास्थ्य विभाग ने शहर थाना प्रभारी रणजीत सिंह को बुलाकर पुलिस को शिकायत सौंप दी।

    मरीजों की कोई फाइल या दस्तावेज नहीं थे

    डॉक्टर प्रणव और प्रवीण ने बताया कि अस्पताल में एडमिट मरीजों की कोई फाइल या दस्तावेज नहीं थे। अस्पताल संचालक ने किसी भी प्रकार का डाक्यूमेंट पेश नहीं किया। सीसीटीवी कैमरों की डीवीआर कब्जे में ली गई है।

    डॉक्टरों का कहना है कि बिना डिग्री और बिना लाइसेंस अस्पताल चलाना कानूनन अपराध है और इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।लिस्ट बनाकर सख्त कार्रवाई की जाएगीड्रग विभाग के इंस्पेक्टर धीरज कुमार ने कहा कि रतिया क्षेत्र में अगर कहीं भी बगैर डिग्री वाले डॉक्टर मरीजों का उपचार कर रहे हैं, तो उनकी लिस्ट बनाकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। कार्रवाई के बाद आसपास के अस्पताल संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।

    अधिकारियों ने कहा कि मरीजों की सुरक्षा प्राथमिकता है और किसी भी प्रकार का नियम उल्लंघन बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।जांच अभी जारीस्वास्थ्य विभाग और सीएम फ्लाइंग की टीम ने चेतावनी दी कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जांच अभी जारी है और अस्पताल संचालक व संबंधित डॉक्टर के खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। सीएम फ्लाइंग ने क्षेत्र के अन्य अस्पतालों की छानबीन जारी रखने का संकेत भी दिया।

    बिना डिग्री और बिना लाइसेंस की मिली थी शिकायत

    रतिया क्षेत्र में सीएम फ्लाइंग की टीम ने सिद्धू अस्पताल पर छापा मारा। बिना डिग्री और बिना लाइसेंस से अस्पताल चलाने की शिकायत पर स्वास्थ्य विभाग, ड्रग विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने कार्रवाई की।

    मौके पर पाए गए आधा दर्जन मरीजों की एडमिशन फाइल नहीं थी। अस्पताल में पाई गई दवाइयां सील कर जांच शुरू की गई। डॉक्टर नरेश जिंदल ने बताया कि वह अस्पताल नहीं चलाते। विभाग ने अस्पताल संचालक के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी।