सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की तैयारी शुरू, 31 जनवरी से जुटेंगे शिल्पी
सूरजकुंड अंतर्राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की तैयारी शुरू हो गई है। 31 जनवरी से शिल्पकार एकत्रित होंगे। यह मेला भारतीय कला और संस्कृति को बढ़ावा देने का एक महत्वपूर्ण मंच है, जहाँ विभिन्न राज्यों की हस्तशिल्प कला का प्रदर्शन किया जाता है। देश और विदेश से शिल्पकार अपनी कला का प्रदर्शन करने और उसे बेचने के लिए जुटेंगे।

सूरजकुंड मेला इस बार 31 जनवरी से शुरू होगा और 15 फरवरी तक चलेगा।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। हरियाणा पर्यटन निगम द्वारा 39वें सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। मेला इस बार 31 जनवरी से शुरू होगा और 15 फरवरी तक चलेगा। हरियाणा पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक एवं सूरजकुंड मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक डा. शालीन की अध्यक्षता में पंचकूला में शुक्रवार को बैठक की गई। बैठक में विभिन्न विभागों के अधिकारियों, गतिविधि प्रमुख और आयोजन समिति के सदस्यों ने भाग लिया।
बैठक में आगामी मेले की रूपरेखा, तैयारियों की प्रगति, बुनियादी ढांचे के सुधार कार्य, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की योजना, कलाकारों एवं शिल्पकारों की भागीदारी से जुड़े विषयों पर विस्तृत चर्चा की गई। डा. शालीन ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह अपनी-अपनी जिम्मेदारियों के अनुरूप तैयारी कार्य शीघ्र पूर्ण करें, ताकि मेला-2026 का आयोजन और अधिक आकर्षक, सुव्यवस्थित और अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों के अनुरूप किया जा सके।
उन्होंने कहा कि सूरजकुंड मेला हरियाणा ही नहीं बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक विरासत, लोक कला और हस्तशिल्प परंपरा का प्रतीक है। इसकी तैयारियों में कोई भी कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने बताया कि इस बार मेले में देश के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ अनेक विदेशी देशों के कलाकार और शिल्पकार भी भाग लेंगे, जिससे यह मेला सांस्कृतिक आदान-प्रदान और वैश्विक मित्रता का मंच बनेगा।
साथ ही, पर्यटकों और दर्शकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए पार्किंग, पेयजल, साफ-सफाई, सुरक्षा, यातायात प्रबंधन और डिजिटल भुगतान व्यवस्था जैसी सुविधाओं को और सुदृढ़ किया जाएगा।
मेले में देश-विदेश से आने वाले लाखों पर्यटकों के लिए विविध आकर्षण तैयार किए जाएंगे, जिनमें थीम स्टेट की झलक, सांस्कृतिक प्रस्तुति, लोकनृत्य, व्यंजन गलियां, हस्तशिल्प बाजार और लाइव प्रस्तुतियां शामिल होंगी। उन्होंने बताया कि मेले में भाग लेने वाले शिल्पकारों के लिए स्टाल आवंटन प्रक्रिया एक दिसंबर 2025 से शुरू की जाएगी। इसके लिए संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
गत वर्ष दो थीम राज्य बने थे, इस बार अभी हो रहा विचार
गत वर्ष ओडिशा और मध्य प्रदेश को थीम राज्य बनाया गया था, जबकि ब्रिक्स देशों को कंट्री पार्टनर के रूप में जोड़ा गया था। इस बार भी दो थीम राज्य होंगे या एक, इस पर अभी विचार हो रहा है। इसकी घोषणा जल्द की जाएगी।

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