ओल्ड फरीदाबाद और तिगांव में बनेंगी स्मार्ट रोड, अंडरग्राउंड होगी विद्युत लाइन<br/>
फरीदाबाद नगर निगम ओल्ड फरीदाबाद और तिगांव में 20-20 किलोमीटर लंबी स्मार्ट रोड बनाएगा। यह परियोजना 100 किलोमीटर के मास्टर प्लान का हिस्सा है। सड़कों के दोनों तरफ साइकिल ट्रैक होंगे और सेंसर युक्त एलईडी लाइटें लगाई जाएंगी। भूमिगत कॉरिडोर में बिजली और पानी की लाइनें होंगी। रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम भी लगाया जाएगा। दिसंबर के मध्य तक काम शुरू होने की उम्मीद है।
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नगर निगम ओल्ड फरीदाबाद और तिगांव विधानसभा क्षेत्र में स्मार्ट रोड का निर्माण करेगा।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। औद्योगिक नगरी में स्मार्ट रोड परियोजना को आगे बढ़ाते हुए अब नगर निगम ओल्ड फरीदाबाद और तिगांव विधानसभा क्षेत्र में स्मार्ट रोड का निर्माण करेगा। निगम की इस योजना के तहत दोनों क्षेत्र में 20-20 किलोमीटर लंबी स्मार्ट सड़क बनेगी। इस परियोजना को फरीदाबाद के 100 किलोमीटर लंबे स्मार्ट रोड मास्टर प्लान का हिस्सा बनाया गया है।
नगर निगम ने विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करने का काम शुरू कर दिया है। निगम की ओर से स्मार्ट रोड के दोनों तरफ साइकिल ट्रैक भी तैयार किया जाएगा। हालांकि इससे पहले नगर निगम और हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण की ओर से कई जगहों पर सड़कों के किनारे साइकिल ट्रैक बनाए गए है। लेकिन अतिक्रमण की वजह से वह कामयाब नहीं हो पाए हैं।
इसके साथ ही सेक्टर-28 में निगम की ओर से बनाई गई स्मार्ट रोड की हालत खस्ता है। कई जगहों पर ग्रिल टूटी हुई है। इसकेे साथ ही सड़कों के किनारे लगी स्ट्रीट लाइट भी खराब हैं। सेक्टर-21 में भी चार लेन स्मार्ट रोड बनाई गई है, इसकी हालत ठीक है।
ओल्ड फरीदाबाद में संकरी गलियों और यातायात की ठीक व्यवस्था न होने के कारण लोगों को काफी परेशानी होती है। तिगांव में तेजी से शहरीकरण होने के कारण मूल सुविधाओं को विकसित करने की बहुत जरूरत है। इन इलाकों में स्मार्ट रोड बनने से कनेक्टिविटी में सुधार होने के साथ स्थानीय कारोबार को बढ़ावा मिलेगा।
सेंसर युक्त लगाई जाएगी एलईडी और ट्रैफिक लाइट
दोनों जगहों पर निगम का दावा है कि सेंटर युक्त एलइडी और ट्रैफिक लाइट लगाई जाएगी। इसमें ट्रैफिक सिग्नल और सेंसर यातायात दबाव के अनुसार खुद ही आन आफ होंगे। इससे जाम की समस्या से भी मुक्ति मिलेगी। स्मार्ट रोड के साथ भूमिगत कारिडोर बनाया जाएगा इसमें बिजली, पानी, सीवर और इंटरनेट केबल के लिए सड़कों के नीचे अलग से चैनल बना होगा। इससे बार-बार सड़क खोदने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी।
स्मार्ट रोड के किनारे लगाए जाएंगे रेनवाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
दोनों जगहों पर स्मार्ट रोड के किनारे रेनवाटर हारवेस्टिंग सिस्टम लगाए जाएंगे। ताकि वर्षा जल संचयन हो सके। इससे सड़क पर जलभराव भी नहीं होगा। वर्षा जल संचयन की बात आई है तो नगर निगम ने पहले जो बनाए थे, उनकी दशा ठीक नहीं है। कभी उनकी मरम्मत भी नहीं की गई और मानसून ऐसे ही निकल गया।
दोनों जगहों पर स्मार्ट रोड बनाने के लिए टेंडर लगा दिए गए है। 20-20 किलोमीटर रोड का निर्माण किया जाएगा। दिसंबर माह के मध्य में काम शुरू होने की पूरी उम्मीद है। - धीरेंद्र खड़गटा, आयुक्त नगर निगम

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