Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    जल्लोपुर के आरोही मॉडल स्कूल नौवीं में 82 में से 50 विद्यार्थी फेल, विद्यार्थियों और अभिभावकों ने किया

    गांव जल्लोपुर में बने आरोही मॉडल स्कूल में नौवीं कक्षा में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को फेल करने पर विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ प्रदर्शन कियरा। इतना ही नहीं स्कूल इंचार्ज पर अभिभावकों ने गाली गलौज करने का भी आरोप लगाया। जब स्कूल प्रबंधक ने सुनवाई नहीं की तो अभिभावकों ने रतिया के एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर विद्यार्थियों को एक बार मौका और देने की मांग की।

    By JagranEdited By: Updated: Fri, 28 May 2021 07:39 AM (IST)
    Hero Image
    जल्लोपुर के आरोही मॉडल स्कूल नौवीं में 82 में से 50 विद्यार्थी फेल, विद्यार्थियों और अभिभावकों ने किया

    संवाद सूत्र, रतिया :

    गांव जल्लोपुर में बने आरोही मॉडल स्कूल में नौवीं कक्षा में बड़ी संख्या में विद्यार्थियों को फेल करने पर विद्यार्थियों व उनके अभिभावकों ने स्कूल प्रबंधकों के खिलाफ प्रदर्शन कियरा। इतना ही नहीं स्कूल इंचार्ज पर अभिभावकों ने गाली गलौज करने का भी आरोप लगाया। जब स्कूल प्रबंधक ने सुनवाई नहीं की तो अभिभावकों ने रतिया के एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर विद्यार्थियों को एक बार मौका और देने की मांग की।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विद्यार्थी शामिल बजरंग, बलविद्र सिंह, काव्या, जतिन, अकाश, अमन, सोनू, प्रिस, रोहित, गजल, भूमिका, अजय, सचिन, अमृत, विवेक, हरमन, ललित, सचिन, विवेक, ममता, सुखविद्र, आकाशदीप, फरमान, ज्योति, तरसेम, सिमरन व उनके अभिभावकों ने आरोप लगाते हुए कहा कि आरोही मॉडल स्कूल जल्लोपुर में 9वीं कक्षा में करीब 82 बच्चे पढ़ते थे और इनमें से करीब 50 बच्चों को फेल कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि कोविड-19 के चलते आज तक इस स्कूल की तरफ से किसी भी बच्चे को कोई ऑनलाइन शिक्षा नहीं दी गई है और न ही स्कूल के स्टाफ की तरफ से किसी बच्चे को पढ़ाई के लिए पूछा गया है। उन्होंने बताया कि संबंधित स्कूल में मैरिट लिस्ट वाले बच्चों को ही दाखिला दिया जाता है और इस बार कोविड-19 के तहत किसी भी बच्चे की पढ़ाई स्कूल के स्टाफ द्वारा उचित ढंग से नहीं करवाई गई।

    ------------------------------------

    अभिभावकों का आरोप, मनमानी कर रहा स्कूल प्रबंधक :

    एसडीएम को ज्ञापन देने आए प्रबंधक कृष्ण, हनुमान, कृष्णा, मीणा, देशराज, सुखदेव सिंह व जरनैल सिंह ने बताया कि वे खुद इतने पढ़े लिखे नहीं की घर पर नौवीं के विद्यार्थी को पढ़ा सके। कोरोना काल में स्कूल बेहद कम लगे। उसके बाद भी स्कूल प्रबंधक ने अपना दसवीं का परिणाम सुधारने के लिए उनके बच्चे फेल कर दिए। एक तरफ सरकार बोर्ड की कक्षाओं के विद्यार्थियों को बिना पेपर लिए आगामी कक्षाओं में प्रमोट कर रही है। वहीं स्कूल प्रबंधक ने उनके नौवीं के बच्चे फेल कर दिए।उन्होंने ज्ञापन के तहत यह भी आरोप लगाया कि स्कूल की 2 लड़कियां गजल व भूमिका, जिनको 2020 में भी नौवीं कक्षा में फैल कर दिया था, अब फिर से इस वर्ष दोबारा फेल कर दिया गया है।

    ------------------- कक्षा 9वीं से लेकर 12वीं तक स्कूल करीब चार महीने से अधिक लगा। इस दौरान विद्यार्थियों को जो पाठ्यक्रम करवाया गया। उसी से पेपर आया। उस दौरान तो विद्यार्थी व उनके अभिभावक गंभीर नहीं हुए। वैसे मुझे 9वीं कक्षा के बच्चों को प्रमोट करना उनके अधिकार में नही है। अगर बोर्ड का आदेश होगा तो प्रमोट कर दिए जाएंगे।अभिभावक स्कूल खुलने के बाद हमें लिखित में दें और उनकी यह समस्या उच्चाधिकारियों को भेज देंगे और जैसे आदेश मिलेंगे अनुपालन करेंगे।

    - गुरमीत कौर, इंचार्ज, आरोही मॉडल स्कूल, जल्लोपुर

    -------------------------

    जल्लोपुर में आरोही मॉडल स्कूल मैंने अपने कार्यकाल में बनवाया था। इसमें पढ़ने वाले निम्न व मध्य वर्ग के बच्चों को उचित अवसर मिलता है। लेकिन अब विधायक लक्ष्मण नापा अपने गांव की सुध नहीं ले रहे। गांव के बच्चे नौवीं में ही फेल हो रहे है। ऐसे में वे हलके का क्या विकास करेंगे।

    - सरदार जरनैल सिंह, पूर्व विधायक, रतिया