दिल्ली से सटे फरीदाबाद में पड़ोसी के जर्मन शैफर्ड कुत्ते ने ले ली 40 वर्षीय युवक की जान
सैनिक कॉलोनी में पड़ोसी के पालतु कुत्ते से बचने के चक्कर में एक युवक की तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई। फरीदाबाद पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर कु ...और पढ़ें

फरीदाबाद [हरेंद्र नागर]। पशुओं और जानवरों से मनुष्य का प्रेम स्वाभाविक है, लेकिन इन्हें पालने के साथ रखरखाव का हुनर/शऊर न हो तो यह दूसरों के लिए जानलेना बन जाता है। दिल्ली से सटे फरीदाबाद में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां स्थित सैनिक कॉलोनी में पड़ोसी के पालतु कुत्ते से बचने के चक्कर में एक युवक की तीसरी मंजिल से गिरकर मौत हो गई। फरीदाबाद पुलिस ने मृतक के पिता की शिकायत पर कुत्ता मालिक के खिलाफ लापरवाही से मौत की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
जागरण संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक, फरीदाबाद की अचीवर्स सोसायटी में गिरीश माथुर परिवार सहित छठी मंजिल पर रहते हैं। उन्होंने बताया किउनका बेटा समीर माथुर (40) रविवार को घर पर ही था। वह किसी काम से बाहर जा रहा था। इसी क्रम में वह घर से बाहर निकलकर सीढ़ियों से उतरकर नीचे जा रहा था। चौथी मंजिल पर पहुंचा तो वहां रहने वाले संजीव भदौरिया का जर्मन शैफर्ड कुत्ता समीर के पीछे पड़ गया। इस दौरान कुत्ते से बचने के लिए समीर नीचे की तरफ भागा।
संजीव भदौरिया का कहना है कि कुत्ते से बचने के दौरान संतुलन बिगड़ने के कारण समीर तीसरी मंजिल से नीचे गिर गया। इसमें उसे काफी चोटें लगीं। उसे इलाज के लिए नजदीक के एशियन अस्पताल ले जाया गया। वहां इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। फरीदाबाद पुलिस ने गिरीश माथुर की शिकायत पर संजीव भदौरिया के खिलाफ लापरवाही की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

गौरतलब है कि जर्मन शेफर्ड को पुलिसिया कुत्तों के रूप में जाना जाता है। जानकारों की मानें तो जर्मन शेफर्ड दुनिया के 10 सबसे खतरनाक कुत्तों में से एक होता है। सामान्य तौर पर यह लोगों पर 108 किलो के दबाव से अटैक करता है, जिसके बाद बच पाना मुश्किल होता है। जर्मन शेफर्ड का आमतौर पर वजन 30 से 40 किलो के बीच होता है। यह जानलेवा हो जाता है, ऐसे में कई देशों में इसे पालने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।

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