Faridabad News: लाल डोरा में बसी आबादी को मालिकाना हक देने की प्रक्रिया हुई तेज, बनाई गई 10 अतिरिक्त टीमें
फरीदाबाद में लाल डोर की जमीन पर घर बनाकर रह रही आबादी को मालिकाना हक देने की प्रक्रिया तेज कर दी गई। फरीदाबाद नगर निगम की टीमें गांव गांव जाकर इसके लिए सर्वे कर रही हैं। अतिरिक्त आयुक्त स्वप्निल पाटिल की ओर से 10 टीम अतिरिक्त बनाई गई है। गांव के नंबरदार की रिपोर्ट पर लाल डोरे की जमीन पर बसे लोगों के मकान की रजिस्ट्री करवाई जाएगी।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। नगर निगम ने गांव के लाल डोर की आबादी को मालिकाना हक देने के लिए सेल्फ सर्टिफिकेट की प्रक्रिया तेज कर दी गई। अतिरिक्त आयुक्त स्वप्निल पाटिल की ओर से 10 टीम अतिरिक्त बनाई गई है।
निगम की टीम गांव-गांव जाकर सर्वे कर रही है। गांव के नंबरदार की रिपोर्ट पर लाल डोरे की जमीन पर बसे लोगों के मकान की रजिस्ट्री एक रुपये में करवाई जाएगी। निगम की ओर से इनको मालिकाना सर्टिफिकेट भी जारी कर दिया जाएगा।
31 मार्च तक लोगों को दिया जाएगा मालिकाना सर्टिफिकेट
प्रदेश सरकार की स्वामित्व योजना के तहत मार्च तक इन लोगों को निगम की ओर से सर्टिफिकेट दिया जाएगा। इसके बाद कलेक्टर रेट पर ही इनकी रजिस्ट्री हो सकेगी। गांव के लाल डोरे में बसे लोगों के पास अभी तक सिर्फ घरों पर कब्जे हैं। उनके पास अपने घर, दुकान के मालिकाना हक का कोई दस्तावेज नहीं है।
घर-घर जा रही नगर निगम की टीमें
इसी के मद्देनजर नगर निगम द्वारा लोगों को लाभ देने की योजना बनाई गई है। इस योजना को सिरे चढ़ाने के लिए नगर निगम द्वारा प्रत्येक जोन में टीम गठित कर घर-घर भेजा जा रहा है। नगर निगम अधिकारी के अनुसार इस अभियान के जरिए लोगों को जागरूक करने पर जोर दिया जा रहा है कि लोग अपनी संपत्ति के मालिकाना हक का सर्टिफिकेट लेने के लिए आगे आ सकें।
दस्तावेज के साथ नंबरदार की रिपोर्ट भी होगी अनिवार्य
नगर निगम की ओर से मालिकाना हक देने के लिए 10 वर्ष से घर, प्लाट या दुकान पर कब्जे का प्रमाण देना होगा। प्रमाण के तौर पर बिजली बिल, ड्राइविंग लाइसेंस, घरेलू गैस की कापी और भी कोई दस्तावेज हो सकता है। जिससे साबित हो सके कि आवेदक अपनी जमीन पर 10 वर्ष से कब्जाधारी है।
इसके बाद नगर निगम की कमेटी इसका सत्यापन करेगी। सत्यापन करने वालों में गांव के लोग भी शामिल होंगे। पार्षद, नंबरदार, जेई से भी सत्यापन किया जाएगा। पूरी पड़ताल करने के बाद विभाग द्वारा मालिकाना हक का सर्टिफिकेट मिलेगा।
लाल डोरा में बसी आबादी का सेल्फ सर्टिफिकेशन करने के लिए 10 टीम अतिरिक्त बनाई गई है। ताकि काम को 31 मार्च तक पूरा किया जा सके।
- स्वप्निल पाटिल, अतिरिक्त आयुक्त नगर निगम
ग्रीन बेल्ट और दीवार की जगह पर निर्माण कराने का आरोप
उधर, ग्रेटर फरीदाबाद सेक्टर-82 स्थित पार्क ग्रेड्यूरा सोसायटी के लोग बीपीटीपी बिल्डर की मनमानी से परेशान हैं। आरोप है कि बीपीटीपी ग्रीनबेल्ट और दीवार के कुछ हिस्से में नए टावर का निर्माण करा रहा है। निर्माण के विरोध में सोसायटी में जगह-जगह बैनर भी लगाए हैं। लोगों ने बीपीटीपी थाना प्रभारी और पुलिस आयुक्त को भी लिखित में शिकायत दी है।
आरडब्ल्यूए प्रधान सतीश भटनागर, निवासी निर्मल कुलश्रेष्ठ, सुरेंगद्र सिंह चौधरी, सीमा कपूर, केके गोयल, सुनीता महता, और उषा अदलखा सहित अन्य ने बताया कि बिल्डर सोसायटी में मनमाने तरीके से टावर एन का निर्माण करा रहा है।
निर्माण कार्य रोकने के लिए लोगों ने जताया रोष
शनिवार को सोसायटी के लोगों ने निर्माण कार्य रोकने के लिए रोष जताया। निवासियों का कहना है कि प्रोजेक्ट में जो टावर दिखाया गया है और जो बनाया जा रहा है दोनों में बहुत अंतर है। बिल्डर दीवार का हिस्सा तोड़कर और ग्रीन बेल्ट पर भी कब्जा कर लिया है। जो कि बिल्कुल गलत है।
सोसायटी में लोगों के लिए बनाए गए सड़क को भी खोद दिया गया है। सोसायटी हैंडओवर हो चुकी है, बिल्डर ने निर्माण कार्य से पहले आरडब्ल्यूए से अनुमति भी नहीं ली।
आरडब्ल्यूओ और निवासियों ने इसकी शिकायत हरियाणा रियल एस्टेट विनियामक प्राधिकरण (रेरा) में भी केस किया है। 16 जनवरी 2025 को इसपर सुनवाई होगी। इसके बावजूद बिल्डर निर्माण करा रहा है। बीपीटीपी बिल्डर की पीआर टीम के सद्दाम हुसैन से संपर्क किया गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।