छात्राओं की सूची बनाकर आतंकी नेटवर्क तैयार कर रही थी अल-फलाह की महिला प्रोफेसर, एनआईए की गहन पूछताछ जारी
फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में एनआईए ने आतंकी मॉड्यूल मामले में डॉ. शाहीन सईद को लेकर वीसी भूपिंद्र कौर से पूछताछ की। शाहीन पर आतंकी नेटवर्क बनाने और महिलाओं को भर्ती करने की साजिश का आरोप है। एनआईए ने शाहीन के फ्लैट और अन्य ठिकानों पर तलाशी ली, साथ ही केमिकल शॉप का भी निरीक्षण किया जहाँ से विस्फोटक बनाने के लिए केमिकल खरीदे गए थे।

सफेदपोश आतंकी डॉत्र शाहीन। फाइल फोटो
प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद। अल फलाह यूनिवर्सिटी में रहते हुए आतंकी माॅड्यूल तैयार कर रही डाॅ. शाहीन सईद को एनआईए बृहस्पतिवार रात यूनिवर्सिटी लेकर आई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, यहां यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर भूपिंद्र कौर से उसका आमना-सामना कराया। कौर से पूछा, क्या आप जानते हो डाॅ. शाहीन को।
इसके अलावा यह भी पूछा कि कब से जानते हो और कैसे। डाॅ. शाहीन के सामने कौर से कई सवाल पूछे गए। कौर ने कहा कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटनाक्रम से बेहद दुखी और व्यथित हैं और इसकी निंदा करते हैं। कौर ने एनआईए को आश्वस्त किया कि उन्हें जांच में पूरा सहयोग मिलेगा ताकि वह राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मामले में निर्णायक निर्णय पर पहुंच सकें।
महिलाओं की भर्ती की चल रही थी तैयारी
एनआईए को डाॅ. शाहीन ने बताया कि देश दहलाने के लिए आतंकी माड्यूल खड़ा करने की जिम्मेदारी मिली थी। इसलिए कड़ी से कड़ी जोड़कर पूरा नेटवर्क तैयार किया जा रहा था। जो लोग संपर्क में आते, उनका ब्रेन वाश कर दिया जाता था।
अपनी टीम में लड़कियों को भी शामिल करने का प्लान था क्योंकि कई जगह लड़कियों से काम लेना आसान होता है। यूनिवर्सिटी में महिला स्टाफ व छात्रों की सूची भी तैयार कर रहे थे।
तीन श्रेणी में नेटवर्क तैयार किया जा रहा था। पहला जिन लोगों को सीधे तौर पर अपने साथ जाेड़ा जाए, यानी मंसूबों के बारे में उन्हें पता हो। दूसरा पैसे और नौकरी के लालच में कुछ लोगों से विभिन्न प्रकार की मदद ली जाए। तीसरा ऐसे लोग जिन्हें उनके मकसद के बारे में कुछ नहीं पता लेकिन उनसे मदद जरूर ली जाए।
फ्लैट में लेकर गई एनआईए
पांच गाड़ियों में सवार एनआइए की टीम सबसे पहले यूनिवर्सिटी परिसर में आवासीय क्षेत्र गई। यहां डा. शाहीन ब्लाक नंबर 15 के फ्लैट नंबर 32 में रहती थी। फ्लैट को खुलवाया गया और अंदर आधा घंटे से अधिक समय तक रही। आसपास फ्लैटों में मौजूद लोगों को बुलाकर शाहीन से कुछ सवाल किए। इसके बाद यूनिवर्सिटी परिसर में उन सभी जगह गई, जहां शाहीन आती-जाती रहती थी।
खोरी-जमालपुर में पहुंचे उसके घर
डाॅ. शाहीन ने डाॅ. मुजम्मिल से कुछ महीने पहले अल फलाह यूनिवर्सिटी परिसर की मस्जिद में निकाह किया था। यहां इमाम इश्तियाक ने निकाह पढ़ा। निकाह में बेहद नजदीकी 12 लोगों को ही बुलाया गया था। निकाह के बाद दोनों यहां से सीधे खोरी जमालपुर स्थित तीन कमरों के एक घर में पहुंचे जो ग्रामीण जुंबा से किराये पर लिया हुआ था। यहीं पर कई दिनों से रहे। एनआईए की टीम उसे लेकर इस घर में आई। मकान मालिक जुंबा को बुलाया गया था। दोनों से आमने-सामने पूछताछ हुई।
केमिकल के शॉप का भी किया निरीक्षण
सूत्रों के अनुसार एनआईए टीम उसे नेहरू ग्राउंड स्थित केमिकल की एक शाॅप पर भी ले गई। सूत्रों के अनुसार इसी दुकान से मुजम्मिल ने विस्फोटक तैयार करने के लिए केमिकल खरीदा था। बता दें डाॅ. शाहीद सईद यूनिवर्सिटी में फार्माकोलाॅजिस्ट थी। वह जैश-ए-मोहम्मद की महिला भर्ती इकाई जमात-उल-मोमिनात की भारत में हेड थी।

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