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    बुजुर्ग को तीन दिन तक रखा डिजिटल अरेस्ट, फिर लगाया करीब 17 लाख का चूना

    Updated: Tue, 13 May 2025 03:17 PM (IST)

    फरीदाबाद में एक बुजुर्ग व्यक्ति को साइबर ठगों ने तीन दिनों तक डिजिटल अरेस्ट में रखकर 16.44 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने घोटाले में शामिल होने की धमकी दी और बैंक खातों से पैसे ट्रांसफर करवा लिए। पीड़ित ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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    तीन दिन बुजुर्ग को डिजिटल अरेस्ट कर ठगे 16.44 लाख। फाइल फोटो

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। घोटाले की रकम खाते में आने की धमकी देकर साइबर ठगों ने एक बुजुर्ग को तीन दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर 16.44 लाख रुपये ठग लिए। जब पीड़ित के खाते में कुछ नहीं बचा तो उन्हें थाने जाने की बात कही। थाने में जाकर सच्चाई का पता चला कि यह साइबर फ्राड हो गया है। पीड़ित ने इसकी शिकायत साइबर थाना पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।

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    थाना साइबर क्राइम सेंट्रल में सेक्टर-86 में रहने वाले अशोक ने दी शिकायत में बताया कि वह प्राइवेट जाब करते थे। 16 साल पहले सेवानिवृत्त हो गए थे। पत्नी की मौत हाे चुकी है और बेटा अलग रहता है। वह फ्लैट में अकेले रहते हैं। 28 अप्रैल 2025 को उनके पास वॉट्सएप कॉल आई। काल करने वाले ने उससे कहा कि वह मुंबई क्राइम ब्रांच से बोल रहे हैं।

    नरेश गोयल नाम का आदमी मुंबई क्राइम ब्रांच ने पांच हजार करोड़ रुपये के घोटाले मे गिरफ्तार किया है। नरेश गोयल ने पूछताछ में आपका नाम घोटाले की साजिश में शामिल बताया है। जांच में पता चला है कि 6.5 करोड़ रुपये का घोटाला आपके पेन कार्ड व आधार कार्ड का प्रयोग करके किया है। इस संबंध में आपसे पूछताछ करेंगे।

    आरोपियों ने बैंक खाते की ली जानकारी

    इसलिए आपको लगातार वीडियो काल पर रहना है और हमारी अनुमति के बिना किसी से भी बात नहीं करनी है। बिना हमारी अनुमति के कही नहीं जाना है और अपने फोन की बैटरी चार्ज रखनी है। अगर फोन बंद, नेटवर्क बंद हुआ या कैमरा बंद हुआ तो तुम्हें गिरफ्तार करके जेल भेज देंगे। उसे आरोपितों ने मंदिर व घूमने भी नहीं जाने दिया। आरोपित के कहे अनुसार वीडियो कॉल पर रहा।

    आरोपितों ने उनके बैंक खातों की जानकारी ले ली। उसे बताया किया कि जांच चलने तक बैंक खातों में जमा रुपये एक अन्य बैंक खाते में जमा करने होंगे। बाद में यह पैसे वापस कर दिए जाएंगे। डर के कारण 29 अप्रैल 2025 को अपने बैंक खातों से आरोपितों के बताए गए खाते में 16 लाख 44 हजार 920 रुपये ट्रांसफर कर दिए। तीन दिन तक लगातार वह वीडियो कॉल पर रहे।

    जरूरी काम करते तो भी काल आन रहती थी। 30 अप्रैल को आरोपितों ने कहा कि उनकी ओर से आपके नजदीक थाने में मैसेज भेज दिया गया है, वहां चले जाओ। पीड़ित थाने पहुंचा और आरोपित की बात पुलिसकर्मी से कराई।

    आरोपित ने पुलिसकर्मी को अपने आपको पाकिस्तान से बताया। पुलिसकर्मी समझ गया कि यह साइबर ठग है। साइबर ठग ने दोबारा फोन कर बुजुर्ग को गाली देते हुए कहा कि चुपचाप घर चले जाओ, अब पैसे नहीं मिलने वाले। इसकी सूचना पीड़ित ने साइबर अपराध के हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दी।

    दिल्ली जल बोर्ड में बिल अपडेट कराने के नाम पर ठगी

    सेक्टर-15ए में रहने वाले एक व्यक्ति ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि उनकी पत्नी के वाट्सएप नंबर पर अनजान नंबर से दिल्ली जल बोर्ड का बिल अपडेट करने का लिंक भेजा गया था। पत्नी ने जब उसे खाेलकर देखा तो उनके क्रेडिट कार्ड से एक लाख 95 हजार रुपए कट गए।

    केवाईसी कराने के नाम पर ठगी

    संजय एंक्लेव चाचा चौक निवासी व्यक्ति ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में बताया कि 17 जनवरी को क्रेडिट कार्ड बनवाने के लिए एक काल आई। उन्होंने केवाइसी के लिए बोला। केवाइसी करते समय ठगों ने स्क्रीन शेयर करने के लिए कहा। स्क्रीन शेयर करते ही उनके बैंक खाते से एक लाख 52 हजार रुपए कट गए।

    मदद करने के बहाने 40 हजार साफ

    लालकुंआ प्रहलादपुर निवासी महावीर सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह गुरुकुल स्थित एक कंपनी में नाैकरी करते हैं। शनिवार दोपहर ग्रीनफील्ड गुरूद्वारे के पास एटीएम से पैसे निकालने गए थे।

    पैसे निकालने की कोशिश की लेकिन नहीं निकले। तभी पीछे अनजान युवक ने मदद करने के बहाने उनका कार्ड बदल दिया। बाद में इसी कार्ड से खाते से 40 हजार रुपये निकल गए।

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